वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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नवीनतम समाचार

‘नो मोर होमिसाइड्स’- मैक्सिको सिटी की एक दीवार पर बनी ग्रैफिटी. यहां लिंग आधारित हत्याओं के ख़िलाफ़ जन आंदोलन चल रहा है.
Denis Bocquet

'महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा समाज के लिए ‘शर्म की बात’ है'

महिलाओं और बच्चियों के ख़िलाफ़ हिंसा न सिर्फ मानवाधिकार का मुद्दा है, बल्कि यह ‘नैतिक रूप से उनका तिरस्कार’ भी है और सभी समाजों के लिए ‘शर्म की बात’. महिलाओं विरुद्ध हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतॉनियो गुटेरेश ने यह बात कही. उन्होंने इस उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए दुनिया भर के देशों का आह्वान किया.  

इसीसीसी की सुनवाई के दौरान ट्रायल चैम्बर में खीयू सैम्फैन (बाएँ) और नुओन चिया
Credit English (NAMS)

पूर्व खमेर रूज नेताओं को दोषी सिद्ध करने के ऐतिहासिक फैसले का स्‍वागत

संयुक्‍त राष्‍ट्र समर्थित अंतर्राष्‍ट्रीय ट्राइब्‍यूनल द्वारा कम्‍बोडिया में खमेरूज के दो पूर्व नेताओं को नरसंहार के आरोपों का दोषी पाए जाने के ऐतिहासिक फ़ैसले का संयुक्‍त राष्‍ट्र नरसंहार निरोधी विशेष सलाहकार ने स्‍वागत किया. 

बांग्लादेश के एक शरणार्थी शिविर में कुछ बच्चे अनौपचारिक शिक्षा हासिल करते हुए
Credit English (NAMS)

रोहिंज्या शरणार्थियों को जबरन वापस न भेजने के बांग्‍लादेश के वक्‍तव्‍य का स्‍वागत

संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष, यूनिसेफ ने बांग्‍लादेश सरकार की तरफ़ से इस पुष्टि का स्‍वागत किया कि रोहिंग्‍या शरणार्थियों को उनकी इच्‍छा के बिना म्‍यांमार वापस नहीं भेजा जाएगा जहां से उनके अधिकारों का उल्‍लंघन जारी रहने की खबरें आ रही हैं. 

कोलंबिया के सैन निकोलस इलाक़े में एक महिला अपने एक चिकन फॉर्म की देखभाल करते हुए
© World Bank/Charlotte Kesl

ख़त्म हो रहा है एंटीबॉयोटिक्स दवाओं का असर

अगर इंसानों की आदतों और तथ्यों पर ग़ौर करें तो ये कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी. 21वीं सदी के आधा पूरा होने तक एशिया में ऐसे हालात पैदा हो सकते हैं कि हर साल क़रीब पचास लाख लोगों की मौत एंटीबॉयोटिक्स दवाओं के बेअसर होने की वजह से होने लगेगी.

एक महिला रोहिंज्या शरणार्थी चार में से जीवित बचे अपने दो बच्चों के साथ बांग्लादेश में एक शरणार्थी शिविर में - 22 अक्तूबर 2018
© UNHCR/Chris Melzer

रोहिंज्या लोगों की वापसी सुरक्षित और उनकी मर्ज़ी से हो

संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के लिए शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि म्याँमार से सुरक्षा के लिए भागने को मजबूर होकर बांग्लादेश पहुँचे रोहिंज्या शरणार्थियों की स्वदेश वापसी उनकी इच्छानुसार ही होनी चाहिए. फिलिपो ग्रैंडी ने कहा कि म्याँमार में रोहिंज्या लोगों के मूल निवास स्थानों पर अब भी हालात सुरक्षित नहीं हैं जिससे कि उनकी सम्मानजक और टिकाऊ तरीक़े से वापसी हो सके.

अगले कुछ दशकों के दौरान ओज़ोन परत की गुणवत्ता बहाल होने की उम्मीद है
UNEP

ओज़ोन परत में बेहतरी से उम्मीद मज़बूत हुई

संयुक्त राष्ट्र की एक ताज़ा रिपोर्ट में दिखाया गया है कि ओज़ोन परत में लगातार सुधार हो रहा है. इन ताज़ा परिणामों की ये कहते हुए भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है कि विश्व स्तर पर एकजुट प्रयासों के ज़रिए कितनी बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है. साथ ही इन आँकड़ों को जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप विश्व तापमान में बढ़ोत्तरी को रोकने के प्रयासों में एक प्रेरणा के रूप में भी पेश किया जा रहा है. 

मध्य पूर्व मसले पर सुरक्षा परिषद की बैठक
यूएन फोटो/रिक बायोर्नस

‘शांति बहाली की उम्मीद क़ायम रखना साझा ज़िम्मेदारी’

इसराइल द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़लस्तीनी इलाक़ों पूर्वी येरुशलम और पश्चिमी तट में हिंसा बढ़ रही है और इसराइली अधिकारी अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन करते हुए लगातार फ़लस्तीनी घरों और संपत्ति को ध्वस्त करने के साथ-साथ ज़ब्त भी कर रहे हैं, और ऐसा इसराइली अधिकारी अन्तरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करते हुए कर रहे हैं. मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत निकोलय म्लादेनॉफ़ ने बृहस्पतिवार को सुरक्षा परिषद को ये जानकारी दी.

सोमालिया के बेलेट वेयन शहर में बाढ़ पीड़ित एक महिला अपने बच्चों के साथ एक राहत शिविर में.
यूएन फ़ोटो/इलयास अहमद

2050 तक दो अरब आबादी और जुड़ जाएगी

विश्व की जनसंख्या में वर्ष 2050 तक 2 अरब 20 करोड़ आबादी और जुड़ जाएगी. संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को कहा कि इसमें से आधी से अधिक जनसंख्या यानी क़रीब 1अरब 30 करोड़ सब सहारा अफ्रीका में बढ़ने की उम्मीद है जहां स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा तक महिलाओं की पहुंच बहुत सीमित है, साथ ही उन्हें ‘बड़े पैमाने पर लैंगिक भेदभाव’ का भी सामना करना पड़ता है.

हेती की एक जेल में बन्द एक लड़का बाहर की दुनिया से सम्पर्क बनाने की कोशिश करता हुआ, तस्वीर 2005 की है.
© UNICEF/Roger LeMoyne

किशोर अपराधियों को मृत्युदंड पर गहरी चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतॉनियो गुटेरेश ने अनेक देशों में बाल व किशोर अपराधियों को मौत की सज़ा दिए जाने पर गहरी चिन्ता जताई है.

इंडोनेशिया में सितम्बर 2018 में आए भूकम्प और सूनामी में भीषण तबाही का एक दृश्य
UNICEF/Arimacs Wilander

क़ुदरती हादसों से खरबों का नुक़सान

संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले क़रीब 20 वर्षों के दौरान भूकम्प और सूनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से क़रीब 13 लाख लोगों की जान जा चुकी है.