वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

के द्वारा छनित:

नवीनतम समाचार

यूएन महासचिव, एंतोनियो गुटेरेश, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, COP28 के आयोजन स्थल एक्सपो सिटी में पत्रकारों से बात करते हुए.
UNFCCC/Kiara Worth

COP28: महासचिव ने किया जीवाश्म ईंधन पर ठोस समझौते का आग्रह, 'हम इसे और नहीं टाल सकते'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने दुबई में चल रहे यूएन जलवायु सम्मेलन - COP28 से, जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीक़े से समाप्त करने के लिए ठोस समझौते पर पहुँचने आग्रह किया है. यूएन प्रमुख ने सोमवार को वार्ताकारों से कहा कि "यही सर्वाधिक महत्वाकांक्षा और लचीलापन दर्शाने का समय है."

ग़ाज़ा में भीषण युद्ध से तबाह अस्पतालों में, कई हज़ार बच्चे भी मारे गए हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

WHO ने ग़ाज़ा में जीवनरक्षक सहायता आपूर्ति के लिए, पारित किया प्रस्ताव

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी - विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यकारी बोर्ड ने, रविवार को जिनीवा में आयोजित एक विशेष आपातकालीन सत्र में, ग़ाज़ा पट्टी में विनाशकारी मानवीय स्थिति पर ध्यान देने के लिए, सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है.

दुबई में यूएन जलवायु सम्मेलन - कॉप28 में, किसानों और पारम्परिक उत्पादकों पर एक सत्र का दृश्य.
COP28/Christophe Viseux

COP28: कृषि क्षेत्र को कार्बन अवशोषक में तब्दील करने के लिए रोडमैप

संयुक्त राष्ट्र की कृषि शाखा ने, दुबई में चल रहे यूएन जलवायु सम्मेलन - कॉप28 में रविवार को एक ऐसी महत्वपूर्ण योजना यानि रोडमैप जारी किया है जिसमें दुनिया भर की कृषि आधारित खाद्य प्रणालियों को, वर्ष 2050 तक, शुद्ध कार्बन उत्सर्जक से, कार्बन अवशोषण करने वाले क्षेत्र में तब्दील करने का ख़ाका पेश किया गया है.

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) की तत्कालीन प्रथम महिला ऐलीनॉर रूज़वेल्ट, मानवाधिकार घोषणा-पत्र को दिखाते हुए (नवम्बर 1949). यूएन फ़ोटो
UN Photo

UN Archive: मानवाधिकारों का, लोगों के दिलों में जगह बनाना ज़रूरी

अमेरिकी राजनयिककार्यकर्ता और संयुक्त राज्य अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला ऐलेनोर रूज़वेल्ट को, रविवार को मानवाधिकार दिवस पर याद किया जा रहा है जो हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है. उन्हें व्यापक रूप से मानवाधिकारों और स्वतंत्रता के वैश्विक सिद्धान्तों की स्थापना के पीछे एक प्रेरक शक्ति माना जाता है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, क़तर में वर्ष 2023 के दोहा फ़ोरम में अपनी बात कहते हुए. (10 दिसम्बर 2023)
UN/Florencia Soto Nino-Martinez

ग़ाज़ा में मानवीय युद्धविराम की ख़ातिर हिम्मत नहीं हारेंगे, गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार को संकल्प लिया की कि वह ग़ाज़ा में मानवीय युद्धविराम की अपील करते रहने "हिम्मत नहीं हारेंगे". उन्होंने क़तर की राजधानी दोहा में कहा कि सुरक्षा परिषद की निष्क्रियता इस विश्व संस्था की विश्वसनीयता को कम कर रही है.

यूनेस्को का कहना है कि नफ़रत भरी भाषा और सन्देश, दुनिया भर में फैलाव पर हैं.
Unsplash/Jon Tyson

फिर कभी भी किसी को भी, जनसंहार के आतंक से नहीं गुज़रना पड़े, गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक नए वैश्विक प्रयास की आवश्यकता है कि "फिर कभी भी" किसी को भी, जनसंहार के आतंक से नहीं गुज़रना पड़े.

मत व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर विशेष रैपोर्टेयर, इरीन ख़ान.
UN News video

महिलाओं व लड़कियों के लिए, मत व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक अहम मानवाधिकार

मत व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर विशेष रैपोर्टेयरइरीन ख़ान का चेतावनी भरे अन्दाज़ में कहना है कि दुनिया भर के सभी क्षेत्रों में महिलाएँलड़कियाँ और लैंगिक भिन्नता वाले व्यक्तियों को दुष्प्रचार और अभिव्यक्ति पर प्रतिबन्ध का निशाना बनाया जाता है जिससे उनके मानवाधिकार प्रभावित होते हैं. आज हम ऐसी दुनिया में रहना चाहते हैं जहाँ लैंगिक समानता हो...और अब इन मुद्दों से निपटने का समय आ गया है.” साक्षात्कार पर आधारित एक वीडियो...

भारत के अमनदीप सिंह गिल, एआई प्रौद्योगिकी दूत.
UN News

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का मानवाधिकारों पर असर

कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानि AI का असाधारण तेज़ी से विकास और प्रसार हो रहा है और प्रौद्योगिकी के इस अदभुत व नवीन रूप में, जीवन के किसी पहलू और देश व समाज के किसी वर्ग को अछूता नहीं छोड़ा है. मगर ऑनलाइन मंचों पर नफ़रत और झूठ के फैलाव ने मानवाधिकारों के लिए भी गम्भीर ख़तरा उत्पन्न कर दिया है. यूएन महासचिव के टैक्नॉलॉजी दूत अमनदीप सिंह गिल बता रहे हैं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास से, किस तरह की प्रमुख मानवाधिकार चिन्ताएँ दरपेश हैं...(वीडियो)

ग़ाज़ा में लाखों परिवारों को, यूएन फ़लस्तीनी शरणार्थी सहायता एजेंसी - UNRWA के आश्रय स्थलों में पनाह लेनी पड़ी है.
© UNICEF/Abed Zaqout

ग़ाज़ा में क़रीब दस लाख बच्चे विस्थापित, सिविल व्यवस्था बिखराव के निकट

युद्ध से तार-तार होकर बिखरने के कगार पर पहुँच चुके - फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियाँ बेहद भीषण हालात में काम करने के प्रयास कर रही हैं और वहाँ सिविल सोसायटी, पूरी तरह से बिखर जाने के निकट पहुँच चुकी है.

हरित क्षेत्र, जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ़ बहुत प्रभावी प्रकृति आधारित समाधान हैं.
© Unsplash/Benjamin L. Jones

COP28: जलवायु परिवर्तन को ईंधन देने वाले तरीक़ों में हर साल ख़र्च होती है $7 ट्रिलियन की रक़म

हर साल सार्वजनिक और निजी ख़ज़ाने की लगभग 7 ट्रिलियन डॉलर रक़म, प्रकृति को सीधे रूप में नुक़सान पहुँचाने वाली गतिविधियों को सहारा देती है. यह रक़म, प्रकृति-आधारित समाधानों पर सालाना ख़र्च की जाने वाली राशि की लगभग 30 गुना है. दुबई में चल रहे यूएन जलवायु सम्मेलन कॉप28 में शनिवार को जारी की गई एक संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट में, ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.