वीडियो - हब (Video-Hub)
इण्टरव्यू: यूएन महासभा के 76वें सत्र के मौक़े पर, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन न्यूज़ को दिये एक विस्तृत इण्टरव्यू में अनेक मुद्दों पर बातचीत की है और विश्व नेताओं से, "बेख़याली से जागने, अपने देशों के भीतर और विदेश में अपनी राह तुरन्त बदलने, और एकजुट होने" की पुकार लगाई है. यूएन प्रमुख ने कहा है, “हमारे पास जो संस्थान हैं, उनके पास कोई शक्तियाँ नहीं हैं. और कभी-कभी जब उनके पास शक्तियाँ होती भी हैं, जैसाकि सुरक्षा परिषद के मामले में है, तो उनमें उन शक्तियों का इस्तेमाल करने की कोई ख़ास इच्छा नहीं होती है.”
इण्टरव्यू वीडियो ...
76वीं यूएन महासभा की 'जनरल डिबेट', 21 सितम्बर 2021
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें वार्षिक सत्र के दौरान आम चर्चा (जनरल डिबेट) 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चली. वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनज़र, यूएन महासभा में इस वर्ष की जनरल डिबेट, मिले-जुले रूप (हाइब्रिड) में आयोजित हुई. कुछ देशों के नेताओं ने जनरल डिबेट में, वर्चुअल शिरकत की, जबकि अन्य नेतागण ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, यूएन महासभागार से विश्व समुदाय को सम्बोधित किया.
जनरल डिबेट की, 21 सितम्बर की रिकॉर्डिंग यहाँ उपलब्ध है...
राल्फ़ बंच: नस्लभेद विरोध के एक पुरोधा और संयुक्त राष्ट्र की एक अज़ीम हस्ती
संयुक्त राष्ट्र में, पहले अफ़्रीकी-अमेरिकी राजदूत एण्ड्रयू यंग ने इतिहास में अपनी ख़ास जगह बनाई है, मगर उन्होंने अपनी इस उपलब्धि के लिये, एक अन्य अफ़्रीकी-अमेरिकी हस्ती राल्फ़ बंच को अपना प्रेरणास्रोत बताया है. राल्फ़ बंच 50 वर्ष पहले इस दुनिया को अलविदा कह गए थे और वो नोबेल शान्ति पुरस्कार जीतने वाले, अफ़्रीकी मूल के पहले व्यक्ति थे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र का गठन होने के शुरुआती दिनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस वीडियो में, राल्फ़ बंच के जीवन पर एक नज़र...
अन्तरराष्ट्रीय ऐल्बीनिज़्म जागरूकता दिवस: यूएन महासचिव का सन्देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 'अन्तरराष्ट्रीय ऐल्बीनिज़्म जागरूकता दिवस' पर, सभी राष्ट्रों और समुदायों से रंगहीनता की स्थिति वाले व्यक्तियों के मानवाधिकारों की रक्षा करने और उन्हें आवश्यक सहायता व देखभाल प्रदान करने का आग्रह किया है...
बाल श्रम उन्मूलन के प्रयासों को गहरा झटका
संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, दो दशकों में पहली बार, दुनिया भर में बाल मज़दूरी के शिकार बच्चों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ तक पहुँच गई है. पिछले चार वर्षों में इस आँकड़े में 84 लाख की वृद्धि हुई है., अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष द्वारा जारी इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि कोविड-19 महामारी के परिणामस्वरूप, वर्ष 2022 के अन्त तक, वैश्विक स्तर पर, 90 लाख अतिरिक्त बच्चों को बाल श्रम में धकेल दिये जाने का ख़तरा है...
यूएन महासभा के नए अध्यक्ष
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के लिये अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. यूएन महासभा के अगले सत्र में वह वर्तमान अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर का स्थान लेंगे. एक वीडियो रिपोर्ट....
विश्व महासागर दिवस: यूएन महासचिव का सन्देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने विश्व महासागर दिवस पर अपने सन्देश में प्रकृति के विरुद्ध युद्ध का अन्त करने की पुकार लगाई है. उन्होंने ध्यान दिलाया है कि मौजूदा और भावी पीढ़ियों के लिये, हमारे महासागरों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने के मद्देनज़र यह महत्वपूर्ण है...
विश्व पर्यावरण दिवस: यूएन महासचिव का सन्देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जारी अपने सन्देश में, ‘पारिस्थितिकी तंत्र बहाली के यूएन दशक' की शुरुआत की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि पारिस्थितिकी तंत्र बहाल कर हम ऐसा परिवर्तन ला सकते हैं, जिससे समस्त टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद मिलेगी...
स्वच्छ ऊर्जा के रास्ते की रूकावटों को दूर करने का आहवान
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने चिली के सैन्टियागो में स्वच्छ ऊर्जा पर एक मंत्रिस्तरीय बैठक के लिये, अपने वीडियो सन्देश में स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिये ठोस कार्रवाई व नीतियों की पैरवी की है. उन्होंने आगाह किया है कि सरकारों, व्यवसायों और वित्तीय संगठनों द्वारा लिये गए संकल्पों को तयशुदा अवधि में पूरा किया जाना होगा...
शान्तिरक्षा मिशन: कौशल निखारने व अनुभव हासिल करने का अवसर
दक्षिण सूडान में यूएन मिशन (UNMISS) में सैन्य पर्यवेक्षक के तौर पर सेवारत, भारतीय शान्तिरक्षक मेजर तेजस्मिता मंजूनाथ का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र मिशन, समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर प्रदान करते हैं. उन्होंने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास बातचीत में बताया कि कोविड-19 संकट काल बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है, मगर एक शान्तिरक्षक व सैन्यकर्मी के तौर पर मिली ट्रेनिंग ने उन्हें, निजी मुश्किलों को पीछे छोड़कर, अपनी ज़िम्मेदारी बख़ूबी निभाने के लिये तैयार किया है...