वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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ग़ाज़ा के केन्द्रीय इलाक़े में लपटों में घिरी एक इमारत.
UN News/Ziad Taleb

इसराइल-ग़ाज़ा: सम्बद्ध पक्षों के साथ सम्पर्क में यूएन, सुरक्षा परिषद में विचार-विमर्श

इसराइल और ग़ाज़ा में तेज़ी से बिगड़ते हालात और हिंसक टकराव के मद्देनज़र, मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए विशेष समन्वयक ने बताया है कि वह अमेरिका, योरोपीय संघ, क़तर, मिस्र और लेबनान के साथ नज़दीकी सम्पर्क बनाए हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र के ये प्रयास, तेज़ी से बदल रहे घटनाक्रम पर, रविवार को 15 सदस्य देशों वाली सुरक्षा परिषद में विचार-विमर्श के मद्देनज़र रहे जारी रहे.

यूनीसेफ़ कर्मचारी, हेरात प्रान्त के करिनाल गाँव में भूकम्प से हुई क्षति का आकलन कर रहे हैं.
© UNICEF/Rebecca Phwitiko

अफ़ग़ानिस्तान: भूकम्प प्रभावितों तक राहत पहुँचाने में जुटी यूएन एजेंसियाँ

अफ़ग़ानिस्तान के हेरात प्रान्त में शनिवार को आए भीषण भूकम्प में मृतक संख्या एक हज़ार तक पहुँच गई है, और बड़ी संख्या में घरों व इमारतों को नुक़सान पहुँचा है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ अपने साझीदार संगठनों के साथ मिलकर प्रभावित इलाक़ों में राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं.

अफ़ग़ानिस्तान के कन्दाहार में एक विस्थापित परिवार.
© UNOCHA/Sayed Habib Bidel

पाकिस्तान: शरण की तलाश कर रहे अफ़ग़ान नागरिकों को जबरन वापिस ना भेजने की अपील

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) और अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने पाकिस्तान से अपील की है कि देश में शरण की तलाश कर रहे सभी अफ़ग़ान नागरिकों की रक्षा के लिए प्रयास जारी रखने होंगे. इन लोगों को जबरन अफ़ग़ानिस्तान वापिस भेजे जाने से उनके मानवाधिकारों के लिए गम्भीर नतीजे हो सकते हैं. 

संंयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश.
UN Photo/Eskinder Debebe

इसराइल पर घातक हमलों की निन्दा, संयम बरते जाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र ने शनिवार को ग़ाज़ा पट्टी के नज़दीक स्थित इसराइली शहरों व आबादियों पर किए गए हमलों की कठोर निन्दा की है, जिनमें बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं. यूएन के शीर्ष अधिकारियों ने सभी पक्षों से आग्रह किया है कि हिंसक टकराव को और भड़कने से रोकना होगा और आम नागरिकों की रक्षा सुनिश्चित की जानी होगी. ग़ाज़ा में जवाबी इसराइली कार्रवाई में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुक़सान होने की ख़बर है. 

यह ‘शब्द समूह’ दर्शाता है कि यूएन महासभा की बहस में कौन से मुद्दे प्रमुखता से उभरे.
United Nations

एआई विश्लेषण में सामने आईं, विश्व की तीन सार्वभौमिक चिन्ताएँ

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के दौरान राष्ट्राध्यक्षों, सरकार प्रमुखों और प्रतिनिधियों ने अपनी बात दुनिया के सामने रखी है, और यूएन ने उन्हें सुना. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के ज़रिए किए गए एक विश्लेषण के अनुसार, जलवायु, विकास और शान्ति से जुड़े मुद्दे, सार्वभौमिक चिन्ता के विषय के रूप में उभरे हैं. 

चाड में प्रवेश करने के बाद सूडान के शरणार्थियों का एक समूह एक पेड़ के नीचे आराम करता हुए.
© UNICEF/Donaig Le Du

मौसम-सम्बन्धी आपदाओं से, 6 वर्ष में 4.31 करोड़ बच्चे विस्थापित

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – UNICEF शुक्रवार को कहा है कि मौसम सम्बन्धी आपदाओं ने, पिछले छह वर्षों के दौरान, 44 देशों में लगभग, 4 करोड़ 31 लाख बच्चों को जबरन विस्थापित किया है.

ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगेस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है.
© VOA

नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार, ईरानी महिलाओं के 'साहस व संकल्प' का प्रतीक

नोबेल समिति ने शुक्रवार को इस वर्ष ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने समिति के इस निर्णय को ईरान की महिलाओं के साहस व संकल्प का प्रतीक क़रार दिया है. यूएन महासचिव ने इस पुरस्कार को उन सभी महिलाओं के लिए एक श्रृद्धांजलि बताया है, जो विश्व भर में अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं.

यमन के एक अस्पताल में, एक अपरिपक्व पैदा हुए बच्चे को, देखभाल मुहैया कराए जाते हुए.
© UNICEF/Ali Bahumaid

10% बच्चे पैदा होते हैं - अपरिपक्व और जटिलताओं के साथ

संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों और साझीदार संगठनों ने गुरूवार को एक नई रिपोर्ट में बताया है कि वर्ष 2020 में लगभग एक करोड़ 34 लाख शिशु पैदा हुआ, जिनमें से लगभग दस लाख बच्चों की मौत, समय से पूर्व जन्म सम्बन्धी जटिलताओं के कारण हो गई.

काराबाख़ से निकलकर आर्मीनिया में पहुँचे लोगों को गॉरिस नामक स्थान पर मानवीय सहायता की आपूर्ति.
© IOM

काराबाख़ संकट: यूएन सहायता प्रयास जारी

संयुक्त राष्ट्र की टीमें, काराबाख़ क्षेत्र से हाल ही में निकलकर आर्मीनिया में पहुँचे, एक लाख से अधिक शरणार्थियों की ज़रूरतें पूरी करने में मदद के लिए, धरातल पर अति महत्वपूर्ण सहारा दे रही हैं.

वैज्ञानिकों के अनुसार, मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के अनुरूप बदलाव लाने के लिए कारगर समाधान मौजूद हैं.
© WMO/Alfred Lee

सर्वाधिक गर्म सितम्बर महीने का बना रिकॉर्ड, 2023 सबसे गर्म साल साबित होने की राह पर

अतीत के वर्षों की तुलना में इस साल सितम्बर का महीना अब तक का सर्वाधिक गर्म साबित हुआ है जबकि 2023 सबसे गर्म साल होने का रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने योरोपीय संघ की जलवायु परिवर्तन सेवा के आँकड़ों के आधार पर यह विश्लेषण जारी किया है.