वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

पश्चिम अफ़्रीका: रिकॉर्ड भुखमरी व मूल्य वृद्धि के बीच, लाखों लोगों की मदद के प्रयास

मॉरितानिया में एक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक बच्ची, कुपोषण से बचने के लिये, संवर्धित दलिया खाते हुए.
© WFP/Bechir Malum
मॉरितानिया में एक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक बच्ची, कुपोषण से बचने के लिये, संवर्धित दलिया खाते हुए.

पश्चिम अफ़्रीका: रिकॉर्ड भुखमरी व मूल्य वृद्धि के बीच, लाखों लोगों की मदद के प्रयास

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एजेंसी (WFP) ने गुरूवार को कहा है कि यूक्रेन संकट के कारण दुनिया भर में खाद्य पदार्थों और ईंधन की क़ीमतें बढ़ रही हैं जिससे पश्चिम अफ़्रीका में करोड़ों लोगों के मुँह तक भोजन पहुँचाने के प्रयास प्रभावित हो रहे हैं, जहाँ भुखमरी का स्तर 10 वर्ष में सबसे ज़्यादा ऊँचे स्तर पर पहुँच गया है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) का कहना है कि केवल इसी क्षेत्र में वर्ष 2022 के लिये संचालन लागत 13 करोड़ 60 लाख डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है, क्योंकि पिछले तीन वर्षों के दौरान गम्भीर भुखमरी में चार गुना वृद्धि हुई है. 

Tweet URL

जून तक ही, लगभग चार करोड़ 30 लाख लोगों के, गम्भीर खाद्य असुरक्षा से प्रभावित होने का अनुमान है.

एजेंसी का कहना है कि इस अतिरिक्त रक़म के ज़रिये, 60 लाख स्कूली बच्चों को छह महीने तक, हर रोज़ पोष्टिक ख़ुराक मुहैया कराई जा सकती थी.

वो भी ऐसे समय में जब लाखों परिवार, यूक्रेन संघर्ष, जलवायु और कोविड-19 महामारी से उपजे खाद्य संकट में जद्दोजेहद कर रहे हैं, और ऐसे में अब ये मूल्य वृद्धि की चुनौती.

लाखों हैं जोखिम में

पश्चिमी अफ़्रीका के लिये यूएन खाद्य एजेंसी के क्षेत्रीय निदेशक क्रिस निकोई का कहना है, “खाद्य पदार्थों और ईंधन की बढ़ती क़ीमतों के कारण लाखों लोग ना केवल भुखमरी के जोखिम में आ जाएंगे, बल्कि ये मूल्य वृद्धि खाद्य एजेंसी को भी एक ऐसी असम्भव स्थिति में धकेल रही हैं जहाँ उसे भूखों से भोजन लेकर, भूख के कारण मौत के नज़दीक पहुँचे लोगों को खिलाना होगा.”

यूएन खाद्य एजेंसी यूक्रेन युद्ध से पहले भी धन सीमित धन के कारण नाइजीरिया, केन्द्रीय अफ़्रीकी गणराज्य, चाड, बुर्कीना फ़ासो, कैमेरून, माली और निजेर में भोजन सामग्री में कटौती करने के लिये विवश थी.

सामाजिक अशान्ति का भय

घाना में लोग पहले ही इस स्थिति का दंश झेल रहे हैं. 

मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि का मतलब है कि ग्राहक पहले ही कम ख़रीदारी कर रहे हैं. देश के एक व्यस्त बाज़ार में दुकान चलाने वाली ऐलिज़ाबेथ अरहिनफ़ुल का हाल ही में कहना था, “गत वर्ष अगस्त में एक गैलन तेल के लिये 105 घाना सेडिस (लगभग 13 डॉलर) अदा करने होते थे. मगर इस वर्ष, एक साल से भी कम समय बाद, इसका मूल्य 400 सेडिस ( लगभग 52 डॉलर) पर पहुँच गया है.” 

यूएन खाद्य एजेंसी की क्षेत्रीय उपनिदेशिका एलवीरा प्रूशिना ने खाद्य और पोषण संकट के सम्भावित गम्भीर परिणामों के बारे में आगाह करते हुए कहा, “खाद्य पदार्थों में मूल्य वृद्धि से और ज़्यादा लोग भुखमरी के शिकार होंगे. खाद्य मूल्य वृद्धि दरअसल खाद्य दंगे, राजनैतिक अस्थिरता, सामाजिक अशान्ति भड़काएगी, जैसाकि हम पिछले दशकों के दौरान देख चुके हैं.”

समर्थन वृद्धि

बुर्कीना फ़ासो के एक गाँव में लोगों को खाद्य सहायता वितरित किये जाते हुए.
© WFP/Cheick Omar Bandaogo
बुर्कीना फ़ासो के एक गाँव में लोगों को खाद्य सहायता वितरित किये जाते हुए.

यूएन खाद्य एजेंसी ने इस नए संकट के हालात में, पश्चिम अफ़्रीका में 2 करोड़ 20 लाख लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिये अपने अभियान बढ़ाए हैं. 

इनमें सहेल क्षेत्र के पाँच देश – बुर्कीना फ़ासो, चाड, माली, मॉरीतानिया और निजेर में रहने वाले लगभग 80 लाख लोग शामिल हैं. 

ये ज़रूरतें पूरी करने के लिये एजेंसी को अगले छह महीनों के दौरान क़रीब 95 करोड़ 10 लाख डॉलर की रक़म की आवश्यकता होगी, हालाँकि क्रिस निकोई ने दीर्घकालीन समाधानों की ज़रूरत पर ज़्यादा ज़ोर दिया है.