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भारत: ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षण

भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और भागीदारों ने, ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षित करने की योजना शुरू की है.
SEWA
भारत में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और भागीदारों ने, ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षित करने की योजना शुरू की है.

भारत: ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा आजीविका पर प्रशिक्षण

महिलाएँ

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), भारत की अग्रणी स्वच्छ ऊर्जा कम्पनी, ‘Renew Power - रीन्यू पॉवर’ और स्व-रोजगार महिला संघ (SEWA - सेवा) ने साथ मिलकर, भारत के पश्चिमी प्रदेश गुजरात में, महिलाओं का एक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है. इसके ज़रिये, अनौपचारिक क्षेत्र में काम कर रहीं महिलाओं को, आधुनिक स्वच्छ ऊर्जा उद्योग के कामकाज का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

यह बहु-आयामी कार्यक्रम, गुजरात के कच्छ के रण में, नमक पैन श्रमिकों को सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा, ताकि उन्हें पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों से अक्षय व स्वच्छ ऊर्जा एवं नए आजीविका के अवसरों का लाभ उठाने का मौक़ा मिल सके.

भारत के गुजरात राज्य में नमक-पैन श्रमिक.

2022 के आरम्भ से शुरू होने वाली इस पहल में, अनुमानित एक हज़ार महिला नमक पैन श्रमिकों को राज्य में, ‘सेवा’ के प्रशिक्षण केन्द्रों और ‘रीन्यू पॉवर’ की सुविधाओं में, सौर पैनल व सौर पम्प तकनीशियनों के रूप में प्रशिक्षण मिलेगा.

इसके लिये तकनीकी प्रशिक्षण - भारतीय इलैक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र कौशल परिषद (Electronics Sector Skills Council of India - ECCI) द्वारा दिया जाएगा.

'सेवा' की सदस्य, रीमा नानावती ने बताया, “यह कार्यक्रम न केवल हमारी SEWA बहनों के लिये वैकल्पिक आजीविका के निर्माण में मदद करेगा और नमक उत्पादन जैसे पारम्परिक क्षेत्रों में वर्तमान ऊर्जा उपयोग प्रथाओं में मौजूद पर्यावरणीय चुनौतियों को कम करने में मदद करेगा, बल्कि यह पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक उचित बदलाव हासिल करने में भी मदद देगा." 

उन्होंने कहा, "हम, ‘रीन्यू पावर’ और ‘यूनेप’ जैसे संगठनों के सहयोग के साथ, देश के अन्य क्षेत्रों में इस कार्यक्रम को बढ़ाने के लिये तत्पर हैं."

वहीं, भारत में यूनेप कार्यालय के प्रमुख, अतुल बगई ने कहा, "यह एक दिलचस्प कार्यक्रम है, जिसमें देश के अनेक हिस्सों में बड़े पैमाने पर और विस्तार की क्षमता है. हमें, ‘रीन्यू पॉवर’ जैसे कॉरपोरेट्स और ‘सेवा’ जैसे संगठनों का समर्थन करने में ख़ुशी हो रही है, जो इस तरह की पहलों से जलवायु परिवर्तन से निपटने के साथ-साथ, महिलाओं को कौशल सिखाने और रोज़गार प्रदान करने में मदद करती हैं."

इस कार्यक्रम के तहत, लगभग 1000 महिलाओं को सोलर पैनल और सोलर पम्प तकनीशियन के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा.

इस योजना का लक्ष्य है - अगले कुछ वर्षों में इस पहल का विस्तार करके, इसी तरह के विकास, हरित कौशल, हरित कामकाज और हरित उद्यमिता गतिविधियों के लिये वैश्विक जलवायु निधि आकर्षित करना.

यह परियोजना लैंगिक समानता, वहनीय और स्वच्छ ऊर्जा, सभ्य कामकाज और आर्थिक विकास एवं जलवायु कार्रवाई सहित कई टिकाऊ विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों का भी समर्थन करेगी.

‘रीन्यू पावर’, अपनी सुविधाओं में प्रशिक्षण देने के अलावा, गुजरात में अन्य अक्षय ऊर्जा कम्पनियों के सहयोग से, इन महिलाओं को रोज़गार मिलने में भी मदद करेगा.

‘रीन्यू पावर’ की मुख्य सततता अधिकारी वैशाली सिन्हा ने बताया, “हम ‘रीन्यू पॉवर’ में अपने मुख्य व्यवसाय से परे जाकर, स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव का नेतृत्व करने के लिये प्रतिबद्ध हैं.

सामाजिक ज़िम्मेदारी हमारे डीएनए का एक अभिन्न हिस्सा रही है और हमें 'यूनेप' और 'सेवा' के साथ साझेदारी करके ख़ुशी है, ताकि महिलाओं को एक ऐसे उद्योग में शामिल करने में मदद मिल सके, जो न केवल बढ़ेगा बल्कि उन्हें भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में सबसे आगे भी रखेगा.” 

इस कार्यक्रम में, ESSCI द्वारा स्थापित ढाँचे के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा निर्धारित कौशल प्रशिक्षण दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा

ESSCI की मुख्य संचालन अधिकारी (COO), अभिलाषा गौर ने कहा, "इस परियोजना में योगदान करने का हमारा लक्ष्य था, क्षमता निर्माण के लिये, एक बढ़ने योग्य एवं टिकाऊ प्रणाली के विकास में सहयोग करना, और समुदाय के लिये कौशल विकास गतिविधियों में भाग लेने के लिये, प्रशिक्षित मानव संसाधन बनाने की दिशा में आगे बढ़ना."

यूनेप और उसके साझीदार संगठन, भारत में, अनौपचारिक क्षेत्र की महिलाओं को ऐसे कौशलों के प्रशिक्षण देंगे, जो उन्हें आधुनिक स्वच्छ ऊर्जा उद्योग में काम करने में सक्षम बनाएंगे
SEWA
यूनेप और उसके साझीदार संगठन, भारत में, अनौपचारिक क्षेत्र की महिलाओं को ऐसे कौशलों के प्रशिक्षण देंगे, जो उन्हें आधुनिक स्वच्छ ऊर्जा उद्योग में काम करने में सक्षम बनाएंगे