वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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माली में एक महिला शान्तिरक्षक, स्थानीय महिला के साथ बातचीत कर रही है.
MINUSMA/Harandane Dicko

माली: यूएन प्रमुख की चिन्ताजनक नज़र, सुरक्षा परिषद की बैठक

माली में संक्रमणकालीन सरकार के समक्ष उत्पन्न हुए संकट के मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बुधवार को बन्द दरवाज़ों में बैठक हुई है. पिछले वर्ष अगस्त में सैन्य तख़्तापलट की अगुवाई करने वाले सैन्य अधिकारी ने, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को जबरन पद से हटने पर मजबूर कर दिया है.

सीरिया के दामस्कस शहर में विस्थापित परिवार मासिक राशन के लिये क़तार में हैं.
© WFP/Hussam Al Saleh

सीरिया: अपेक्षाकृत शान्ति के बावजूद, मानवीय पीड़ा का बढ़ता दायरा

सीरिया के लिये संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेयर पीडरसन ने सुरक्षा परिषद को, देश में मौजूदा हालात से अवगत कराते हुए कहा है कि यह एक त्रासदीपूर्ण विडम्बना है कि पिछले वर्षों की तुलना में हिंसा में ठहराव के इस दौर में भी स्थानीय जनता को आर्थिक बदहाली, विस्थापन, हिरासत व अगवा किये जाने की घटनाओं से उपजी पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है.

भारत में संयुक्त राष्ट्र की रैज़िडेण्ट कोऑर्डिनेटर, रेनाटा डेज़ालिएन.
UN News

भारत: कोविड-19 की दूसरी लहर का रूप बहुत अलग, बहुत घातक

भारत में संयुक्त राष्ट्र की रैज़िडेण्ट कोऑर्डिनेटर, रेनाटा डेज़ालिएन ने कहा है कि देश में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर और वायरस के फैलाव की तेज़ रफ़्तार ने सभी को हैरान कर दिया है. इससे सबक़ लेकर सम्भावित तीसरी लहर के लिये तैयारियों को पुख़्ता बनाना होगा. उन्होंने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास बातचीत में बताया कि मौजूदा संकट के दौरान यूएन एजेंसियाँ, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली व टीकाकरण मुहिम को मज़बूती प्रदान करने और कोविड-19 से प्रभावित लोगों तक सहायता पहुँचाने, सभी मोर्चों पर सक्रिय हैं.

ग़फ़्फ़ार दाराबियान के ग्राहक, उनके लिये उनके परिवार के सदस्यों की तरह हैं.
©UNHCR/Anurag Banerjee

भारत: कठिन घड़ी में मेज़बान समुदाय की मदद का जज़्बा

ग़फ़्फ़ार दाराबियान मूलत: ईरान से हैं, मगर वर्ष 1994 में उन्हें देश छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ा जिसके बाद उन्होंने भारत के पुणे शहर में शरण ली. भारत में कोरोनावायरस संकट के दौरान, ग़फ़्फ़ार आगे बढ़कर ज़रूरतमन्दों को सहारा दे रहे हैं.

दक्षिण सूडान के यूएन मिशन में सेवारत भारतीय शान्तिरक्षक कैप्टन दीपक परिहार.
UNMISS/Janet Adongo

कैप्टन दीपक परिहार – सच्ची निष्ठा से निभाएँ शान्तिरक्षा का दायित्व

संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक और भारतीय सेना में कैप्टन दीपक परिहार का मानना है कि विश्व शान्ति में योगदान का अवसर बहुत कम लोगों को मिलता है, और इस ज़िम्मेदारी को पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ निभाया जाना चाहिए. कैप्टन परिहार, दक्षिण सूडान में यूएन मिशन (UNMISS) के साथ तैनात भारतीय बटालियन के सदस्य के रूप में पिछले 14 महीनों से सेवारत हैं. अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस के अवसर पर उनके साथ एक ख़ास बातचीत...

यूनीसेफ़ स्टाफ़ और नेपाल की सेना ने एक अस्पताल के बाहर चिकित्सा टैण्ट स्थापित किया है.
© UNICEF Nepal

दक्षिण एशिया में संक्रमण की जानलेवा लहर - स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने चेतावनी जारी की है कि दक्षिण एशिया के देशों में कोरोनावायरस संक्रमण की जानलेवा लहर से जिस तरह के हालात पैदा हो रहे हैं, वैसा इस क्षेत्र में पहले कभी नहीं देखा गया. यूनीसेफ़ के मुताबिक कोरोनावायरस संकट के कारण बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर हुआ है, देशों की नाज़ुक स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी बोझ है और उनके ढह जाने की आशंका वास्तविक है.

कैमरून में एक सामुदायिक बैठक में शिरकत करती स्थानीय महिलाएँ.
UN Women/Ryan Brown

टिकाऊ विकास, ग़रीबी उन्मूलन व शान्ति के लिये अफ़्रीका है अहम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार, 25 मई, को अफ़्रीका दिवस के अवसर पर, महाद्वीप की समृद्ध, वैविध्यपूर्ण सांस्कृतिक व प्राकृतिक विरासत को टिकाऊ विकास, निर्धनता उन्मूलन, और शान्ति निर्माण के लिये बेहद अहम क़रार दिया है.

रूस के मुरमन्स्क में एक खनिज श्रमिक.
ILO/Marcel Crozetर

खनिज संसाधनों से प्राप्त लाभों को सर्वजन तक पहुँचाने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि प्रकृति की रक्षा सुनिश्चित करते हुए, खनिज संसाधनों से हासिल होने वाले लाभों को, भावी पीढ़ियों और समाज में हर किसी तक पहुंचाना हमारा साझा दायित्व है. यूएन प्रमुख ने टिकाऊ विकास के लिये निष्कर्षण उद्योगों (Extractive industries) में रूपान्तरकारी बदलाव के मुद्दे पर आयोजित एक गोलमेज़ चर्चा को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. 

पश्चिमोत्तर सीरिया में विस्थापितों के लिये बनाये गए शिविर में, एक बच्ची टैण्कर से जल भर रही है.
© UNICEF/Khaled Akacha

युद्ध प्रभावित देशों में स्वच्छ जल की क़िल्लत, हिंसा से ज़्यादा घातक

हिंसक संघर्ष से प्रभावित इलाक़ों में, जल आपूर्ति व साफ़-सफ़ाई सेवा केंद्रों पर हमलों और उससे जल सुलभता प्रभावित होने के कारण लाखों बच्चों के जीवन के लिये संकट पैदा हो रहा है. यह ख़तरा इन इलाक़ों में जारी हिंसा व लड़ाई से कहीं अधिक गम्भीर है. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने मंगलवार को जारी एक नई रिपोर्ट में कड़े शब्दों में कहा है कि जल आपूर्ति पर हमला, बच्चों पर हमला है.

कोविड-19 महामारी की ऐस्ट्राज़ेनेका-ऑक्सफ़र्ड वैक्सीन, लाइसेंस के तहत, भारत में निर्मित की जा रही है.
© UNICEF/Dhiraj Singh

विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली: यूएन महासचिव का सन्देश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने विश्व स्वास्थ्य ऐसेम्बली को सम्बोधित करते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी, अपने साथ पीड़ा की एक सुनामी लाई है. उन्होंने मौजूदा संकट से निपटने के लिये, विश्व नेताओं से कोरोनावायरस वैक्सीन, परीक्षण और उपचार की न्यायसंगत सुलभता को सुनिश्चित करने वाली एक वैश्विक योजना के साथ तत्काल आगे बढ़ने का आहवान किया है.