रमदान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है, मगर ग़ाज़ा में मौतें, बमबारी और रक्तपात अब भी जारी है...आज मेरी ये प्रबलतम अपील है कि रमदान की भावना का सम्मान करते हुए बन्दूकें शान्त कर दें और सभी बाधाएँ हटाएँ, ताकि ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, समुचित मात्रा में और तेज़ी के साथ, मानवीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
ग़ाज़ा की स्थिति पर, 11 मार्च 2024 को, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की प्रैस को टिप्पणी.