ब्रसेल्स सम्मेलन के मौक़े पर, यमन के लिए तत्काल सहायता अपील
संयुक्त राष्ट्र और 90 अन्य साझीदार संगठनों ने बुधवार को कहा है कि दानदाताओं को यमन में लाखों ज़रूरतमन्द लोगों की मदद करने के प्रयासों को अपना समर्थन जारी रखना होगा.
संयुक्त राष्ट्र और 90 अन्य साझीदार संगठनों ने बुधवार को कहा है कि दानदाताओं को यमन में लाखों ज़रूरतमन्द लोगों की मदद करने के प्रयासों को अपना समर्थन जारी रखना होगा.
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने सचेत किया है कि मध्य पूर्व क्षेत्र में गहराते तनाव के बीच, यमन में पहले से क़ायम संकट अब भूराजनैतिक घटनाक्रम व समीकरणों से भी प्रभावित हो रहा है.
यमन में युद्ध, सोमवार (25 मार्च) को दसवें वर्ष में दाख़िल हो गया है. इसके मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता कर्मियों ने चेतावनी जारी की है कि देश की आधी से अधिक आबादी को सहायता की सख़्त ज़रूरत है.
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने, देश में एक राष्ट्रव्यापी युद्धविराम तुरन्त लागू किए जाने और लोगों के जीवन-यापन के हालात में सुधार करने के लिए, उपाय किए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रुंडबर्ग ने बुधवार को कहा है कि ग़ाज़ा में युद्ध के झटकों की गूंज, व्यापक मध्य पूर्व क्षेत्र में सुनी और देखी जा रही है और यमन में भी स्थिति कुछ महीने पहले की तुलना में कहीं अधिक जटिल है.
यमन में हूथी अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र व अन्य मानवीय सहायता एजेंसियों के अमेरिकी और ब्रितानी पासपोर्ट धारक स्टाफ़ को, एक महीने के भीतर, देश छोड़ देने का आदेश दिया है.
यमन में संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से हासिल किये गए ऐतिहासिक युद्ध विराम समझौते को लागू हुए लगभग चार महीने पूरे हो गए हैं, और विशेष दूत हैंस ग्रूण्डबर्ग ने गुरूवार को यमन सरकार और हूथी विद्रोहियों से, इस “परिवर्तनकारी” समझौते को आगे बढाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया है, जो 2 अगस्त को ख़त्म हो रहा है.
सुरक्षा परिषद को बताया गया है कि यमन में असाधारण युद्ध विराम समझौता लागू होने के बाद से लड़ाई में कमी और अन्य सकारात्मक घटनाक्रम देखे गए हैं, मगर इस युद्ध विराम समझौते को सम्पूर्ण रूप से लागू करने और बढ़ती मानवीय ज़रूरतों व असुरक्षा के समाधान निकालने के लिये कार्रवाई किये जाने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया गया है.
यमन के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैन्स ग्रुण्डबर्ग ने कहा है कि देश में रमदान महीने के साथ ही शनिवार, 2 अप्रैल को शुरू हुए दो महीने के युद्धविराम समझौते की कामयाबी के लिये, संकल्प व प्रतिबद्धता बहुत महत्वपूर्ण कारक साबित होंगे.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यमन और सऊदी अरब में हाल के दिनों में हिंसक टकराव में आई तेज़ी और नागरिक प्रतिष्ठानों पर किये गए हमलों पर चिन्ता जताई है.