एक जनसंहार की दुखद स्मृति: स्रेब्रेनीत्सा की माताएँ
स्रेब्रेनीत्सा जनसंहार को दूसरे विश्व युद्ध के बाद योरोप में सबसे भयावह अत्याचार के रूप में देखा जाता है. वर्ष 1996 में इस जनसंहार में जीवित बच गए लोगों और लापता व्यक्तियों के परिवारों ने ‘द मदर्स ऑफ़ स्रेब्रेनीत्सा एंड ज़ेपा’ समूह की स्थापना की, जोकि अपने परिजनों को खोने वाले छह हज़ार लोगों का प्रतिनिधित्व करता है. इस संगठन की कुछ सदस्यों ने हाल ही में न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय की यात्रा की.
बोस्निया एंड हरज़ेगोविना युद्ध के दौरान, वर्ष 1993 में स्रेब्रेनीत्सा नामक बोस्नियाई नगर को एक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था.
मगर, जुलाई 1995 में बोस्नियाई सर्ब सुरक्षा बलों ने स्रेब्रेनीत्सा को अपने नियंत्रण में लेने के बाद आठ हज़ार से अधिक बोस्निएक लड़कों व पुरुषों की हत्या कर दी, जिनमें से अधिकाँश मुस्लिम समुदाय से थे.
‘द मदर्स ऑफ़ स्रेब्रेनीत्सा’ समूह न्याय व जवाबदेही तय करने के लिए प्रयासरत है और जनसंहार में जीवित बच गए सदस्यों के लिए धनराशि भी जुटाता है.
जून 2023 में इस संगठन की तीन सक्रिय सदस्य, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पहुँची, जहाँ उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाक़ात की और जनसंहार की रोकथाम व उनके पीड़ितों की स्मृति में एक प्रदर्शन को देखा.
एक वीडियो रिपोर्ट..