वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, ग्लासगो (यूके) में होने वाले कॉप26 सम्मेलन की तैयारियों के बारे में, सदस्य देशों को अवगत कराने के लिये, एक वर्चुअल बैठक में.
UN Photo/Eskinder Debebe

अमेरिका से, वैश्विक टीकाकरण व जलवायु कार्रवाई की अगुवाई करने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन प्रणाली में, अमेरिका की सक्रिय वापसी का स्वागत करते हुए, कोविड-19 महामारी को मात देने के लिये, वैश्विक टीकाकरण में, अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया है. उन्होंने सोमवार को, अमेरिका से, नवम्बर 2021 में, ग्लासगो में, होने वाले जलवायु सम्मेलन – कॉप26 को, जलवायु कार्रवाई की दिशा में, एक अति महत्वपूर्ण पड़ाव बनाने का भी आग्रह किया है.

ब्राज़ील में एक महिला, ज़्यादा समान दुनिया के लिये अपनी इच्छा का प्रदर्शन करते हुए.
World Bank/Romel Simon

लैंगिक समानता, 'इस सदी का अधूरा मानवाधिकार संघर्ष' - यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को, पीढ़ी समानता फ़ोरम (Generation Equality Forum) में कहा कि महिलाओं के लिये समान अधिकार प्राप्ति का कार्य – “सदी का ऐसा मानवाधिकार संघर्ष है जो अभी अधूरा है”. ये फ़ोरम, मैक्सिको सिटी में सोमवार को शुरू हुआ.

नेपाल की राजधानी काठमाँडू में एक मज़दूर अपनी पीठ पर बोझा ढोते हुए. कोविड-19 ने लोगों की ज़िन्दगी व रोज़गार को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया है. बहुत से दिहाड़ी मज़दूरों की आमदनी ख़त्म हो गई है.
UN News/Vibhu Mishra

विकासशील दुनिया को क़र्ज़ राहत के लिये निर्णायक कार्रवाई का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश सोमवार को एक नीति-पत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से उत्पन्न हुए संकट में, दुनिया भर में, क़र्ज़ संकटों को रोकने के लिये महत्वपूर्ण क़दम उठाए गए हैं, मगर वो क़दम, अनेक विकासशील देशों में, आर्थिक स्थिरता पुनर्बहाल करने के लिये पर्याप्त नहीं रहे हैं.

फ़रवरी 2021 में तख़्ता पलट के बाद से ही म्याँमार में विरोध प्रदर्शन जारी हैं.
Unsplash/Zinko Hein

म्याँमार: सैन्य बलों की दमनात्मक कार्रवाई की कठोरतम शब्दों में निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को, म्याँमार में विरोध प्रदर्शनों के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की कड़ी निन्दा की है. सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बच्चों व युवाओं सहित अनेक आम नागरिकों के मारे जाने की ख़बर है, और फ़रवरी में सैन्य तख़्ता पलट के बाद यह अब तक का सबसे रक्तरंजित दिन साबित हुआ है.  

शान्तिरक्षकों के लिये भारत से कोविड वैक्सीन की खेप रवाना की गई.
Serum Institute of India

भारत: यूएन शान्तिरक्षकों के लिये कोरोनावायरस वैक्सीन का उपहार

भारत ने, संयुक्त राष्ट्र मिशनों में सेवारत शान्तिरक्षकों के लिये, कोरोनावायरस वैक्सीन की दो लाख ख़ुराकें उपहार स्वरूप भेंट की हैं. मुम्बई से ऑक्सफ़र्ड - ऐस्ट्राज़ेनेका टीकों की ये ख़ुराक़ें, शनिवार को, क़तर एयरवेज़ के विमान के ज़रिये, डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन भेजी गई हैं, जहाँ इनका सुरक्षित भण्डारण किया जाएगा और वहाँ से, विभिन्न शान्ति मिशनों में सेवाएँ प्रदान कर रहे शान्तिरक्षकों को भेजी जाएँगा.   

वर्ष 1985 में नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर दक्षिण अफ़्रीकी पुलिस द्वारा मारे गए लोगों के ताबूतों को ले जा रहे शोकाकुल लोग.
UN Photo

दक्षिण अफ़्रीका: शार्पविल नरसंहार में जीवित बचे पीड़ितों की आपबीती

21 मार्च, 1960 को, दक्षिण अफ्रीका के शार्पविल में, रंगभेद के ख़िलाफ़ शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे, 69 प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भून दिया गया था. इसीलिये, 21 मार्च का दिन, अब नस्लभेद के उन्मूलन के अन्तरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस नरसंहार में जीवित बचे कुछ पीडितों ने अपनी व्यथा बयान की है. एक वीडियो रिपोर्ट...

 

श्रीलंका में एक बुज़ुर्ग महिला को वैक्सीन दी जा रही है.
© UNICEF

कोवैक्स पहल - 61 देशों में तीन करोड़ से ज़्यादा वैक्सीन ख़ुराकों का वितरण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि यूएन की कोवैक्स पहल कारगर साबित हो रही है. ज़रूरतमन्द देशों में कोविड-19 वैक्सीन के न्यायसंगत वितरण के लिये, यूएन के नेतृत्व में शुरू की गई इस पहल के तहत एक महीने में, 61 देशों में तीन करोड़ 20 लाख ख़ुराकों का वितरण किया जा चुका है. 

म्याँमार के यंगून शहर में करफ़्यू की परवाह ना करते हुए लोग रात में एकत्र हुए.
Unsplash/Zinko Hein

म्याँमार की सेना, देश के भविष्य के लिये ख़तरा - यूएन दूत की चेतावनी

म्याँमार के लिये संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत क्रिस्टीन श्रेनर बर्गनर ने कहा है कि देश की सेना अपने ही नागरिकों के ख़िलाफ़ खड़ी हो गई है, जिससे देश के भविष्य पर जोखिम मंडरा रहा है. विशेष दूत ने म्याँमार में वार्षिक 'सैन्य बल दिवस' की पूर्व संध्या पर, शुक्रवार को जारी अपने बयान में म्याँमार मे हालात पर चिन्ता जताई है.  

कोविड-19 की वजह से स्कूलों में तालाबन्दी हुई, जिससे करोड़ों बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है.
© UNICEF

कोविड-19: दस करोड़ अतिरिक्त बच्चे पढ़ने के बुनियादी कौशल में पिछड़े

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवँ सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) का एक नया अध्ययन दर्शाता है कि विश्व भर में, अनुमान से 10 करोड़ ज़्यादा बच्चे, पढ़ने की न्यूनतम निपुणता हासिल करने में पिछड़ रहे हैं. कोविड-19 महामारी के कारण स्कूलों में तालाबन्दी की वजह से बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में, दशकों की प्रगति पर संकट मंडरा रहा है.

दास व्यापार के पीड़ितों की स्मृति में 'ऑर्क ऑफ़ रिटर्न' स्मारक.
UN Photo/Devra Berkowitz

दास व्यापार के अन्त के बावजूद, 'श्वेत वर्चस्ववादी विचार अब भी जीवित'

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने क्षोभ जताया है कि पार-अटलाण्टिक दास व्यापार का अन्त, दो शताब्दी पहले हो जाने के बावजूद, उसे बल प्रदान करने वाली श्वेत वर्चस्ववाद की धारणा अब भी जीवित है. गुरुवार, 25 मार्च, को दासता एवँ पार-अटलाण्टिक दास व्यापार के पीड़ितों के स्मरण में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर यूएन प्रमुख ने सर्वजन के लिये शान्ति व गरिमामय जीवन सुनिश्चित करने की पुकार लगाई है.