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म्याँमार की राजधानी यंगून में शहर के बाहरी इलाक़ों में जाने के लिये सर्कुलर ट्रेन की यात्रा
Asian Development Bank/Lester Ledesma

म्याँमार: संकट का एक साल, समाधान अवसरों का लाभ उठाने पर बल

म्याँमार के लिये संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत नोएलीन हेज़र ने कहा है कि देश में सैन्य तख़्तापलट के एक वर्ष बाद हिंसा व क्रूरता गहन हुई हैं, मगर संकट के समाधान के लिये अवसर अब भी मौजूद हैं और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को उनका लाभ उठाना होगा. 

यूक्रेन में एक स्कूल के बाहर गश्त लगाता एक सशस्त्र पुलिस अधिकारी. (फ़ाइल)
© UNICEF/ Ashely Gilbertson V

यूक्रेन के इर्द-गिर्द बढ़ते तनाव के बीच, सुरक्षा परिषद की कूटनैतिक समाधान बैठक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने, पिछले कुछ सप्ताहों से, यूक्रेन के इर्द-गिर्द बढ़ते तनावों के बीच, संकट को टालने के रास्तों पर विचार विमर्श के लिये, सोमवार को अपनी पहली बैठक आयोजित की है. हाल के सप्ताहों में ऐसी ख़बरें आई हैं कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के निकट एक लाख से भी ज़्यादा सैनिक और भारी हथियार तैनात किये हैं.

फ़नाये हायलू का कहना है कि उनकी बेटी, बैट्टी एचआईवी-मुक्त पैदा हुई थी और अब आठ साल की है. वह सुझाव देती हैं कि हर माँ व हर गर्भवती महिला को एचआईवी परीक्षण करवाना चाहिये, जिससे माँ और बच्चे का जीवन बच सके.
UNAIDS

एचआईवी : 2020 में बच्चों में संक्रमण के डेढ़ लाख नए मामले, ‘रोकथाम थी सम्भव’

एचआईवी/एड्स के विरुद्ध लड़ाई का नेतृत्व करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी – यूएनएड्स (UNAIDS) का कहना है कि वर्ष 2020 में, बच्चों में एचआईवी संक्रमण के क़रीब डेढ़ लाख नए मामले दर्ज किये गए, जिनमें से अधिकतर संक्रमण मामलों की रोकथाम की जा सकती थी.

UNMISS फोर्स कमाण्डर, लैफ्टिनेण्ट जनरल शैलेश तिनईकर
UNMISS/Video Still

भारतीय फ़ोर्स कमाण्डर शैलेश तिनईकर, शान्तिरक्षा की अनमोल यादों के साथ रिटायर

भारत के निवर्तमान और सेवानिवृत्त UNMISS फ़ोर्स कमाण्डर, लैफ्टिनेण्ट जनरल शैलेश तिनईकर ने दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा कार्यकाल के बारे में बहुत से यादगार लम्हें साझा किये हैं. उन्होंने, सैन्य वर्दी में अपने 42 वर्षों की यादें ताज़ा करते हुए, संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा अभियान, लैंगिक समानता, उदाहरण द्वारा नेतृत्व करने जैसे कई अहम मुद्दों पर बातचीत की. 

म्याँमार में युवजन, लोकतंत्र के समर्थन में हो रहे एक प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
Unsplash/Pyae Sone Htun

म्याँमार: आम लोगों की आवाज़ सर्वोपरि, यूएन प्रमुख का आग्रह 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने म्याँमार में सैन्य तख़्तापलट का एक वर्ष पूरे होने के मौक़े पर, आम लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है, और देश के समावेशी व लोकतांत्रिक समाज की दिशा में लौटने के लिये क़दम बढ़ाने का आहवान किया है. म्याँमार में सैन्य नेतृत्व ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई आंग सान सू ची सरकार को, एक फ़रवरी 2021 को बेदख़ल कर दिया था, जिसके बाद से देश राजनैतिक संकट से जूझ रहा है. 

भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और भागीदारों ने, ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षित करने की योजना शुरू की है.
SEWA

भारत: ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षण

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), भारत की अग्रणी स्वच्छ ऊर्जा कम्पनी, ‘Renew Power - रीन्यू पॉवर’ और स्व-रोजगार महिला संघ (SEWA - सेवा) ने साथ मिलकर, भारत के पश्चिमी प्रदेश गुजरात में, महिलाओं का एक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. इसके ज़रिये, अनौपचारिक क्षेत्र में काम कर रहीं महिलाओं को, आधुनिक स्वच्छ ऊर्जा उद्योग के कामकाज का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

इथियोपिया के अदिस अबाबा में, कुष्ट रोग से प्रभावित एक दुकानदार, ग्राहकों के इन्तज़ार में.
ILO/Fiorente A.

‘कुष्ठ रोग के प्रभावितों के विरुद्ध भेदभावपूर्ण क़ानून तुरन्त ख़त्म हों’

संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ऐलिस क्रूज़ ने कहा है कि दुनिया भर में 100 से भी ज़्यादा ऐसे क़ानून लागू हैं जो कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों के विरुद्ध भेदभाव करते हैं और उन क़ानूनों को तात्कालिक ज़रूरत के साथ ख़त्म किया जाना चाहिये.

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में, लोग संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFO) से खाद्य सहायता हासिल करने के लिये क़तार में.
© WFP/Sadeq Naseri

अफ़ग़ानिस्तान: किसानों को एफ़एओ की बीज मदद

संयुक्त राष्ट्र का खाद्य और कृषि संगठन (एफ़एओ), वसन्त ऋतु के दौरान फ़सल उगाने के लिये, अफ़ग़ानिस्तान में दस लाख से अधिक किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले गेहूँ के बीज वितरित कर रहा है. एक वीडियो फ़ीचर...

भारत में, मध्य प्रदेश के झाबुआ ज़िले के एक टीकाकरण केन्द्र पर एक महिला को कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाए जाते हुए.
© UNICEF India/Sujay Reddy

भारत: डेढ़ अरब टीकाकरण, दीगर एक अरब टीकों के लिये चुनौतियाँ भी

विश्व बैंक के अर्थशास्त्रियों, आरूषि भटनागर और ओवेन स्मिथ का मानना है कि भारत में कोविड-19 महामारी की वैक्सीन के डेढ़ अरब टीके लगाने का अहम मुक़ाम तो हासिल कर लिया गया है मगर, अगले एक अरब टीके लगाने का मुक़ाम हासिल करने के लिये, अब वैक्सीन की झिझक नहीं, बल्कि दूरगामी इलाक़ों तक कोविड-19 वैक्सीन के टीके पहुँचाने में बाधाओं को पार करना, मुख्य चुनौती होगी.

लेबनान में संकट के कारण बच्चे स्कूली पढ़ाई बीच में ही छोड़ने के लिये मजबूर हो रहे हैं.
© UNICEF

लेबनान: संकट छीन रहा है - युवाओं से उनका भविष्य - UNICEF 

लेबनान में हर दस में चार युवाओं को पिछले एक साल की अवधि के दौरान, भोजन, दवा और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये, शिक्षा पर अपने ख़र्च में कटौती करनी पड़ी है. क़रीब एक-तिहाई युवा अपनी पढ़ाई पूरी तरह से छोड़ने के लिये मजबूर हुए हैं.