वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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ग़ाज़ा पट्टी में ईंधन की क़िल्लत के कारण, बुनियादी सेवाओं तक पहुँच भीषण रूप से प्रभावित हुई है.
© UNRWA/Ashraf Amra

Gaza: मानवीय युद्ध-ठहराव के पहले दिन, यूएन की सहायता आपूर्ति हुई तेज़

संयुक्त राष्ट्र ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइल और हमास के बीच, गत बुधवार को हुए, चार दिन के मानवीय युद्ध-ठहराव पर, शुक्रवार को अमल शुरू होने के बाद, मानवीय सहायता सामग्री की आपूर्ति का स्तर व रफ़्तार बढ़ा दिए हैं.

यूएन प्रमुख ने, जलवायु कार्रवाई के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों के तहत, नवम्बर (2023) में, अंटार्कटिका का दौरा किया.
UN Photo/Mark Garten

गुटेरेश की, अंटार्कटिका यात्रा के दौरान, ‘जलवायु अराजकता’ ख़त्म करने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, शुक्रवार को आगाह करते हुए कहा है कि अंटार्कटिका को एक सोता हुआ विशालकाय दानव कहा जाता रहा है, मगर अब उसे जलवायु अराजकता ने जगा दिया है.

फ़लस्तीनी क्षेत्र ख़ान यूनिस में, शरणार्थियों के लिए बनाए गए शिविर में, यूनीसेफ़ ने पानी का वितरण किया है.
© UNICEF/Eyad El Baba

Gaza: युद्ध-ठहराव लागू होने से जागीं उम्मीदें, राहत प्रयास शुरू

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने बताया है कि इसराइल और हमास के दरमियान चार दिन का युद्ध-ठहराव, शुक्रवार को लागू होने के बाद, राहत सामग्री से भरे ट्रक, मिस्र की तरफ़ से रफ़ाह सीमा चौकी के ज़रिए, ग़ाज़ा में दाख़िल होना शुरू हो गए हैं. 

वर्ष 2017 में, म्याँमार में व्यापक और भीषण हिंसा से बचने के लिए भागे, लगभग 10 लाख रोहिंज्या शरणार्थियों ने, बांग्लादेश में पनाह ली हुई है.
© UNOCHA/Vincent Tremeau

समुद्री यात्राओं में रोहिंज्या लोगों की मदद के लिए आपात सहायता की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ टॉम एंड्रयूज़ ने उन रोहिंज्या शरणार्थियों की जीवन-रक्षा के लिए, कार्रवाई किए जाने की पुकार लगाई है जो बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों परिस्थितियाँ लगातार ख़राब होने के कारण, इंडोनेशिया जाने के लिए जोखिम भरी समुद्री यात्राएँ करते हैं.

पाकिस्तान सरकार के आदेश के बाद, लाखों अफ़ग़ान शरणार्थियों को, स्वदेश वापिस लौटना पड़ रहा है. (अक्टूबर/नवम्बर 2023).
Mehrab Afridi

WFP: अफ़ग़ानिस्तान लौटने वाले शरणार्थियों के लिए मदद मुस्तैदी

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने गुरूवार को बताया है कि एजेंसी, पाकिस्तान से वापिस लौटने वाले अफ़ग़ान परिवारों को सीमा पर आपातकालीन सहायता मुहैया करा रही है, अलबत्ता, कड़ाके की सर्दी नज़दीक होने और खाद्य सहायता अभियान के लिए धन की भारी कमी के कारणइन लोगों को सहायता आपूर्ति अधर में लटकी हुई है.

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, नसर बस्ती में, एक महिला, इसराइली हमलों में हुई भीषण तबाही के मलबे के पास से गुज़रती हुई.
© UNICEF/Mohammad Ajjour

ग़ाज़ा युद्ध-ठहराव के मद्देनज़र, यूएन राहत टीमें मुस्तैद

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियाँ, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में युद्ध से भीषण विनाश के बीच, अवसर मिलने पर राहत सामग्री तेज़ी से पहुँचाने के लिए, भंडार एकत्र कर रही हैं, अलबत्ता, इसराइल और हमास के बीच, हुए युद्ध-ठहराव समझौते पर अमल में देरी से, सहायता प्रयासों अस्थाई रुकावट आई है.

ग़ाज़ा में इसराइल के भीषण हमलों से बचने के लिए, बहुत से लोगों ने अल-क़ुद्स अस्पताल में पनाह ली. (2023)
WHO

ग़ाज़ा में महिलाओं व बच्चों के लिए, यूएन एजेंसियों की एकजुट अपील

संयुक्त राष्ट्र की तीन एजेंसियों की प्रमुखों ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, महिलाओं और लड़कियों द्वारा भुगती जा रही ग़ैर-आनुपातिक तकलीफ़ों को बुधवार को सुरक्षा परिषद में रेखांकित किया है. उन्होंने बेहद कमज़ोर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, एक सामूहिक कार्रवाई किए जाने और युद्ध की चपेट में आईं महिलाओं व लड़कियों के लिए दीर्घकालीन शान्ति के लिए प्रतिबद्धता का आग्रह भी किया है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, 22 नवम्बर (2023) को, जी20 के वर्चुअल सम्मेलन में शिरकत करते हुए.
UN Photo/Mark Garten

जी20 समूह से, वित्त व जलवायु न्याय में रास्ता दिखाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार को, भारत द्वारा आयोजित वर्चुअल G20 सम्मेलन में कहा है कि एक ऐसे समय में जब लोग तकलीफ़ें उठा रहे हैं और पृथ्वी ग्रह जल रहा है, तो दुनिया के विकसित देश, वित्तीय, ढाँचागत और जलवायु न्याय सुनिश्चित करने के लिए, अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं.

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइली हवाई हमलों के बाद, भीषण तबाही हुई है (अक्टूबर, नवम्बर 2023).
WHO

ग़ाज़ा में 'युद्ध-ठहराव' व बन्धक रिहाई समझौते का स्वागत

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में युद्ध में विराम और बन्धकों की रिहाई के लिए बुधवार को हुए समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र समझौते के मानवीय प्रभाव के अधिकतम लाभ हासिल करने के लिए, "मुस्तैद" खड़ा है.

UN Photo/Cia Pak

साक्षात्कार: महासभा के प्रस्ताव में झलकती है - 'मानवता की अन्तरात्मा', डेनिस फ़्रांसिस

ग़ाज़ा में मानवीय युद्धविराम का आहवान करने वाला, हाल ही का महासभा प्रस्ताव, इस बात का उदाहरण है कि सभी 193 देशों की सदस्यता वाला संयुक्त राष्ट्र का यह अहम निकाय, किस तरह वैश्विक विवेक का दर्पण है.