यूएन महासभा के 76वें सत्र को, इसराइल का सम्बोधन
इसराइल के प्रधानमंत्री नफ़ताली बेनेट ने सोमवार को, यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए कहा है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक घातक मोड़ पर हैं और देश को परमाणु हथियार प्राप्ति से रोका जाना होगा.
इसराइल के प्रधानमंत्री नफ़ताली बेनेट ने सोमवार को, यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए कहा है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक घातक मोड़ पर हैं और देश को परमाणु हथियार प्राप्ति से रोका जाना होगा.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को, ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के अवसर पर जारी अपने सन्देश में कहा है कि वैश्विक महामारी की वजह से पर्यटन में आए भीषण व्यवधान के बाद, अब फिर से शुरुआत करने और हरित व टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने का समय है. उन्होंने कहा कि पर्यटन सैक्टर, अर्थव्यवस्था व समाज के हर पहलू को प्रभावित करता है और इसके ज़रिये ऐतिहासिक रूप से वंचित और पीछे छूट गए लोगों तक विकास का लाभ पहुँचाने में मदद मिल सकती है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें वार्षिक सत्र के दौरान आम चर्चा (जनरल डिबेट) 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चली. वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनज़र, यूएन महासभा में इस वर्ष की जनरल डिबेट, मिले-जुले रूप (हाइब्रिड) में आयोजित हुई. कुछ देशों के नेताओं ने जनरल डिबेट में, वर्चुअल शिरकत की, जबकि अन्य नेतागण ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, यूएन महासभागार से विश्व समुदाय को सम्बोधित किया.
जनरल डिबेट की, 27 सितम्बर की रिकॉर्डिंग यहाँ उपलब्ध है...
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार को, ‘अन्तरराष्ट्रीय पूर्ण परमाणु शस्त्र उन्मूलन दिवस’ पर कहा है कि हमारी दुनिया से परमाणु हथियारों को जड़ से ख़त्म कर देने, और सम्वाद, विश्वास शान्ति के एक नए दौर में दाख़िल होने का, अभी बिल्कुल सटीक समय है.
रूस महासंघ के विदेश मंत्री सर्गे वी लैवरॉफ़ ने यूएन महासभा को सम्बोधित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र के संस्थापना दस्तावेज़ – यूएन चार्टर के उद्देश्य व सिद्धान्त जीवित व क़ायम रखने के लिये, एक नई सहमति की पुकार लगाई है. रूसी विदेश मंत्री ने शनिवार को उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधन में, पश्चिम समर्थित – “नियम आधारित व्यवस्था” की अवधारणा को रद्द किये जाने का आहवान भी किया.
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने, संयुक्त राष्ट्र महासभा को सम्बोधित करते हुए, लोकतंत्र के प्रति देश की प्रतिबद्धता फिर से पुष्ट की है और कोविड-19 महामारी की वैक्सीन विकसित करने और निर्माण में महान सफलता की तरफ़ भी ध्यान आकर्षित किया है. उन्होंने साथ ही, प्रतिगामी सोच वाले देशों से सावधान रहने के लिये सतर्क भी किया है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें वार्षिक सत्र के दौरान आम चर्चा (जनरल डिबेट) 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चली. वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनज़र, यूएन महासभा में इस वर्ष की जनरल डिबेट, मिले-जुले रूप (हाइब्रिड) में आयोजित हुई. कुछ देशों के नेताओं ने जनरल डिबेट में, वर्चुअल शिरकत की, जबकि अन्य नेतागण ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, यूएन महासभागार से विश्व समुदाय को सम्बोधित किया.
जनरल डिबेट की, 25 सितम्बर की रिकॉर्डिंग यहाँ उपलब्ध है...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने यूएन महासभा की जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से, अफ़ग़ानिस्तान में “मौजूदा सरकार को मज़बूत करने” और “देश के लोगों की बेहतरी की ख़ातिर, उसे स्थिर किये जाने का आहवान किया है.”
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने रोहिंज्या शरणार्थी संकट के स्थाई समाधान के लिये अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सक्रिय समर्थन का आग्रह किया है. उन्होंने ध्यान दिलाया कि यह संकट अपने पाँचवे वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और देश में राजनैतिक अनिश्चितताओं के बावजूद, म्याँमार को शरणार्थियों की सुरक्षित व गरिमामय वापसी के लिये अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करना होगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘रीजेनेरॉन’ (Regeneron) एण्टीबॉडी दवा मिश्रण को, कुछ शर्तों के साथ, कोविड-19 मरीज़ों के उपचार की सूची में शामिल किया है. यूएन एजेंसी ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी देते हुए इस उपचार को न्यायोचित ढंग से उपलब्ध कराने के लिये दवाओं की क़ीमत कम करने की भी अपील जारी की है.