फ़लस्तीनी पत्रकार, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता सम्मान के विजेताओं में शामिल
ग़ाज़ा में विनाशकारी युद्ध की कवरेज करने वाले फ़लस्तीनी पत्रकारों को, यूनेस्को/गुइलरमो कैनो विश्व प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार के विजेताओं में चुना गया है.
ग़ाज़ा में विनाशकारी युद्ध की कवरेज करने वाले फ़लस्तीनी पत्रकारों को, यूनेस्को/गुइलरमो कैनो विश्व प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार के विजेताओं में चुना गया है.
अफ़ग़ानिस्तान की पहली महिला ब्रेकडांसर, कैमरून में पैदा हुए एक ब्रितानी बॉक्सिंग चैम्पियन, और वेनेज़ुएला के एक अचूक निशानेबाज़, शरणार्थी ओलिम्पिक टीम के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो जुलाई में होने वाले पेरिस खेलों में शिरकत करने वाले हैं.
मानवीय सहायता मामलों में संयोजन के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) का कहना है कि ग़ाज़ा पट्टी में पिछले सात महीनों से जारी युद्ध से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और मलबे के नीचे 10 हज़ार से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है. यूएन एजेंसी ने ग़ाज़ा में स्वास्थ्य प्रशासन से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह बात कही है.
ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध और अनवरत इसराइली बमबारी ने फ़लस्तीन के सामाजिक-आर्थिक विकास को 20 वर्ष पीछे धकेल दिया है. गुरूवार को प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में संकटग्रस्त ग़ाज़ा में मौजूदा आर्थिक हालात का आकलन किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के सहयोग से, भारत सरकार ने देश के पूर्वोत्तर राज्यों में, 15 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं. 2022 में नागालैंड में स्थापित एक ऑक्सीजन संयंत्र भी इसी पहल का हिस्सा है जिसने लोगों के जीवन में नई वायु का संचार किया है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता हासिल करने के लिए, फ़लस्तीन का हाल का प्रयास नाकाम होने के मुद्दे पर, बुधवार को चर्चा की है.
योरोपीय क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कार्यालय ने अपनी एक नई रिपोर्ट में, कोविड-19 महामारी और बच्चों में मोटापे की बढ़ती दर के बीच सम्बन्ध की पुष्टि की है.
म्याँमार में संयुक्त राष्ट्र की टीम ने संकट से जूझ रहे इस देश में भ्रामक सूचनाओं, जानबूझकर ग़लत जानकारी फैलाए जाने और नफ़रत भरे सन्देशों व भाषणों की भरमार पर चिन्ता जताई है, विशेष रूप से उत्तरी राख़ीन प्रान्त में. यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने बुधवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही.
भारत में टीकाकरण के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के उपयोग से क्रान्तिकारी परिवर्तन देखने को मिला है. eVIN, U-WIN और Co-WIN जैसे डिजिटल मंचों की मदद से, अभूतपूर्व गति से टीकाकरण सम्भव हुआ है. इस पहल की शुरुआत से ही संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने अहम भूमिका निभाई है. विश्व टीकाकरण सप्ताह के अवसर पर टीकाकरण के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से बदलते परिदृश्य पर एक नज़र.
भारत स्थित यूनेस्को के दक्षिण एशिया कार्यालय ने भागीदारों के साथ मिलकर, अन्तरराष्ट्रीय जैज़ दिवस पर एक संगीत समारोह आयोजित किया, जिसमें जैज़ के ज़रिए, एकजुटता बढ़ाने व समस्त भेदभाव मिटाने की भावना का जश्न मनाया गया.