वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

के द्वारा छनित:

नवीनतम समाचार

 न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मदर्स ऑफ़ स्रेब्रेनीत्सा
UN News / N. Shekinskaya

एक जनसंहार की दुखद स्मृति: स्रेब्रेनीत्सा की माताएँ

स्रेब्रेनीत्सा जनसंहार को दूसरे विश्व युद्ध के बाद योरोप में सबसे भयावह अत्याचार के रूप में देखा जाता है. वर्ष 1996 में इस जनसंहार में जीवित बच गए लोगों और लापता व्यक्तियों के परिवारों ने द मदर्स ऑफ़ स्रेब्रेनीत्सा एंड ज़ेपा’ समूह की स्थापना की, जोकि अपने परिजनों को खोने वाले छह हज़ार लोगों का प्रतिनिधित्व करता है. इस संगठन की कुछ सदस्यों ने हाल ही में न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय की यात्रा की.

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के ऐविसेन्ना ड्रग उपचार केन्द्र में एक व्यक्ति.
UN News / David Mottershead

अफ़ग़ानिस्तान: ड्रग्स की चुनौती से निपटने के लिए ज्ञान-आधारित उपायों का सहारा

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल की हलचल भरी सड़कों से कुछ ही दूर, यूँ तो परछाइयों में अनेक जोखिम मंडराते हैं. मगर, पूरे देश को बर्बाद कर देने वाले मादक पदार्थों (ड्रग्स) संकट जितना ख़तरनाक कोई नहीं है. काबुल में सर्वोत्तम मानक के रूप में देखे जाने वाले एक ड्रग उपचार केन्द्र से होकर गुज़रना हृदय-विदारक अनुभव है.

यूएन महासभा के 76वें सत्र के दौरान 24 जून को कूटनीति में महिलाओं के अन्तरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई थी.
UN Photo/Mark Garten

वैश्विक कूटनीति में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाए जाने पर बल

हर वर्ष, 24 जून को 'कूटनीति में महिलाओं के अन्तरराष्ट्रीय दिवस' के रूप में मनाया जाता है. महिलाओं ने शान्ति, विकास और मानवाधिकारों के लिए सदैव अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. महिलाएँ व लड़कियाँ, विश्व की आधी आबादी हैं और उसमें निहित आधी सम्भावना भी. यह अन्तरराष्ट्रीय दिवस, सम्पूर्ण मानवता के हित में महिलाओं की समानता सुनिश्चित करने के लिए नए सिरे से संकल्प लेने का एक अवसर है...(वीडियो)

यूएन मुख्यालय में योग सत्र के आयोजन के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था की गई.
UN News/ Sachin Gaur

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 2023: कुछ झलकियाँ

21 जून को 9वें 'अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस' के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में  विशाल योग सत्र आयोजित किया गया, जिसकी अगुवाई भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की. इस वर्ष योग दिवस की थीम है: वसुधैव कुटुम्बकम (सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है) के लिए योग. कार्यक्रम में 135 देशों के नागरिकों ने एक साथ योग अभ्यास में हिस्सा लिया, जिसके साथ ही यह गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. एक वीडियो झलक...

यूएन मुख्यालय में 9वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन.
UN Photo/Mark Garten

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस: यूएन मुख्यालय में विशाल योग सत्र का आयोजन

संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क मुख्यालय में बुधवार को 9वें 'अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस' के अवसर पर आयोजित योग सत्र में बड़ी संख्या में लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिसके ज़रिये, मानव स्वास्थ्य व कल्याण और बेहतर जीवन में मज़बूती, सदभावना, और शान्ति की स्रोत, इस प्राचीन पद्धति की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया गया.

भक्ति सेन्टर के किशोर चन्द्र, एक योग आसन की मुद्रा में.
UN News/Sachin Gaur

योग दिवस: एकता की भावना को अपनाने व सदभावनापूर्व जगत बनाने का आहवान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार, 21 जून, को ‘अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस’ पर अपने सन्देश में कहा है कि योग शरीर और मस्तिष्क, मानवता और प्रकृति, और दुनिया भर में मौजूद करोड़ों लोगों को, एकता के धागे में पिरोता है.

यूएन मुख्यालय में आयोजित योग सत्र का प्रसारण यहाँ उपलब्ध है.

जॉर्डन मेंं सीरियाई शऱणार्थियों को सर्दी के मौसम में गर्म कपड़े दिए गए हैं. (फ़ाइल)
© UNICEF/Christopher Herwig

बन्द सीमाओं और विरोध के बजाय, शरणार्थियों के लिए समर्थन व एकजुटता की दरकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार, 20 जून, को ‘विश्व शरणार्थी दिवस’ के अवसर पर अपने सन्देश में शरणार्थियों को फिर से बसाने और उनके जीवन को फिर से पटरी लाने के लिए कारगर समाधानों की पुकार लगाई है.  

यूनेस्को का कहना है कि नफ़रत भरी भाषा और सन्देश, दुनिया भर में फैलाव पर हैं.
Unsplash/Jon Tyson

‘विषैली और विध्वंसकारी’ हेट स्पीच पर लगाम कसने के लिए, समन्वित प्रयास ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र ने सोशल मीडिया माध्यमों पर तेज़ रफ़्तार से फैलती नफ़रत और भड़काऊ व विभाजनकारी शब्दों से लोगों को उकसाए जाने की बढ़ती चुनौती पर चिन्ता जताते हुए, नफ़रत भरे सन्देश व भाषण (हेट स्पीच) से मुक़ाबले के लिए समन्वित वैश्विक प्रयासों का आहवान किया है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रौद्योगिकी दूत, अवर महासचिव अमनदीप सिंह गिल.
UN News

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के त्वरित विकास से उत्पन्न सम्भावित जोखिम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने हाल ही में डिजिटल मंचों पर Information Integrity यानि सूचना सत्यनिष्ठा पर केन्द्रित अपनी एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट में आगाह किया है कि देशों को, ऑनलाइन मंचों पर नफ़रत और झूठ के फैलाव से उत्पन्न गम्भीर ख़तरों से निपटने की ज़रूरत है.

हमने इसी सन्दर्भ में, यूएन महासचिव के टैक्नॉलॉजी दूत अमनदीप सिंह गिल के साथ ख़ास बातचीत करके जानना चाहा कि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास से, किस तरह की प्रमुख चिन्ताएँ दरपेश हैं...(वीडियो)

मानवाधिकार विशेषज्ञों का मानना है कि ऑनलाइन व ऑफ़लाइन, बढ़ती नफ़रत, लोकतंत्र व मानवाधिकारों के लिये ख़तरा है.
Unsplash/Dan Edge

'हेट स्पीच': पूर्वाग्रह की सोच के चक्र को तोड़ना होगा

कोई भी समाज "हेट स्पीच" के नुक़सान से सुरक्षित नहीं है. नफ़रत भरी बोली, हिंसा को भड़काती है और समुदायों पर इसका विनाशकारी प्रभाव पड़ता है. जब कोई जनसंहार होता है तो जिन लोगों को निशाना बनाया जाता है, वो आम लोग ही होते हैं. जनसंहार की रोकथाम पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष सलाहकार एलिस वैरीमु नेदेरितु का कहना है कि हमें एपने बच्चों को समझाना होगा और पूर्वाग्रह से ग्रसित सोच वाले सामाजिकरण के चक्र को, शिक्षा और ज्ञान के ज़रिए,  विभिन्न जातीय, नस्लीय, धार्मिक समुदायों में मित्र बनाकर, रोकना होगा. (वीडियो)