वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूक्रेन

यूक्रेन में विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) से सहायता प्राप्त एक बेकरी में निर्मित ब्रैड, ख़ारकीयेफ़ के एक अस्पताल में पहुँचाए जाते हुए.
© WFP

यूक्रेन: 100 अरब डॉलर का ढाँचागत नुक़सान, 90% आबादी के ग़रीबी में धँसने का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन पर रूस का हमला शुरू होने के तीन सप्ताह बाद, युद्ध जारी रहने के कारण, देश की 90 प्रतिशत आबादी के "ग़रीबी में तेज़ी से गिर जाने" और बहुत नाज़ुक हालात में पहुँच जाने का जोखिम है.

यूक्रेन की राजधानी कियेफ़ में एक महिला अपने बेटे के पास बैठी हुई (3 मार्च 2022) जिसका एक अस्पताल में तीन सप्ताहों से इलाज चल रहा था.
© UNICEF/Oleksandr Ratushniak

'यूक्रेन में सिविल ठिकानों पर रूसी हमले, युद्धापराध के दायरे में गिने जा सकते हैं'

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय, (OHCHR) ने यूक्रेन पर 24 फ़रवरी को रूसी संघ का आक्रमण शुरू होने के बाद वहाँ हताहत होने वाले आम लोगों बढ़ती संख्या पर शुक्रवार को गहरी चिन्ता दोहराई. साथ ही रूस को ये याद भी दिलाया है कि लड़ाई में भाग नहीं लेने वाले लोगों को निशाना बनाया जाना एक युद्धापराध हो सकता है.

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में एक क्षतिग्रस्त इमारत.
© UNICEF/Anton Skyba for The Globe and Mail

यूक्रेन: यूएन और साझीदार संगठनों द्वारा राहत सामग्री के पुख़्ता इन्तज़ाम

यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों की बमबारी के कारण अनेक शहरों में भीषण नुक़सान हुआ है, बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिंसा से बचने के लिये देश के अन्य इलाक़ों या अन्य देशों का रुख़ किया है. हिंसा प्रभावित इलाक़ों में बढ़ती ज़रूरतों के मद्देनज़र अतिरिक्त संख्या में मानवीय राहतकर्मी तैनात किये गए हैं.

यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में, तहख़ाने में बनाए गए एक जच्चा-बच्चा अस्पताल में एक नवजात शिशु.
© UNICEF/Andriy Boiko

यूक्रेन: शरणार्थियों की संख्या से, पड़ोसी देशों पर भारी दबाव

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता अधिकारियों ने बुधवार को चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद देश से लाखों यूक्रेनी लोगों का पलायन, पड़ोसी देशों में व्यवस्था पर भारी दबाव डाल सकता है. उधर यूएन बाल कोष UNICEF ने बुरी तरह युद्ध की चपेट में आए तटीय शहर मारियुपोल में हुई बमबारी में एक प्रसूति अस्पताल की तबाही होने की ख़बरों पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है. यह शहर कई दिनों से भारी बमबारी की चपेट में है.

5 मार्च 2022 को, एक लड़की खिड़की से बाहर देखते हुए. वह पश्चिमी यूक्रेन के लवीव ट्रेन स्टेशन से पोलेण्ड के प्रेज़ेमिसल शहर जाने वाली ट्रेन के अन्दर इन्तज़ार कर रही है.
© UNICEF/Alexsey Filippov

यूक्रेन से पलायन पर योरोपीय मदद की सराहना

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रैण्डी ने यूक्रेन में युद्ध के कारण विस्थापित हुए लोगों को शरण देने के लिये योरोपीय देशों की प्रशंसा की है. अब तक युद्ध से भागे लोगों की संख्या 20 लाख तक पहुँच चुकी है.