वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

साक्षात्कार

COI Ukraine/Saule Mukhametrakhimova

यूक्रेन: पीड़ितों की हरसम्भव मदद और न्यायिक जवाबदेही तय की जानी ज़रूरी

यूक्रेन में मानवाधिकार हनन मामलों की जाँच कर रहे स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय आयोग ने, हाल ही में मानवाधिकार परिषद को बताया कि इमारतों, बुनियादी ढाँचे और चिकित्सा संस्थानों पर किए गए हमलों, बन्दियों को यातना देने और यौन व लिंग-आधारित हिंसा के मामलों में जानकारी जुटाई गई है. 

यूएन मानवाधिकार परिषद ने मार्च 2022 में इस आयोग का गठन  किया था, जिसका दायित्व, यूक्रेन पर रूसी महासंघ के आक्रमण के सन्दर्भ में, मानवाधिकार, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के उल्लंघन और सम्बन्धित अपराधों की जाँच करना है.

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WHO

तम्बाकू नियंत्रण के लिए MPOWER लागू करना अहम

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी (WHO) की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि तम्बाकू सेवन अब भी सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों में से एक बना हुआ है. इसके बावजूद 53 देशों में धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबन्ध अब भी लागू नहीं है. 

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UN News/Srdjan Slavkovic

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में निहित हैं अपार अवसर, मगर जोखिमों के प्रति सतर्कता ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हाल ही में डिजिटल मंचों पर Information Integrity यानि सूचना सत्यनिष्ठा पर केन्द्रित अपनी

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UN News/Anshu Sharma

भारत: पक्षी और प्लास्टिक पर, डॉक्टर पूर्णिमा देवी बर्मन के साथ बातचीत

विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) 2023 की थीम है -  'प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान.' आज हर जगह प्लास्टिक के ढेर देखने को मिल रहे है, और पूरा विश्व इससे होने वाले नुक़सान को समझ रहा है. प्लास्टिक ने पर्यावरण में पैठ बना ली है, जिससे पारिस्थितिक तंत्र, स्थलीय, जलीय और उड़ने वाली प्रजातियों के साथ-साथ, मानव स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.

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UNMISS

शान्ति स्थापना प्रयासों में, शान्तिरक्षकों का बूंद-बूंद योगदान

दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNMISS) के तहत, मालाकल में तैनात भारतीय शान्तिरक्षक मेजर रितु मलिक का कहना है कि हिंसक टकराव और असुरक्षा से जूझ रहे देशों में, यूएन शान्तिरक्षक, शान्ति स्थापना के विशाल लक्ष्य को हासिल करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

मेजर रितु मलिक ने बताया कि एक शान्तिरक्षक के रूप में तैनाती के दौरान, उन्होंने थोड़े ही समय में बहुत कुछ सीखा है, और चुनौतियों के बावजूद, विविध पृष्ठभूमियों व देशों से आए शान्तिरक्षकों के साथ, यूएन के झंडे तले सेवाएँ प्रदान करना एक शानदार अनुभव है.

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UN News

संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षकों की असाधारण सेवा का साहसिक सफ़र

यूएन शान्तिरक्षा अभियानों के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शान्तिरक्षकों के बेमिसाल जज़्बे को अभिवादन करते हुए याद किया जा रहा है. शान्तिरक्षक, हमारे जीवन की रक्षा व उसमें बदलाव की ख़ातिर, लगातार मुस्तैद रहते हैं.

भारतीय सेना में गत 9 वर्षों से कार्यरत मेजर प्रशान्त राठी, दक्षिण सूडान में यूएन मिशन (UNMISS) नाईल प्रान्त में तैनात हैं. गत चार वर्षों से मेजर प्रशान्त यूएन मिशन के साथ जुड़े हुए हैं.

29 मई को अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस के अवसर पर, मेजर प्रशान्त राठी के साथ, यूएन न्यूज़ की शिवानी काला की एक ख़ास बातचीत...

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© UNHCR/Kiri Atri

चक्रवाती तूफ़ान मोका के बाद, बांग्लादेश में राहत कार्य

शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान मोका गत रविवार (14 मई) को, तीव्रता के साथ बांग्लादेश और म्याँमार के तटीय इलाक़ों से टकराया. हालाँकि जैसी पहले आशंका जताई गई थी, चक्रवात मोका की ज़मीन पर दस्तक, कॉक्सेस बाज़ार के विशाल शरणार्थी शिविर में नहीं हुई. लेकिन फिर भी भीषण हवाओं के कारण इन स्थानों पर सैकड़ों अस्थाई आश्रय तहस-नहस हो गए. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ सप्ताहान्त से ही, बचाव व राहत कार्यों में जुटी हुई हैं और तटीय इलाक़ों से संवेदनशील आबादी को बचाकर, सुरक्षित शरण स्थलों पर पहुँचाया गया है.

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Raghuveer Sharma

‘प्रार्थना करते हैं कि सूडान में हालात, जल्द ही सामान्य हो जाएँ’

सूडान में शीर्ष सैन्य नेतृत्व के बीच जारी घातक सत्ता संघर्ष से देश में गम्भीर स्थिति बनी हुई है. ऐसे में बहुत से देशों ने सूडान से अपने नागरिकों को बाहर निकालने के अभियान चलाए हैं, जिनमें भारत का 'कावेरी अभियान' भी शामिल है. इस अभियान के तहत साढ़े तीन हज़ार से ज़्यादा भारतीय नागरिकों को सूडान से सुरक्षित बाहर निकालकर, भारत वापिस पहुँचाया गया है. इन्हीं भारतीय नागरिकों में से एक हैं - राजस्थान के रघुवीर शर्मा, जिन्होंने हमारी सहयोगी, अxशु शर्मा के साथ एक बातचीत में, सूडान के भयावह हालात का आँखों देखा हाल सुनाया... (ऑडियो)

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UN News

टिकाऊ ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, 'युवाओं का साथ ज़रूरी'

आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) के वार्षिक युवा फ़ोरम में विश्व भर से युवा प्रतिनिधि, एक सतत भविष्य के लिए ऊर्जा स्रोतों में बदलाव की अहमियत पर चर्चा के लिए जुटे हैं. सर्वजन के लिए टिकाऊ, भरोसेमन्द और आधुनिक ऊर्जा को सुनिश्चित किया जाना, मानव विकास और 2030 एजेंडा के सातवें टिकाऊ विकास लक्ष्य के लिए अत्यावश्यक है. इस अवसर पर, युवा प्रतिनिधि आशना अग्रवाल ने कोविड-19 से पुनर्बहाली की गति में तेज़ी लाने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को फिर से पटरी पर लाने के विषय पर केन्द्रित एक सत्र में हिस्सा लिया. यूएन न्यूज़ की शिवानी काला के साथ उनकी एक बातचीत...
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UN News

'विश्व आबादी को एक संसाधन, एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए'

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के भारत कार्यालय में आबादी मामलों के विशेषज्ञ डॉक्टर संजय कुमार का कहना है कि क़रीब आठ अरब हो चुकी विश्व जनसंख्या को एक संसाधन, और अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए.

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