वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

साक्षात्कार

UN News/Sachin Gaur

जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाने के प्रयासों को मिली मज़बूती

हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में कॉप28 जलवायु सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाने का मुद्दा विशेष रूप से चर्चा के केन्द्र में रहा. 

पाकिस्तानी अमेरिकी मूल की युवा जलवायु कार्यकर्ता और जलवायु परिवर्तन पर यूएन महासचिव की युवा सलाहकार टीम की सदस्य, आएशा सिद्दीक़ा का कहना है कि पिछले कई सालों से की जा रही कोशिशों के बाद ही यह सम्भव हो पाया है. 

उन्होंने दुबई मे यूएन न्यूज़ हिन्दी के साथ एक बातचीत में जलवायु सम्मेलन में उनके अनुभव के बारे में बताया. 

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UN News/Sachin Gaur

सैनिट्री पैड री-सायकिल करने की टैक्नॉलॉजी के ज़रिये, पर्यावरण संरक्षण में योगदान

28-वर्षीय अजिंक्या धारिया, भारत के महाराष्ट्र राज्य में पुणे शहर से हैं और पैडकेयर (PadCareX) टैक्नॉलॉजी उन्हीं की एक पहल है. 

यह सैनेट्री नैपकिन को रिसाइकर करने की एक ऐसी टैक्नॉलॉजी है, जिसके ज़रिये लुगदी और प्लास्टिक को अलग करके, पैकेजिंग व कृषि क्षेत्र के लिए उत्पाद तैयार किए जाते हैं. 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने भविष्य को आकार दे रहे 30 वर्ष से कम उम्र के नवप्रवर्तकों की सूची में उन्हें शामिल किया है. 

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7'18"
UN News

भारत: वायु प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर ने बढ़ाई चिन्ता

भारत के उत्तरी हिस्से में सितम्बर-अक्टूबर के महीने, अक्सर अपने साथ वायु प्रदूषण की गम्भीर चुनौती लेकर आते हैं. राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाक़ों में, वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण के अलावा, छोटे व मध्यम स्तर के उद्योग, कोयला आधारित उद्योग, अपशिष्ट का कुप्रबन्धन व डीज़ल जेनरेटर आदि प्रदूषित वायु के प्रमुख स्रोत हैं. 

इससे इतर, कुछ प्रदेशों में किसानों द्वारा पराली जलाने से समस्या और भी गम्भीर हो जाती है. 

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UNESCO

फ़िल्म जगत में AI से उभरी असीम सम्भावनाएँ, मगर ऐहतियाती उपाय भी ज़रूरी

सृजनात्मक क्षेत्र में जनरेटिव एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के इस्तेमाल से विविध प्रकार की सम्भावनाएँ उपजी हैं और समय व संसाधनों की बचत के साथ, रचनात्मकता को नए आयाम दिए जा सकते हैं. 

मगर, एआई का प्रयोग बढ़ने से रोज़गार सुरक्षा, बौद्धिक सम्पदा अधिकार और मानव अभिव्यक्ति की मौलिकता के लिए जोखिम भी पनप रहे हैं.

भारत के हैदराबाद शहर में मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में अन्तरराष्ट्रीय मीडिया केन्द्र के निदेशक रिज़वान अहमद के अनुसार, एआई में निहित अपार सम्भावनाएँ निहित हैं, मगर टैक्नीशियन, कलाकार और लेखक इससे चिन्तित भी हैं. 

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COI Ukraine/Saule Mukhametrakhimova

यूक्रेन: पीड़ितों की हरसम्भव मदद और न्यायिक जवाबदेही तय की जानी ज़रूरी

यूक्रेन में मानवाधिकार हनन मामलों की जाँच कर रहे स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय आयोग ने, हाल ही में मानवाधिकार परिषद को बताया कि इमारतों, बुनियादी ढाँचे और चिकित्सा संस्थानों पर किए गए हमलों, बन्दियों को यातना देने और यौन व लिंग-आधारित हिंसा के मामलों में जानकारी जुटाई गई है. 

यूएन मानवाधिकार परिषद ने मार्च 2022 में इस आयोग का गठन  किया था, जिसका दायित्व, यूक्रेन पर रूसी महासंघ के आक्रमण के सन्दर्भ में, मानवाधिकार, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के उल्लंघन और सम्बन्धित अपराधों की जाँच करना है.

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WHO

तम्बाकू नियंत्रण के लिए MPOWER लागू करना अहम

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी (WHO) की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि तम्बाकू सेवन अब भी सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों में से एक बना हुआ है. इसके बावजूद 53 देशों में धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबन्ध अब भी लागू नहीं है. 

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UN News/Srdjan Slavkovic

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में निहित हैं अपार अवसर, मगर जोखिमों के प्रति सतर्कता ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हाल ही में डिजिटल मंचों पर Information Integrity यानि सूचना सत्यनिष्ठा पर केन्द्रित अपनी

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UN News/Anshu Sharma

भारत: पक्षी और प्लास्टिक पर, डॉक्टर पूर्णिमा देवी बर्मन के साथ बातचीत

विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) 2023 की थीम है -  'प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान.' आज हर जगह प्लास्टिक के ढेर देखने को मिल रहे है, और पूरा विश्व इससे होने वाले नुक़सान को समझ रहा है. प्लास्टिक ने पर्यावरण में पैठ बना ली है, जिससे पारिस्थितिक तंत्र, स्थलीय, जलीय और उड़ने वाली प्रजातियों के साथ-साथ, मानव स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.

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UNMISS

शान्ति स्थापना प्रयासों में, शान्तिरक्षकों का बूंद-बूंद योगदान

दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNMISS) के तहत, मालाकल में तैनात भारतीय शान्तिरक्षक मेजर रितु मलिक का कहना है कि हिंसक टकराव और असुरक्षा से जूझ रहे देशों में, यूएन शान्तिरक्षक, शान्ति स्थापना के विशाल लक्ष्य को हासिल करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

मेजर रितु मलिक ने बताया कि एक शान्तिरक्षक के रूप में तैनाती के दौरान, उन्होंने थोड़े ही समय में बहुत कुछ सीखा है, और चुनौतियों के बावजूद, विविध पृष्ठभूमियों व देशों से आए शान्तिरक्षकों के साथ, यूएन के झंडे तले सेवाएँ प्रदान करना एक शानदार अनुभव है.

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