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यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश, यूक्रेन संकट पर, न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में, पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Loey Felipe

यूक्रेन: दुनिया को युद्ध नहीं, शान्ति की ज़रूरत है, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस की "विशेष सैनिक कार्रवाई" ग़लत है और यूएन चार्टर के सिद्धान्तों का भी उल्लंघन है. यूएन प्रमुख ने न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में, गुरूवार को पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया को युद्ध की विभीषिका की नहीं, बल्कि शान्ति की ज़रूरत है. यूएन महासभा अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने भी तत्काल युद्धविराम, तनाव में कमी लाने और कूटनीति व सम्वाद की ओर लौटने का आग्रह किया है. 

यूएन सुरक्षा परिषद यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा करते हुए.
UN Photo/Loey Felipe

यूक्रेन में संकट, विश्व के लिये 'एक ख़तरनाक पल'

यूक्रेन में मौजूदा संकट के मुद्दे पर बुधवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के दौरान, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन से पुरज़ोर अपील करते हुए यूक्रेन पर हमला ना करने की पुकार लगाई. सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने भी पिछले तीन दिनों में, सुरक्षा परिषद की दूसरी आपात बैठक के दौरान, सैन्य टकराव से पीछे हटने और कूटनीति समाधान पर बल दिया है.

यूक्रेन में एक महिला, अपने बनाए हुए गुलाब बाग़ीचे की तबाही को देखते हुए (फ़ाइल)
Danish Red Cross/Jakob Dall

यूक्रेन संकट: युद्ध के विनाशकारी नतीजों की आशंका

यूक्रेन में बुधवार देर रात रूस का “विशेष सैन्य अभियान” शुरू होने के बाद, गुरूवार को यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में बड़े पैमाने पर लोगों के भागने की ख़बरों के बीच, यूएन एजेंसियों ने, सैन्य कार्रवाई के विनाशकारी परिणाम होने की चेतावनी जारी की है.

यूक्रेन संकट पर, यूएन सुरक्षा परिषद की देर रात आपात बैठक
© UN Photo/Mark Garten

यूक्रेन संकट: यूएन सुरक्षा परिषद की आपात बैठक, इस बीच रूस का 'विशेष सैन्य अभियान'

"राष्ट्रपति पुतिन, अपनी सेनाओं को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें, शान्ति को एक मौक़ा दें", ये शब्द हैं संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश के, जो उन्होंने यूक्रेन संकट पर सुरक्षा परिषद की बुधवार रात को हुई आपात बैठक के दौरान, रूसी राष्ट्रपति से शान्ति अपील करते हुए कहे. पिछले तीन दिनों में, सुरक्षा परिषद की ये दूसरी आपात बैठक थी.

बांग्लादेश के एक गाँव के कुछ निवासी एक स्थानीय स्कूल का दौरा करते हुए.
World Bank/Dominic Chavez

विकास वित्त में 'निवारण के अधिकार' को शामिल करना ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने बुधवार को, वाशिंगटन डीसी में, “विकास वित्त में निवारण” नामक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है कि उपचार के मानवाधिकार सिद्धान्त और वास्तविक स्थिति के बीच, विकास वित्त के सन्दर्भ में, अक्सर व्यापक अन्तराल देखा गया है.

ग़ाज़ा पट्टी में इसराली बमबारी में ध्वस्त हुए एक तीन-मंज़िला मकान के बाहर एक लड़की.
© UNICEF/Eyad El Baba

मध्य पूर्व: जायज़ राजनैतिक प्रक्रिया का कोई विकल्प नहीं, सुरक्षा परिषद में यूएन दूत

मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिये यूएन के विशेष समन्वयक टॉर वैनेसलैण्ड ने कहा है कि इसराइल के क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़ों में, राजनैतिक समाधान के अभाव में, ख़राब होते हालात अस्थिरता की ओर बढ़ रहे हैं. इसके मद्देनज़र, उन्होंने सचेत किया है कि टकराव को बढ़ावा देने वाले मूल मुद्दों के निपटारे के लिये, एक जायज़ राजनैतिक प्रक्रिया का कोई विकल्प नहीं है.

यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में एक महिला गोलबारी में क्षतिग्रस्त हुए एक स्कूल के बाहर खड़ी है.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

यूक्रेन संकट पर महासभा का सत्र: तनाव में कमी, संयम व तर्क की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूक्रेन में मौजूदा संकट के मुद्दे पर बुधवार को महासभा के एक सत्र को सम्बोधित करते हुए आगाह किया है कि दुनिया ख़तरों से भरे एक क्षण का सामना कर रही है. महासचिव ने सम्पर्क रेखा पर युद्धविराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं पर चिन्ता जताते हुए कहा है कि यह समय संयम व तर्क से काम लेने और तनाव में कमी लाने का है.

यूएन शान्तिरक्षक और मध्य अफ़्रीकी सुरक्षा बल बान्गई में गश्त के दौरान.
MINUSCA/Hervé Serefio

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य में यूएन मिशन के स्टाफ़ की गिरफ़्तारी की कड़ी निन्दा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में बन्दी बनाए गए यूएन शान्तिरक्षा मिशन के चार सदस्यों को रिहा किये जाने की पुकार लगाई है.

माँ ने अपने नवजात शिशु को गोद में लिया हुआ है.
© UNSPLASH/Holie Santos

शिशु फ़ॉर्मूला मार्केटिंग है आक्रामक व भ्रामक, यूएन रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों ने एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया भर में माता-पिता, अभिभावक और गर्भवती महिलाएँ, बेबी फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थों की आक्रामक मार्केटिंग का आसान निशाना बनने के दायरे में हैं.

जंगल में धधकती आग की लपटों पर क़ाबू पाने का प्रयास.
Unsplash/Fabian Jones

वनों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने की आशंका, ‘तैयार नहीं हैं सरकारें’

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और नॉर्वे में स्थित उसके एक साझीदार संगठन ( GRID-Arendal) की एक रिपोर्ट में जंगलों में आग लगने की घटनाओं की आवृत्ति व गहनता बढ़ने की आशंका जताई गई है. रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2030 तक इन घटनाओं में 14 प्रतिशत होने की सम्भावना है, जिसकी एक बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन और भूमि-इस्तेमाल में बदलाव आना है.