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वर्ष 2023 की प्रमुख घटनाएँ.
UN Photos

2023 में इन बड़ी घटनाओं ने बटोरी सुर्ख़ियाँ

हिंसक टकरावोंप्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से उत्पन्न मानवीय संकटों के बीच, 2023 एक चुनौतीपूर्ण साल साबित हुआ. इस पृष्ठभूमि में, संयुक्त राष्ट्र ने शान्ति स्थापना व मानवीय सहायता, मानवाधिकारों की रक्षा, जलवायु कार्रवाई और टिकाऊ विकास के लिए अपने प्रयास जारी रखे. बीते साल की अहम घटनाओं पर एक वीडियो नज़र... 

बेलगोरोड, रूस और यूक्रेन की सीमा पर स्थित है.
Unsplash/Petr Magera

रूस के बेलगोरोड शहर पर हमलों की निन्दा, सुरक्षा परिषद की आपात बैठक

संयुक्त राष्ट्र में राजनैतिक और शान्तिनिर्माण मामलों के वरिष्ठ अधिकारी ने यूक्रेनी सीमा के नज़दीक स्थित रूसी महासंघ के बेलगोरोड शहर में हुए मिसाइल व रॉकेट हमलों की निन्दा की है. रूसी प्रशासन के अनुसार, यूक्रेन द्वारा किए गए इन हमलों में कम से कम 18 लोग मारे गए हैं और 100 से अधिक घायल हुए हैं. 

अफ़ग़ानिस्तान के मज़ार-ए-शरीफ़ शहर में, ऐतिहासिक हज़रत अली मस्जिद के प्रांगण में शान्ति कबूतर.
UN Photo/Helena Mulkerns

जनवरी - जून 2024: इन अहम कार्यक्रमों पर रहेगी नज़र

नव वर्ष 2024 में, संयुक्त राष्ट्र एक बार फिर से विशाल वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर लक्षित अन्तरराष्ट्रीय प्रयासों के केन्द्र में होगा: वैश्विक अर्थव्यवस्था को मज़बूती प्रदान करने से लेकर महत्वाकाँक्षी जलवायु कार्रवाई का समर्थन करने और हिंसक संघर्ष से सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में शान्ति स्थापना तक. 

मध्य पूर्व में स्थिति पर सुरक्षा परिषद की बैठक.
United Nations

सुरक्षा परिषद में मध्य पूर्व संकट पर बैठक, क्षेत्रीय अस्थिरता फैलने की आशंका पर चिन्ता

राजनैतिक एवं शान्तिनिर्माण मामलों के यूएन विभाग में सहायक महासचिव ख़ालेद ख़ियारी ने मध्य पूर्व में घटनाक्रम को बेहद चिन्ताजनक क़रार देते हुए सचेत किया है कि ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय हालात निरन्तर बिगड़ते जा रहे हैं, और हिंसक टकराव का ख़ामियाज़ा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए मानवतावादी युद्धविराम को तत्काल लागू किए जाने की अपील फिर दोहराई है.

यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल हमले किए गए हैं.
© UNOCHA/Saviano Abreu

यूक्रेन: घनी आबादी वाले शहरों में, ‘जघन्य हमलों’ की लहर की कठोर निन्दा

यूक्रेन के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता समन्वयक डेनिज़ ब्राउस ने देश में घनी आबादी वाले शहरों में रूस द्वारा किए हमलों की कठोर शब्दों में निन्दा की है. 28-29 दिसम्बर की रात को हुए इन घटनाओं में कम से 23 लोगों के मारे जाने और 130 से अधिक के घायल होने का समाचार है.

वियास्ना केन्द्र में मानवाधिकार कार्यकर्ता ऐलेना मसलीकोवा.
UN News

मानवाधिकार पुरस्कार विजेता: वियास्ना मानवाधिकार केन्द्र

बेलारूस में लोकतंत्र के समर्थन में विपक्ष द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद"वियास्ना" मानवाधिकार केन्द्र को 1996 में स्थापित किया गया था. इसका उद्देश्य लोकतंत्र व मानवाधिकारों को बढ़ावा देना, मानवाधिकारों के सम्मान पर आधारित नागरिक समाज के विकास में योगदान देना, और क़ानूनी सुरक्षा के क्षेत्र में नागरिक पहलों को व्यावहारिक सहायता देना था. इस केन्द्र को 2023 के यूएन मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया. एक वीडियो...

पूरे ग़ाज़ा पट्टी क्षेत्र में, लोग, युद्ध से बचकर सुरक्षित आश्रय की तलाश में, पलायन कर रहे हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा: रफ़ाह में शरण लेने वाले विस्थापितों की विशाल संख्या, सहायता स्तर बढ़ाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहतकर्मियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में कम से कम एक लाख विस्थापितों ने रफ़ाह में शरण ली है, जिससे ग़ाज़ा पट्टी के दक्षिणी छोर पर स्थित इस इलाक़े में हालात बद से बदतर हो रहे हैं.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश और महासभा अध्यक्ष डेनिस फ़्रांसिस, 2023 मानवाधिकार पुरस्कार विजेताओं के साथ.
UN Photo/Mark Garten

2023 संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार विजेता

2023 के लिए मानवाधिकार क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार विजेता इस प्रकार हैं: मानवाधिकार केन्द्र "वियास्ना", बेलारूस; जूलिएन लुसेंज, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य; मानवाधिकार अध्ययन के लिए अम्मान केन्द्र, जॉर्डन; जूलियो पेरेरा, उरुग्वे; स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार की सार्वभौमिक मान्यता के लिए नागरिक समाज संगठनों, आदिवासी लोगों समेत अन्य हितधारकों का वैश्विक गठबंधन. एक वीडियो...

ग़ाज़ा सिटी के अल-शिफ़ा अस्पताल में घायल लोग अपने उपचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
© WHO

ग़ाज़ा​ पट्टी: गहराते स्वास्थ्य और भोजन संकट के बीच, मृतकों का बढ़ता आँकड़ा

ग़ाज़ा के अनेक इलाक़े भीषण बमबारी की चपेट में हैं, लोगों को भरपेट भोजन नहीं मिल पा रहा है और स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ बेहद सीमित स्तर पर ही उपलब्ध हैं. स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरूवार को मृतकों का आँकड़ा बढ़कर 21 हज़ार 110 पहुँच गया, जबकि 55 हज़ार से अधिक फ़लस्तीनी इसराइली कार्रवाई में घायल हुए हैं.

चाड में एक खेलकूद के मैदान में बच्चे एक शिक्षा परियोजना के तहत फूलों को सहेज रहे हैं.
© UNICEF/ Frank Dejongh

2024, भरोसे और आशा की बहाली का साल - महासचिव का नव वर्ष सन्देश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नव वर्ष पर जारी अपने सन्देश में वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर केन्द्रित साझा समाधानों की ख़ातिर, मतभेदों को दूर करके, एकजुट होने का आहवान किया है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि 2024, विश्वास के पुनर्निर्माण और आशा की बहाली का साल होना चाहिए.