पहली नज़र में वो, किसी गहरे हरे मैदान पर सफ़ेद हिलती हुई परछाई के चमकदार थक्के नज़र आते हैं. उनकी तस्वीरें लेने वाला ड्रोन कैमरा जैसे-जैसे आकाश में अपना दायरा व्यापक करता है, तो स्पष्ट होता है कि ये तो असली लोग हैं - आधे दर्जन देशों से आए 200 से ज़्यादा छात्र – एक विशेष आकार बनाने वाली पंक्तियों में खड़े होकर, विश्व को ये सन्देश देने के लिये: महासागरों की रक्षा करें.