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यूएन इतिहास के झरोखे से: संयुक्त राष्ट्र में क्यूबा का सबसे लम्बा 'संक्षिप्त' भाषण
संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए अभी तक के सबसे लम्बे भाषण की अवधि कितनी थी.
मानवाधिकार पुरस्कार विजेता: स्वस्थ पर्यावरण के अधिकार के लिए वैश्विक गठबन्धन
"स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार की सार्वभौमिक मान्यता" के लिए नागरिक समाज संगठनों, आदिवासी लोगों, सामाजिक आन्दोलनों और स्थानीय समुदायों के वैश्विक गठन्धन में, 75 देशों के 1,350 से अधिक संगठन और अन्य संस्थाएँ शामिल हैं. गठन्धन ने स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ पर्यावरण के अधिकार की ऐतिहासिक मान्यता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मानवाधिकार परिषद ने 8 अक्टूबर 2021 को 48/13 प्रस्ताव के तहत इस अधिकार को मान्यता दी, जिसके बाद 28 जुलाई 2022 को महासभा प्रस्ताव 76/300 अपनाया गया. गठन्धन 2023 के मानवाधिकार पुरस्कार विजेताओं में से एक है. एक वीडियो.
अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) के बारे में 5 अहम तथ्य
अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) की स्थापना, देशों के बीच विवाद निपटाने के एक तरीक़े के रूप में, 1945 में नैदरलैंड के हेग शहर स्थित, पीस पैलेस में की गई थी. अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र के अन्य अधिकृत निकायों द्वारा निर्दिष्ट क़ानूनी प्रश्नों पर भी अपनी राय देता है. व्यापक रूप से 'विश्व न्यायालय' के रूप में जाना जाने वाला, ICJ, संयुक्त राष्ट्र के छह "प्रमुख अंगों" में से एक है, और उसका ओहदा महासभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC), ट्रस्टीशिप परिषद और सचिवालय के बराबर ही है. संयुक्त राष्ट्र का यह एकमात्र ऐसा अंग है, जो न्यूयॉर्क मुख्यालय में स्थित नहीं है. (वीडियो)
यूनीसेफ़ – ग़ाज़ा में बाल कुपोषण की स्थिति चिन्ताजनक
ग़ाज़ा पट्टी में हिंसा के कारण हज़ारों बच्चों की मौत हो चुकी है, और बच्चों के रहने की स्थिति बदतर होती जा रही है. बच्चों में डायरिया के मामलों व खाद्य निर्धनता में वृद्धि हुई है, जिससे बाल मृत्यु का जोखिम बढ़ गया है. वीडियो.
ग़ाज़ा: विकट परिस्थितियाँ, जीवन दूभर
जनवरी के पहले दिन, WHO की एक टीम ने ग़ाज़ा में UNRWA द्वारा प्रबन्धित एक आश्रयस्थल का दौरा किया. उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात करके, ताइफ़ स्कूल में आश्रय ले रहे 5 हज़ार से अधिक परिवारों के लिए, UNRWA के सहायता प्रयासों की सराहना की. वीडियो.
संयुक्त राष्ट्र का वार्षिक बजट: चंद अहम सवालों के जवाब
संयुक्त राष्ट्र के संचालन में कितना खर्च़ आता है? यूएन प्रवक्ता, फ़रहान हक़ इस वीडियो में संयुक्त राष्ट्र और उसके बजट से सम्बन्धित कुछ बुनियादी सवालों के जवाब दे रहे हैं. इसमें जानकारी दी गई है कि संयुक्त राष्ट्र को अपने कामकाज के लिए धन कैसे मिलता है, यह धोखाधड़ी और बर्बादी को कैसे रोकता है, कितना धन मानवीय कार्यों पर ख़र्च किया जाता है, और शान्ति की लागत की तुलना में युद्ध की क़ीमत कितनी होती है.
मानवाधिकार पुरस्कार विजेता: जूलिएन लुसेंजे
जूलिएन लुसेंजे एक नेता, मानवाधिकार कार्यकर्ता और मुखर पैरोकार हैं, जो 40 वर्षों से अधिक समय से काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महिलाओं के मानवाधिकारों के लिए योगदान दे रही हैं. यौन एवं लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम से लेकर शान्ति स्थापना, राजनैतिक सम्पर्क व नागरिक समाज में महिलाओं की भागेदारी तथा नेतृत्व को मज़बूत करने तक, जूलिएन महिलाओं को अपने जीवन पर नियंत्रण पाने में मदद करती हैं. उन्हें 2023 के लिए यूएन मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. एक वीडियो...
ग़ाज़ा: भूख, बीमारी व पेयजल की क़िल्लत से त्रस्त विस्थापित
ग़ाज़ा पट्टी के दक्षिणी छोर पर स्थित रफ़ाह पहुँचने वाले हज़ारों विस्थापितों के लिए अस्थाई रूप से शिविर बनाए गए हैं. मगर, इन आश्रय स्थलों में भारी भीड़ होने के कारण यहाँ शरण लेने वाले घरेलू विस्थापितों को हर रोज़ बीमारी, भुखमरी, साफ़ पानी व स्वास्थ्य सेवा की कमी समेत अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. एक वीडियो रिपोर्ट...
मानवाधिकार पुरस्कार विजेता: जूलियो पेरेरा
उरुग्वे के जूलियो पेरेरा एक सामुदायिक शिक्षक और कार्यकर्ता हैं जो हाशिए पर रहने वाले समुदायों के साथ काम करते हैं. वह शैक्षिक प्रणाली में बच्चों के पुन: संस्थागतकरण पर ध्यान केन्द्रित करते हुए, विकलांग बच्चों को चिकित्सा, शैक्षणिक सहायता और उपचार व दवाओं तक पहुँच प्रदान करते हैं. साथ ही, वह बाल श्रम और कुपोषण के साथ-साथ गाँवों, ग्रामीण क्षेत्रों व हाशिये पर धकेले गए लोगों, नशीली दवाओं की तस्करी वाले क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल पर परियोजनाओं का नेतृत्व करते हैं. उन्हें 2023 के लिए यूएन मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वीडियो...
2023 में इन बड़ी घटनाओं ने बटोरी सुर्ख़ियाँ
हिंसक टकरावों, प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से उत्पन्न मानवीय संकटों के बीच, 2023 एक चुनौतीपूर्ण साल साबित हुआ. इस पृष्ठभूमि में, संयुक्त राष्ट्र ने शान्ति स्थापना व मानवीय सहायता, मानवाधिकारों की रक्षा, जलवायु कार्रवाई और टिकाऊ विकास के लिए अपने प्रयास जारी रखे. बीते साल की अहम घटनाओं पर एक वीडियो नज़र...