फ़लस्तीनी लोगों के साथ, यूएन एकजुटता की पुष्टि
न्यूयॉर्क से लेकर, येरूशेलम और उससे भी आगे की जगहों पर, संयुक्त राष्ट्र के तमाम कार्यालयों ने, बुधवार को, फ़लस्तीनी जन के साथ एकजुटता का अन्तरराष्ट्रीय दिवस मनाया है.
न्यूयॉर्क से लेकर, येरूशेलम और उससे भी आगे की जगहों पर, संयुक्त राष्ट्र के तमाम कार्यालयों ने, बुधवार को, फ़लस्तीनी जन के साथ एकजुटता का अन्तरराष्ट्रीय दिवस मनाया है.
संयुक्त राष्ट्र के दक्षिण-दक्षिण कार्यालय ने, भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी के छह वर्ष पूरे होने के अवसर पर, बुधवार 29 नवम्बर को यूएन मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया. वैश्विक दक्षिण क्षेत्र में, बहुपक्षवाद और साझा समृद्धि को बढ़ावा देने के महत्वाकांक्षी एजेंडा से प्रेरित भारत-यूएन विकास साझेदारी कोष, 2030 के टिकाऊ विकास एजेंडा को साकार बनाने की दिशा में, विकासशील देशों के प्रयासों में योगदान करता है. इस कार्यक्रम की यहाँ वीडियो रिकॉर्डिंग यहाँ देखी जा सकती है.
मध्य पूर्व में इसराइल-फ़लस्तीन संकट पर, सुरक्षा परिषद की एक और सघन बैठक, बुधवार को हुई है. सुरक्षा परिषद में मध्य नवम्बर में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें हमास से बन्धकों की रिहाई और इसराइल से, आम लोगों की जीवन रक्षा की ख़ातिर मानवीय गलियारों का दायरा बढ़ाने का आहवान किया गया था. उस प्रस्ताव के बाद, इस संकट पर, सुरक्षा परिषद की ये पहली बैठक है. यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, सुरक्षा परिषद में राजदूतों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया, ग़ाज़ा में आम लोगों के कष्टों व पीड़ाओं से आँखें नहीं फेर सकती.
फ़लस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इसराइल में किए गए हमले और उसके बाद इसराइल द्वारा ग़ाज़ा में शुरू किए गए विध्वंसक युद्ध ने, मध्य पूर्व की स्थिति का एक शान्तिपूर्ण व न्यायसंगत समाधान की महत्ता को और अधिक उजागर कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, शुक्रवार को आगाह करते हुए कहा है कि अंटार्कटिका को एक सोता हुआ विशालकाय दानव कहा जाता रहा है, मगर अब उसे जलवायु अराजकता ने जगा दिया है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में युद्ध में विराम और बन्धकों की रिहाई के लिए बुधवार को हुए समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र समझौते के मानवीय प्रभाव के अधिकतम लाभ हासिल करने के लिए, "मुस्तैद" खड़ा है.
विश्व खाद्य संगठन (WFP) ने आगाह किया है कि ग़ाज़ा में यु्द्ध शुरू शुरु होने के बाद से, केवल दस प्रतिशत आवश्यक खाद्य आपूर्ति, ग़ाज़ा में प्रवेश कर पाई है. लोगों को विशाल स्तर पर भोजन की कमी और व्यापक भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. (वीडियो)
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने मंगलवार को आगाह किया है कि 7 अक्टूबर को इसराइल में, हमास के हमले के बाद, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में शुरू हुई इसराइली बमबारी के छह सप्ताहों के बाद, वहाँ बाल मौतों में एक “त्रासद... और पूर्ण रूप से टालने योग्य उछाल” की सम्भावना है, जहाँ पहले ही, हर दिन लगभग 160 शिशुओं की मौतें हो रही हैं.
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) और अन्य साझीदार संगठन, पाकिस्तान से वापिस अफ़ग़ानिस्तान लौटने वाले लोगों को सीमा चौकियों पर महत्वपूर्ण सहायता मुहैया कराने में जुटे हैं. एक अनुमान के अनुसार, अब तक पाकिस्तान से तीन लाख 74 हज़ार से अधिक लोग, भय और जल्दबाज़ी में अफ़ग़ानिस्तान लौटने के लिए मजबूर हुए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आपातकालीन कार्रवाई निदेशक माइक रायन ने सोमवार को कहा है कि ग़ाज़ा में नागरिकों को लगी असंख्य चोटों और बढ़ते सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के मिले-जुले असर से, महामारी फैलने के लिए अनुकूल हालात बन सकते हैं.