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ग़ाज़ा में 'युद्ध-ठहराव' व बन्धक रिहाई समझौते का स्वागत

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइली हवाई हमलों के बाद, भीषण तबाही हुई है (अक्टूबर, नवम्बर 2023).
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फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइली हवाई हमलों के बाद, भीषण तबाही हुई है (अक्टूबर, नवम्बर 2023).

ग़ाज़ा में 'युद्ध-ठहराव' व बन्धक रिहाई समझौते का स्वागत

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में युद्ध में विराम और बन्धकों की रिहाई के लिए बुधवार को हुए समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र समझौते के मानवीय प्रभाव के अधिकतम लाभ हासिल करने के लिए, "मुस्तैद" खड़ा है.

यूएन महासचिव के प्रवक्ता फ़रहान हक़ द्वारा एक वक्तव्य में उन्होंने कहा है, "यह सही दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम है, मगर बहुत कुछ किए जाने की ज़रूरत है."

मध्य पूर्व में एक दीर्घकालीन शान्ति सुनिश्चित करने के प्रयासों की अगुवाई कर रहे, शीर्ष यूएन अधिकारी टोर वैनेसलैंड ने, यूएन प्रमुख की इस टिप्पणी का समर्थन किया है और युद्ध से तबाह हुए ग़ाज़ा में, 96 घंटों को "मानवीय युद्ध ठहराव" की घोषणा का स्वागत किया गया है.

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टोर वैनेसलैंड ने कहा, "इस ठहराव को, बन्धकों की रिहाई को सम्भव बनाने और ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी लोगों की विशाल तकलीफ़ों को कम करने के लिए, एक सुनहरे अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए."

ये घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब यूएन मानवीय सहायता एजेंसियों ने दोहराया है कि वो ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाने की ख़ातिर, इस अवसर का लाभ उठाने के लिए मुस्तैद हैं.

ज़रूरतों का समुन्दर

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी - WHO ने, चार दिन का युद्ध-ठहराव घोषित होने के बाद, ग़ाज़ा पट्टी में, मानवीय सहायता की निर्बाध व सुरक्षित आपूर्ति के लिए, अपनी पुकारें फिर दोहराई हैं.

पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र के लिए, WHO के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर अहमद अल-मन्धारी ने कहा, "युद्ध को रुकना होगा ताकि हम अपनी सहायता गतिविधियाँ तेज़ी से बढ़ा सकें."

"हम ज़रूरतों के विशाल समुद्र को देखते हुए, सहायता की केवल बून्दें मुहैया कराना जारी नहीं रख सकते."

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि ग़ाज़ा के युद्ध से ध्वस्त हुए अल-शिफ़ा अस्पताल से, मरीज़ों को बाहर निकालने का मिशन जारी है.

'मूर्खतापूर्ण टकराव'

मीडिया ख़बरों के अनुसार, इसराइल और हमास के बीच युद्ध विराम की घोषणा होने के बाद, 24 घंटों के भीतर इसके लागू होने की सम्भावना है. टोर वैनेसलैंड ने इस समझौते को सम्भव बनाने के लिए, मिस्र, क़तर और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकारों के प्रयासों का स्वागत किया है.

इसराइल द्वारा क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र में WHO के प्रतिनिधि डॉक्टर रिचर्ड पीपरकॉर्न ने कहा है कि मानवीय युद्ध विराम और बन्धकों की रिहाई के बारे में ख़बरों का स्वागत है, मगर युद्ध को वास्तविक रूप में रोके जाने की ज़रूरत है.

WHO के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर अहमद अल-मन्धारी ने, मिस्र में प्रैस वार्ता में, ग़ाज़ा में एक "स्थाई युद्धविराम" लागू किए जाने की पुकार लगाई और कहा कि टकराव के पक्षों को, "अपने लोगों के कल्याण और स्वास्थ्य को अपनी प्रथम प्राथमिकता बनाना होगा".

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने मंगलवार को ग़ाज़ा में, मौत का शिकार हुई WHO कर्मचारी दीमा अलहाज के सम्मान में, कुछ देर का शोक मौन भी रखा.

डॉक्टर अल मन्धारी ने कहा, "यह शोक प्रकट करते हुए ही, हमें इस युद्ध की मूर्खतापूर्ण प्रवृत्ति का भी ध्यान है और इस तथ्य का भी कि ग़ाज़ा में, इस समय आम लोगों और संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों के लिए, कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है."

7अक्टूबर को, इसराइल में हमास के हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 240 लोगों को बन्धक बनाया गया था. उसके बाद फ़लस्तीनी क्षेत्र में इसराइली आक्रमण और हवाई बमबारी में 13 हज़ार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के 108 कर्मचारी भी हैं.