वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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मध्य पूर्व

ग़ाज़ा में तत्काल युद्धविराम की मांग करने वाले प्रस्ताव पर, सुरक्षा परिषद की बैठक (25 मार्च 2024)
UN Photo/Loey Felipe

ग़ाज़ा: रमदान के दौरान तुरन्त युद्धविराम के लिए, सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को, ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध और मानवीय पीड़ा पर विराम लगाने के लिए, तत्काल युद्धविराम लागू किए जाने और तमाम बन्धकों की तत्काल व बिना शर्ति रिहाई की मांग करने वाला एक नया प्रस्ताव पारित कर दिया है. इससे पहले, पिछले शुक्रवार को अमेरिका द्वारा प्रस्तावित एक मसौदे को रूस और चीन ने वीटो कर दिया था.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, मिस्र की अपनी रमदान एकजुटता यात्रा के दौरान, मिस्र के अल-आरिश अस्पताल में इलाज करा रहे फ़लस्तीनियों से भी मुलाक़ात की.
UN Photo/Mark Garten

‘ग़ाज़ा में लम्बी शान्ति के लिए ज़ोर लगाना होगा’, भुखमरी का जोखिम निकट

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में भुखमरी के अत्यन्त निकट जोखिम के बीच, सोमवारक को, वहाँ युद्ध की टिकाऊ समाप्ती और तमाम बन्धकों की रिहाई की अपनी पुकार दोहराई है. उनकी ये पुकार ऐसे समय में आई है जब ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध के कारण अभूतपूर्व विध्वंस और विनाश जारी है.

उत्तरी ग़ाज़ा में दो वर्ष से कम आयु के हर तीन में से एक बच्चा, कुपोषण का शिकार है.
© UNRWA

ग़ाज़ा: इसराइल ने UNRWA सहायता क़ाफ़िलों को अनुमति देने से किया इनकार

इसराइल ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन एजेंसी (UNRWA) के खाद्य सहायता क़ाफ़िलों को, उत्तरी ग़ाज़ा में जाने की अब और अनुमति नहीं दी जाएगी.

ग़ाज़ा में दो महिलाएँ एक क्षतिग्रस्त सड़क को पार कर रही हैं.
© UNICEF/Omar Al-Qattaa

यूएन सहायता टीम पहुँची उत्तरी ग़ाज़ा में, लोग बीमारी व भूख से बेहाल

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने ग़ाज़ा पट्टी में जारी बमबारी के बीच क्षोभ व्यक्त किया है कि उत्तरी हिस्से में स्थित एक अस्पताल में स्तब्ध कर देने वाले स्तर पर बीमारियाँ और भूख फैली हुई है. 

ग़ाज़ा में युद्धविराम को ज़रूरी बताने वाले अमेरिका प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद की बैठक (22 मार्च 2024) में, रूस और चीन ने वीटो का प्रयोग किया.
UN Photo

ग़ाज़ा: युद्धविराम की ज़रूरत बताने वाले अमेरिकी प्रस्ताव पर रूस और चीन का वीटो

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में तत्काल युद्धविराम की ज़रूरत बताने वाला एक अमेरिकी प्रस्ताव, सुरक्षा परिषद में रूस और चीन ने वीटो कर दिया है. शुक्रवार को पेश किए गए इस प्रस्ताव में, ग़ाज़ा में आम लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की ख़ातिर, तत्काल और टिकाऊ युद्धविराम की अनिवार्यता बताई गई थी जिससे ज़रूरी मानवीय सहायता आपूर्ति का रास्ता साफ़ हो सके. प्रस्ताव में, युद्ध को समाप्त करने और बन्धकों की रिहाई को सम्भव बनाने की ख़ातिर इसराइल और हमास के बीच चल रही बातचीत को भी समर्थन देने की बात कही गई थी.

सूखे की परिस्थितियों के कारण सोमालिया में बड़ी संख्या में लोग विस्थापन का शिकार हुए हैं.
© UNHCR/Samuel Otieno

संकट से आपदा तक: अकाल के विभिन्न स्तर

अकाल अपरिहार्य नहीं है. विश्व खाद्य कार्यक्रम के विशेषज्ञ, आरिफ़ हुसैन ने, भुखमरी के संकट को रोकने के लिए, शीघ्र सहायता कार्रवाई किए जाने की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया है. सूखे जैसे पारम्परिक कारणों पर संघर्ष-प्रेरित अकाल की छाया पड़ रही हैजिससे उसपर ध्यान देना ज़रूरी हो गया है. एक वीडियो.

ग़ाज़ा युद्ध में बुनियादी ढाँचे को भी भीषण हानि हुई है. ख़ान यूनिस इलाक़े में तबाही का एक दृश्य.
© UNICEF/James Elder

ग़ाज़ा व यूक्रेन में जारी युद्ध के मद्देनज़र, यूएन प्रमुख ने दोहराई शान्ति पुकार

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, ग़ाज़ा में युद्धविराम और यूक्रेन में शान्ति की अपनी पुकारें, गुरूवार को फिर दोहराई हैं. उन्होंने आज की अस्तव्यस्त वैश्विक व्यवस्था और ऐसे किसी भी देश या सशस्त्र गुट पर भी निशाना साधा है जो यह सोचते हैं कि वो अपनी इच्छानुसार कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि कोई जवाबदेही नहीं है.

ग़ाज़ा में लाखों लोगों को, भरपेट भोजन मयस्सर नहीं हो पा रहा है.
© UNRWA

ग़ाज़ा: आधे से भी कम यूएन सहायता मिशनों को मिली इसराइली अनुमति

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने बुधवार को कहा है कि भुखमरी के कगार पर पहुँच चुके उत्तरी ग़ाज़ा में, मार्च महीने में, संयुक्त राष्ट्र के आधे से भी कम सहायता मिशनों को इसराइल की अनुमति मिल सकी. हालाँकि भुखमरी के नज़दीक पहुँच चुके दस लाख से भी अधिक लोगों तक तुरन्त सहायता आपूर्ति में तेज़ी के लिए, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ़ से बार-बार अपीलें की जाती रही हैं.

यूनीसेफ़ और साझेदार संगठनों ने 5 मार्च 2024 को रफ़ाह के अस्पतालों में 23 इनक्यूबेटर वितरित किए हैं.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा: अधिक नवजात शिशु पहुँच रहे हैं मौत के निकट

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने मंगलवार को बताया है कि ग़ाज़ा में पाँच महीने की सघन इसराइली बमबारी और सहायता आपूर्ति के लगातार खंडन के कारण उत्पन्न भुखमरी के हालात में, बढ़ती संख्या में नवजात शिशु मौत के निकट पहुँच रहे हैं.

दक्षिण सूडान में महिलाएँ, एक पोषण केन्द्र पर अपने बच्चों को आहार दे रही हैं.
© WFP

अकाल क्या है? कुछ अहम तथ्य

हिंसक टकराव से प्रभावित समुदायों का भूख संकट से पीड़ित होना और पर्याप्त भोजन उपलब्ध ना होने की स्थिति का बद से बदतर होते जाना, एक गम्भीर चिन्ता का विषय है. खाद्य असुरक्षा की स्थिति के बिगड़ने से अकाल जैसे हालात उत्पन्न होने की आशंका बढ़ जाती है. अकाल क्या है और इसे कब वर्गीकृत किया जाता है, यूएन न्यूज़ ने इस विषय में अहम जानकारी जुटाई है...