वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूक्रेन

यूक्रेन में अनेक इलाक़े, युद्ध में बुरी तरह तबाह हुए हैं.
UNDP Ukraine/Oleksandr Ratushnia

यूक्रेन: आम लोगों पर ‘अत्याचारों’ की निन्दा

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाशेलेट ने यूक्रेन में आम लोगों पर किये जा रहे “भयावह अत्याचारों” की निन्दा की है, साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी आगाह करते हुए कहा है कि उसे देश के तबाह हुए पूर्वी और दक्षिणी इलाक़ों में बहुत बुरे हालात होने का डर है.

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ के ओबोलॉन ज़िले में गोलाबारी से हुई ध्वस्त हुई एक रिहायशी इमारत का दृश्य.
© UNDP/Oleksandr Ratushniak

यूक्रेन: भारी विनाश' के बीच, 'एक चौथाई आबादी' को सहायता की आवश्यकता

यूक्रेन के लिये संयुक्त राष्ट्र के संकट संयोजक अमीन अवाद ने गुरूवार को पत्रकारों को बताया है कि देश पिछले दो महीनों के दौरान, भारी तबाही और तकलीफ़ों से गुज़र रहा है, और उन्होंने यूएन महासचिव की इस पुकार के साथ अपनी आवाज़ भी बुलन्द की कि “हमें ये रक्तपात और विध्वंस रोकना होगा.”

यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी शहर मारियुपोल में बमबारी से भीषण क्षति हुई है.
© UNICEF/Evegeniy Maloletka

शान्ति प्रयासों के तहत, रूस व यूक्रेन के नेताओं से मुलाक़ात का अनुरोध

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूक्रेन में युद्ध का अन्त करने के इरादे से, रूस और यूक्रेन के नेताओं को अलग-अलग पत्र भेजकर उनसे मुलाक़ात का आग्रह किया है, ताकि शान्ति प्रयास आगे बढ़ाए जा सकें. यूएन प्रमुख ने इन देशों की राजधानियों में बातचीत का प्रस्ताव रखा है.

यूक्रेन के बहुत से लोग, पोलैण्ड भी पहुँचे हैं.
© IOM/Francesco Malavolta

यूक्रेन: सुरक्षा परिषद से ‘मतभेद दरकिनार’ करते हुए, ‘मूर्खतापूर्ण युद्ध’ रुकवाने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों की उप उच्चायुक्त कैली टी क्लेमेण्ट्स ने मंगलवार को सुरक्षा परिषद से अपने मतभेद दरकिनार करते हुए, यक्रेन में “भयावह और मूर्खतापूर्ण युद्ध” को रोकने के रास्ते तलाश करने का आग्रह किया है. यह युद्ध अब आठवें सप्ताह में दाख़िल हो चुका है, इस दौरान लगभग 50 लाख लोग पहले ही यूक्रेन छोड़कर बाहर जा चुके हैं और देश के भीतर भी लगभग 70 लाख लोग विस्थापित हुए हैं.

यूक्रेन के बूचा इलाक़े में एक सड़क पर तबाह हुआ टैंक.
© WFP/Marco Frattini

यूक्रेन: मानवीय स्थिति लगातार बिगड़ने के दौरान, एजेंसियों की सहायता सक्रियता जारी

यूक्रेन में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं पर रूस की विध्वंसक गोलाबारी व हमलों के बीच, संयुक्त राष्ट्र की सहायता एजेंसियों ने कहा है कि वो देश के सबसे भीषण हालात वाले लोगों तक मदद पहुँचाने के लिये, सक्रियता बनाए हुए हैं.

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ के एक बाहरी इलाक़े - बूचा में तबाही के निशान.
© Said Ismagilov

यूक्रेन: यूएन प्रमुख ने फिर लगाई मानवीय युद्धविराम की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूक्रेन में एक तत्काल मानवीय युद्धविराम लागू किये जाने की फिर पुकार लगाई है ताकि जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाए जाने के साथ-साथ, जोखिम वाले इलाक़ों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.

यूक्रेन के बूचा इलाक़े से सुरक्षा की ख़ातिर अपने परिवार के साथ निकली एक महिला, अब ज़करपट्टिया में पनाह लिये हुए.
© IOM/Jana Wyzinska

यूक्रेन: 'घर से दूर अब यही हमारा घर है'

बूचा. किसी समय राजधानी कीयेफ़ के निकट एक ख़ामोश बस्ती हुआ करती थी, जो अब यूक्रेन में क्रूर युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर आम लोगों की मौत का पर्याय बन चुकी है. अलबत्ता, यूलीया और उनका परिवार, रक्तपात से बचकर निकल सका, और अब उसे अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन एजेंसी (IOM) से सहायता मिल रही है, मगर अभी वो ख़ुद को अपनी नई स्थिति के अनुरूप ढालने में मुश्किलें महसूस कर रहे हैं. वो भी अपने घरों से विस्थापित हुए लाखों अन्य लोगों में शामिल हैं.

मॉरितानिया में एक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक बच्ची, कुपोषण से बचने के लिये, संवर्धित दलिया खाते हुए.
© WFP/Bechir Malum

पश्चिम अफ़्रीका: रिकॉर्ड भुखमरी व मूल्य वृद्धि के बीच, लाखों लोगों की मदद के प्रयास

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एजेंसी (WFP) ने गुरूवार को कहा है कि यूक्रेन संकट के कारण दुनिया भर में खाद्य पदार्थों और ईंधन की क़ीमतें बढ़ रही हैं जिससे पश्चिम अफ़्रीका में करोड़ों लोगों के मुँह तक भोजन पहुँचाने के प्रयास प्रभावित हो रहे हैं, जहाँ भुखमरी का स्तर 10 वर्ष में सबसे ज़्यादा ऊँचे स्तर पर पहुँच गया है.

यूक्रेन के कियेफ़ क्षेत्र में इरपिन से एक परिवार का विस्थापन
© UNICEF/Julia Kochetova

यूक्रेन: 30 हज़ार यूक्रेनी प्रतिदिन लौट रहे हैं स्वदेश वापिस, राहत एजेंसियाँ

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों का कहना है कि यूक्रेन पर 24 फ़रवरी को शुरू हुए रूसी महासंघ के हमले के बाद सुरक्षा के लिये विदेशों को गए यूक्रेनी लोगों में से लगभग आठ लाख 70 हज़ार लोग वापिस स्वदेश लौट आए हैं. जबकि देश के भीतर लगातार बदतर होती खाद्य सुरक्षा की स्थिति पर चिन्ताएँ भी व्यक्त की गई हैं.

भारत में किसी स्थान पर एक महिला अपने बच्चे के साथ, एक झुग्गी झोंपड़ी इलाक़े में.
© UNICEF/Prashanth Vishwanathan

यूक्रेन युद्ध का असर दुनिया भर में सभी पर, गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने खाद्य, ऊर्जा और वित्त पर वैश्विक संकट प्रतिक्रिया समूह (GCRG) द्वारा जारी किया जाने वाला प्रथम नीति-पत्र (Policy Brief) प्रस्तुत किया है. उन्होंने यह समूह, दुनिया के बेहद कमज़ोर हालात वाले लोगों पर यूक्रेन में युद्ध के प्रभावों का अध्ययन करने के लिये गठित किया है.