वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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नवीनतम समाचार

नस्लभेद के ख़िलाफ़, ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन
© Unsplash/Ying Ge

नस्लभेद है देशों व समाजों में संक्रमण, जड़ से मिटाने की पुकार

"नस्लभेद एक ऐसी बुराई है जिसने दुनिया भर में, देशों व समाजों को संक्रमित कर रखा है." नस्लीय भेदभाव को मिटाने के लिए, अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर वीडियो सन्देश...

हेती में गैंग-युद्ध के कारण उपजी हिंसा और असुरक्षा में, बहुत से लोगों को बेघर होना है.
© IOM/Antoine Lemonnier

हेती की राजधानी में हालात बद से बदतर, 55 लाख लोगों को मदद की ज़रूरत

हेती में गैंग-युद्ध से त्रस्त राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, जिसमें भूख संकट बढ़ रहा है. गैंग-युद्ध में घायल होने वाले लोगों के इलाज के लिए अस्पतालों में चिकित्सा सामान की भारी क़िल्लत हो रही है.

सीरिया में 13 वर्षों के गृहयुद्ध में भीषण तबाही हुई है.
© UNOCHA

सीरिया: राजनैतिक गतिरोध और हिंसा से मानवीय संकट को मिल रही हवा

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पैडरसन ने कहा है कि देश में पिछले 13 वर्ष से जारी हिंसक टकराव और मौजूदा राजनैतिक गतिरोध से लाखों नागरिक गहरी पीड़ा से गुज़र रहे हैं और शान्ति की दिशा में प्रयासों में बाधा पेश आ रही है. 

यूएन महासभा की बैठक (फ़ाइल फ़ोटो)
UN Photo/Loey Felipe

कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) पर यूएन महासभा में अहम प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सुरक्षित व भरोसेमन्द कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेंस/एआई) प्रणालियों को बढ़ावा देने के इरादे से गुरूवार को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया है, ताकि इनके ज़रिये सर्वजन तक टिकाऊ विकास का लाभ पहुँचाया जा सके.

इंडोनेशिया के रियाउ में स्थित वन में आग लगने से हुआ नुक़सान.
© UN Indonesia

वनों में आग लगने की घटनाओं की रोकथाम, पथ प्रदर्शक की भूमिका में इंडोनेशिया

विश्व भर में हर साल सात करोड़ हेक्टेयर वन, आग लगने की घटनाओं से प्रभावित होता है, जिससे बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय और आर्थिक क्षति होती है. इस वर्ष 21 मार्च को ‘अन्तरराष्ट्रीय वन दिवस’ के अवसर पर, एक नज़र इंडोनेशिया में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में लागू की गई एक पहल पर, जिसके ज़रिये वनों में आग लगने की घटनाओं में कमी लाने, आजीविकाओं की रक्षा करने और हानिकारक उत्सर्जन में कटौती करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

सूखे की परिस्थितियों के कारण सोमालिया में बड़ी संख्या में लोग विस्थापन का शिकार हुए हैं.
© UNHCR/Samuel Otieno

संकट से आपदा तक: अकाल के विभिन्न स्तर

अकाल अपरिहार्य नहीं है. विश्व खाद्य कार्यक्रम के विशेषज्ञ, आरिफ़ हुसैन ने, भुखमरी के संकट को रोकने के लिए, शीघ्र सहायता कार्रवाई किए जाने की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया है. सूखे जैसे पारम्परिक कारणों पर संघर्ष-प्रेरित अकाल की छाया पड़ रही हैजिससे उसपर ध्यान देना ज़रूरी हो गया है. एक वीडियो.

ग़ाज़ा युद्ध में बुनियादी ढाँचे को भी भीषण हानि हुई है. ख़ान यूनिस इलाक़े में तबाही का एक दृश्य.
© UNICEF/James Elder

ग़ाज़ा व यूक्रेन में जारी युद्ध के मद्देनज़र, यूएन प्रमुख ने दोहराई शान्ति पुकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में युद्धविराम और यूक्रेन में शान्ति की अपनी पुकारें, गुरूवार को फिर दोहराई हैं. उन्होंने आज की अस्तव्यस्त वैश्विक व्यवस्था और ऐसे किसी भी देश या सशस्त्र गुट पर भी निशाना साधा है जो यह सोचते हैं कि वो अपनी इच्छानुसार कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि कोई जवाबदेही नहीं है.

फ़्राँस की पूर्व विदेश मंत्री कैथरीन कोलोन्ना, UNRWA के लिए स्वतंत्र समीक्षा समूह की प्रमुख हैं.
UN Photo/Manuel Elias

UNRWA समीक्षा पैनल ने यूएन महासचिव को सौंपी अपनी अन्तरिम रिपोर्ट

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) की समीक्षा कर रहे स्वतंत्र पैनल ने अपनी अन्तरिम रिपोर्ट, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश को सौंपी है. यूएन महासचिव कार्यालय ने संवाददाताओं के नाम जारी एक नोट में यह जानकारी दी है.

महिलाओं की स्थिति पर आयोग (CSW) की वार्षिक 68वीं बैठक के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन ने, यूएन वीमैन के साथ मिलकर, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की रोकथाम में संसाधन निवेश विषय पर एक संगोष्टि आयोजित की.
UN News

#CSW68: 'दैनिक कॉफ़ी के बराबर ख़र्च', लैंगिक हिंसा की रोकथाम में धन निवेश का मुद्दा

महिलाओं की स्थिति पर आयोग की वार्षिक 68वीं बैठक में, महिला-मज़बूती से सम्बन्धित अनेक मुद्दों पर चर्चा हो रही है. इनमें एक मुद्दा लैंगिक हिंसा की रोकथाम के लिए संसाधन निवेश का भी है. यूएन वीमैन का कहना है कि लैंगिक समानता हासिल करने के लिए इतनी रक़म की दरकार है, जितनी रक़म हम, हर दिन कॉफ़ी पीने पर ख़र्च कर देते हैं. 

ऑडियो
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सूडान में हिंसक टकराव की वजह से लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
© UNOCHA/Ala Kheir

सूडान: हिंसक टकराव के कारण गहराता भूख संकट, बेरोकटोक सहायता मार्ग की अपील

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसियों ने आगाह किया है कि सूडान में पिछले 11 महीने से जारी बर्बर लड़ाई के कारण भूख संकट गहरा रहा है, और इस वर्ष मई तक कुछ क्षेत्रों में खाद्य असुरक्षा हालात विनाशकारी स्तर तक पहुँच सकते हैं.