वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार, ईरानी महिलाओं के 'साहस व संकल्प' का प्रतीक

ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगेस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है.
© VOA
ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगेस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है.

नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार, ईरानी महिलाओं के 'साहस व संकल्प' का प्रतीक

मानवाधिकार

नोबेल समिति ने शुक्रवार को इस वर्ष ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने समिति के इस निर्णय को ईरान की महिलाओं के साहस व संकल्प का प्रतीक क़रार दिया है. यूएन महासचिव ने इस पुरस्कार को उन सभी महिलाओं के लिए एक श्रृद्धांजलि बताया है, जो विश्व भर में अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं.

नरगिस मोहम्मदी फ़िलहाल राजधानी तेहरान की ऐविन जेल में 16 वर्ष की सज़ा काट रही हैं.

उन्होंने कई वर्षों तक एक पत्रकार के रूप में काम किया. वह एक लेखिका भी हैं और उन्होंने तेहरान-स्थित नागरिक समाज संगठन ‘Defenders of Human Rights Center’ की उप निदेशक के तौर पर काम किया, जोकि मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रयासरत संगठन है.

Tweet URL

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को जारी अपने वक्तव्य में आगाह किया कि यह ध्यान दिलाता है कि महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों पर चोट की जा रही है. 

उन्होंने ईरान और अन्य स्थानों पर महिला मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर क्षोभ प्रकट किया है.

यूएन प्रमुख ने कहा, “नोबेल शान्ति पुरस्कार, उन सभी महिलाओं को श्रृद्धांजलि है, जो अपनी आज़ादी, अपने स्वास्थ्य और यहाँ तक कि, अपने जीवन को जोखिम में डालकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं.”

प्रेरणा स्रोत

इससे पहले, यूएन मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता लिज़ थ्रोसेल ने, जिनीवा में पत्रकारों को बताया कि यह पूर्ण रूप से स्पष्ट है, कि ईरान की महिलाएँ, दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत रही हैं.

लिज़ थ्रोसेल ने कहा, “हमने बदले की भावना से की गई कार्रवाई, डराए-धमकाए जाने, हिंसा व हिरासत का सामना करते हुए उनके साहस व संकल्प को देखा है.”

“उनका साहस, यह संकल्प असाधारण रहा है. उनका इसलिए उत्पीड़न किया गया कि वे क्या पहनती या नहीं पहनती हैं.” 

यूएन कार्यालय प्रवक्ता के अनुसार ईरान में महिलाओं के विरुद्ध सख़्त क़ानूनी, सामाजिक और आर्थिक क़दम उठाए जा रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने नरगुस मोहम्मदी को 2023 नोबेल शान्ति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया है. 

उन्होंने ईरान सरकार से महिलाओं के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और देश में महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों की रक्षा के लिए, जेल में बन्दी बनाए गए सभी कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की है.

यूएन विशेषज्ञों ने कहा, “एक साहसी पत्रकार और महिला मानवाधिकार रक्षक को 2023 नोबेल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित करना, दुनिया में हर स्थान पर महिलाओं व लड़कियों के साथ संस्थागत ढंग से भेदभाव, अलगाव, अपमान और बहिष्करण के विरुद्ध महिलाओं के संघर्ष को रेखांकित करता है.”

इस वर्ष, मई महीने में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने नरगिस मोहम्मदी को जेल में बन्द, दो अन्य ईरानी महिला पत्रकारों क साथ प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार से सम्मानित किया था.