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कोविड-19 महामारी की शुरुआत से ही लेबनान में यूएन मिशन दक्षिण लेबनान में ब्लू लाइन के नज़दीक अपना अभियान जारी रखे हुए है.
UNIFIL

यूएन दिवस: कोविड-19 के ख़िलाफ़ वैश्विक युद्धविराम के लिये कमर कसने की पुकार

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार, 24 अक्टूबर, को यूएन दिवस के अवसर पर कहा है कि संगठन की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ एक वैश्विक महामारी के दौर में पड़ी है और ऐसे में संगठन का संस्थापना मिशन, पहले से कहीं ज़्यादा स्पष्ट है. उन्होंने 75वीं वर्षगाँठ के मौक़े पर दुनिया भर में हर जगह, सभी लोगों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा है कि इनसानियत के सामने दरपेश विशाल चुनौतियों का मुक़ाबला इसी संस्थापना मिशन के बल पर किया जा सकता है.

न्यूयॉर्क शहर स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय का नज़ारा. ख़ासतौर से, ये नज़ारा 24 अक्टूबर को यूएन दिवस के अवसर पर नज़र आता है.
UN Photo/Eskinder Debebe

यूएन दिवस: सभी के लिये बेहतर दुनिया

संयुक्त राष्ट्र दिवस (24 अक्टूबर) पर महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सभी के लिये एक बेहतर दुनिया का साझा सपना साकार करने, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल्यों को जीवन्त रखने और दशकों के दौरान हासिल की गई प्रगति को आगे बढ़ाने की अपील की है. वीडियो सन्देश...

कभी कभी कोई सूचना या जानकारी आगे बढ़ाने यानि शेयर करने से फ़ायदा होने के बजाय नुक़सान भी होता है. यूएन का पॉज़ अभियान - #takecarebeforeyoushare
UN Social Media

#PledgetoPause: दुष्प्रचार पर लगाम

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने विश्व भर के लोगों से आग्रह किया है कि वे कोई भी ऑनलाइन सन्देश या सामग्री शेयर करने से पहले #PledgetoPause यानि पल भर रुक कर सोचने का संकल्प लें. झूठी सूचना व ग़लत जानकारी फैलने से रोकने के लिये ये अभियान शुरू किया गया है. यह पहल लोगों के आचरण में बदलाव लाने के उस व्यापक अभियान के तहत शुरू की गई है जिसका उद्देश्य तेज़ी से फैलती अफवाहों के बढ़ते असर को रोकने में मदद के लिये, सोशल मीडिया के इस्तेमाल का नया चलन शुरू कराना है.

इंटरनेट व डिजिटल उपकरण व मंच सही व ग़लत जानकारी - दोनों के स्रोत साबित हो रहे हैं. झूठी जानकारी फैलने से रोकने के लिए एकजुट होने का आहवान किया गया है
UN OCHA/Gema Cortes

#PledgetoPause: शेयर करने से पहले ज़रा ठहरें और सोचें

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरश ने दुनिया भर के लोगों को ऑनलाइन सामग्री शेयर करने यानि आगे बढ़ाने से पहले ठहरकर सोचने का आग्रह किया है क्योंकि कोविड-19 महामारी ने एक संचार आपदा भी पैदा कर दी है जिसमें सोशल मीडिया पर झूठी सूचनाएँ और ग़लत जानकारी फैलाई जा रही है.

घाना में एक बच्चा खुले स्थान में टायर को मेज़ बनाकर अपनी पढ़ाई करते हुए.
Edward Aning Poakwah

#दुनिया, जो हम चाहते हैं...

#दुनिया जो हम चाहते हैं, 75 ऐसी तस्वीरों का विशेष संकलन है जो 130 से ज़्यादा देशों से प्राप्त हुई 50 हज़ार तस्वीरों में से चुनी गई हैं. ये संकलन दरअसल यूएन महासचिव की उस पुकार के जवाब में जुटाया गया है जिसमें उन्होंने दुनिया भर में लोगों से भविष्य के लिये उनकी प्राथमिकताओं उनके विचार सीधे भेजने के लिये कहा था. इस वीडियो में वर्चुअल प्रदर्शनी #TheWorldWeWant यानि '#दुनिया, जो हम चाहते हैं', से कुछ विजेता तस्वीरें पेश की गई हैं जिनमें हम सभी भविष्य के लिये साझा उम्मीदें और सपने संजोए हुए हैं. इस फ़ोटो प्रतियोगिता का आयोजन यूएन75 के समर्थन में मोबाइल ऐप - Agora ने किया था.

 

पूरी वर्चुअल प्रदर्शनी देखने के लिये यहाँ क्लिक करें

 

फ़िलीपीन्स में मक्का की खेती में महिला किसान. वहाँ टिकाऊ फ़सल के उत्पादन की तकनीकें सीख रहे हैं.
BSWM-UNDP Philippines-GEF5 SLM Project

करोड़ों को भरपेट भोजन मयस्सर नहीं, कोविड-19 बना मुसीबतों का पहाड़

वर्ष 2020 के दौरान भी दुनिया भर में करोड़ों लोगों को जीने के लिये काफ़ी बुनियादी भोजन ख़ुराक भी मयस्सर नहीं है क्योंकि जलवायु परिवर्तन और आर्थिक समस्याओं ने विश्व भर में भुखमरी का स्तर बढ़ा दिया है, और कोविड-19 महामारी ने तो ग़रीबी में मुसीबतों का पहाड़ ही खड़ा कर दिया है. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की एक ताज़ा रिपोर्ट में ये चिन्ता ज़ाहिर की गई है.

कोविड-19 के दौरान निस्वार्थ सेवा और दयालुता की अभूतपूर्व कहाँनियाँ कहती अनूठी टीवी सीरीज़: ‘भारत के महावीर’
UN India

कोविड-19: निस्वार्थ सेवा और दयालुता की प्रेरक कहानियाँ : ‘भारत के महावीर’

भारत में संयुक्त राष्ट्र, भारत सरकार का नीति आयोग और डिस्कवरी इंडिया चैनल ने मिलकर 'भारत के महावीर’ नामक एक टेलीवीज़न सीरिज़ शुरू की है, जिसके तहत भारत के उन नायकों की कहानियाँ प्रसारित की जाएँगी, जिन्होंने कोविड-19 के ख़िलाफ़ जंग में निस्वार्थ भावना से सहयोग दिया है.  

मध्य अफ्रीकी गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन में एक नैटवर्क इन्जीनियर के तौर पर काम करतीं फ़ातिमा ख़ामिस.
MINUSCA

बाधाओं से परे: फ़ातिमा ख़ामिस का शान्ति मिशन

सूडानी मूल की फ़ातिमा ख़ामिस  मध्य अफ्रीकी गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र के मिशन में असाधारण योगदान कर रही हैं. कड़ी परम्पराओं वाले समाज में शिक्षा के लिये रास्ता बनाना और एक इजीनियर के रूप में काम करना फ़ातिमा ख़ामिस के लिये आसान नहीं रहा है, मगर उन्होंने बहुत सी बाधाएँ पार की हैं. उनकी कहानी, उन्हीं की ज़ुबानी - शान्ति ही मेरा मिशन है - वीडियो श्रंखला में...

संयुक्त राष्ट्र के वैरीफ़ाइड अभियान के चरित्र
United Nations

ओह, मैंने फिर शेयर कर दिया !!!

Misinformation यानि दुष्प्रचार या ग़लत जानकारी फैलाने का मक़सद हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना होता है, और हम में से बहुत से लोगों ने भी कुछ ना कुछ ऐसे सन्देश या जानकारी ज़रूर शेयर की होगी है यानि आगे बढ़ाई होगी जिसके बारे में बाद में मालूम हुआ होगा कि वो सच या सही नहीं थी. इस वीडियो में एक हल्के-फ़ुल्के अन्दाज़ में मगर बहुत सटीक बात कहने की कोशिश की गई है कि हम कितनी आसानी से दुष्प्रचार या ग़लत जानकारी फैलाने के भागीदार बन जाते हैं. ये सोचना बहुत अहम और ज़रूरी है कि ग़लत जानकारी या 'फ़ेक न्यूज़' को फैलने से रोकने के लिये क्या किया जा सकता है...