वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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मध्य पूर्व

लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अन्तरिम बल शान्तिरक्षक, गश्त के दौरान. (फ़ाइल 2020)
UNIFIL/Pasqual Gorriz

लेबनान: ब्लू लाइन पर विस्फोट में यूएन शान्तिरक्षक घायल, जाँच शुरू

लेबनान में तैनात संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा बल (UNIFIL) ने देश के रमीश इलाक़े में हाल ही में हुए एक विस्फोट की जाँच शुरू करने की घोषणा की है, जिसमें चार निहत्थे यूएन शान्तिरक्षक घायल हो गए हैं. 

मोज़ाम्बीक़ के राजदूत पैड्रो कॉमीसैरियो अफ़ोंसो, फ़लस्तीन के प्रश्न और मध्य पूर्व स्थिति पर सुरक्षा परिषद को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Eskinder Debebe

ग़ाज़ा युद्धविराम के लिए सुरक्षा परिषद प्रस्ताव ‘बाध्य और अनिवार्य’

ग़ाज़ा में अक्टूबर से जारी युद्ध को रोकने के लिए, सुरक्षा परिषद ने पहली बार 25 मार्च को, तत्काल युद्धविराम की मांग करने वाले एक प्रस्ताव पारित किया था. जिसके बाद ये चर्चाएँ गरम हो गईं कि इस प्रस्ताव की क़ानूनी हैसियत क्या है, यानि यह क़ानूनी रूप से बाध्य है या नहीं और इसे लागू करने के लिए क्या कार्रवाई की जा सकती है.

ग़ाज़ा में भोजन की भारी क़िल्लत है और लाखों लोगों तक नहीं के बराबर भोजन सामग्री पहुँच पा रही है.
© UNRWA

ग़ाज़ा में स्वास्थ्य व्यवस्था, ‘उखड़ी साँसों के साथ’ प्रयासरत

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने गुरूवार को कहा है कि ग़ाज़ा में, लगभग पाँच महीने की इसराइली सघन बमबारी के बाद, स्वास्थ्य व्यवस्था, उखड़ी साँसों के साथ, सेवाएँ देने की कोशिश कर रही है. संयुक्त राष्ट्र की आपदा राहत समन्वय एजेंसी – OCHA ने ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति पर लगी पाबन्दियों को तुरन्त ख़त्म किए जाने की पुकार दोहराई है.

ग़ाज़ा युद्ध में बुनियादी ढाँचे को भीषण हानि हुई है जिसमें स्कूलों की तबाही भी शामिल है.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा युद्ध: इसराइली बमबारी शुरू होने के बाद, 212 स्कूल बने 'सीधे निशाना'

संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक विश्लेषण में बुधवार को कहा गया है कि ग़ाज़ा पट्टी में, लगभग छह महीने की इसराइली भीषण बमबारी में 212 स्कूलों को “सीधे रूप” में निशाना बनाया गया है.

यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान विशेष समन्वयक टोर वैनेसलैंड स्क्रीन पर.
UN Photo/Eskinder Debebe

'अपार पीड़ा' से गुज़र रहे ग़ाज़ा में तुरन्त युद्धविराम लागू किए जाने की पुकार

मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए संयुक्त के विशेष दूत टोर वैनेसलैंड ने ग़ाज़ा पट्टी में तुरन्त मानवतावादी युद्धविराम लागू किए जाने और सभी बंधकों की रिहाई के लिए मंगलवार को पुरज़ोर अपील जारी की है. उन्होंने ग़ाज़ा में गहरी पीड़ा और क़ाबिज़ पश्चिमी तट में हिंसा जारी रहने पर क्षोभ व्यक्त किया है.

ग़ाज़ा युद्ध में हज़ारों बच्चे हताहत हुए हैं, घायल बच्चों के समुचित इलाज के लिए, पर्याप्त अस्पताल भी नहीं बचे हैं.
© WHO/Christopher Black

ग़ाज़ा: मानवीय सहायता आपूर्ति में बाधाओं से, निकट है अकाल

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने कहा है कि ग़ाज़ा में सहायता आपूर्ति को इसराइल की अनुमति नहीं मिलने से उत्पन्न बाधाओं की वजह से, अकाल जैसे हालात बन गए हैं. उधर इसराइली बलों और हमास के बीच मंगलवार को लड़ाई में, अनेक बच्चों की मौतें होने की ख़बरें हैं.

ग़ाज़ा में तत्काल युद्धविराम की मांग करने वाले प्रस्ताव पर, सुरक्षा परिषद की बैठक (25 मार्च 2024)
UN Photo/Loey Felipe

ग़ाज़ा: रमदान के दौरान तुरन्त युद्धविराम के लिए, सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को, ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध और मानवीय पीड़ा पर विराम लगाने के लिए, तत्काल युद्धविराम लागू किए जाने और तमाम बन्धकों की तत्काल व बिना शर्ति रिहाई की मांग करने वाला एक नया प्रस्ताव पारित कर दिया है. इससे पहले, पिछले शुक्रवार को अमेरिका द्वारा प्रस्तावित एक मसौदे को रूस और चीन ने वीटो कर दिया था.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, मिस्र की अपनी रमदान एकजुटता यात्रा के दौरान, मिस्र के अल-आरिश अस्पताल में इलाज करा रहे फ़लस्तीनियों से भी मुलाक़ात की.
UN Photo/Mark Garten

‘ग़ाज़ा में लम्बी शान्ति के लिए ज़ोर लगाना होगा’, भुखमरी का जोखिम निकट

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में भुखमरी के अत्यन्त निकट जोखिम के बीच, सोमवारक को, वहाँ युद्ध की टिकाऊ समाप्ती और तमाम बन्धकों की रिहाई की अपनी पुकार दोहराई है. उनकी ये पुकार ऐसे समय में आई है जब ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध के कारण अभूतपूर्व विध्वंस और विनाश जारी है.

उत्तरी ग़ाज़ा में दो वर्ष से कम आयु के हर तीन में से एक बच्चा, कुपोषण का शिकार है.
© UNRWA

ग़ाज़ा: इसराइल ने UNRWA सहायता क़ाफ़िलों को अनुमति देने से किया इनकार

इसराइल ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) के खाद्य सहायता क़ाफ़िलों को, उत्तरी ग़ाज़ा में जाने की अब और अनुमति नहीं दी जाएगी.

ग़ाज़ा में दो महिलाएँ एक क्षतिग्रस्त सड़क को पार कर रही हैं.
© UNICEF/Omar Al-Qattaa

यूएन सहायता टीम पहुँची उत्तरी ग़ाज़ा में, लोग बीमारी व भूख से बेहाल

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने ग़ाज़ा पट्टी में जारी बमबारी के बीच क्षोभ व्यक्त किया है कि उत्तरी हिस्से में स्थित एक अस्पताल में स्तब्ध कर देने वाले स्तर पर बीमारियाँ और भूख फैली हुई है.