यूक्रेन: यूएन और साझीदार संगठनों द्वारा राहत सामग्री के पुख़्ता इन्तज़ाम

यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों की बमबारी के कारण अनेक शहरों में भीषण नुक़सान हुआ है, बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिंसा से बचने के लिये देश के अन्य इलाक़ों या अन्य देशों का रुख़ किया है. हिंसा प्रभावित इलाक़ों में बढ़ती ज़रूरतों के मद्देनज़र अतिरिक्त संख्या में मानवीय राहतकर्मी तैनात किये गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने गुरूवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि 19 लाख यूक्रेनी नागरिक घरेलू विस्थापन का शिकार हुए हैं.
More civilians have been killed in the conflict in #Ukraine since 24 February than during the previous six years combined.An immediate ceasefire is needed to save lives and avert suffering. #NotATargethttps://t.co/01I7RyeQ8t pic.twitter.com/6hwi87Uhrn
UNOCHA
यूएन शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक़, 23 लाख से अधिक लोगों ने पश्चिमी सीमा को पार करके पड़ोसी देशों में शरण ली है.
यूएन प्रवक्ता ने बताया कि अल्पकाल में तीन बातें बेहद अहम हैं: नागरिकों को, चाहे वे रुकें या जाएँ, सम्मान व सुरक्षा मिलनी चाहिये; मानवीय राहत आपूर्ति के लिये सुरक्षित मार्ग की आवश्यकता है.
साथ ही, उन्होंने एक ऐसी प्रणाली स्थापित किये जाने पर बल दिया है जिससे युद्धरत पक्षों के साथ निरन्तर सम्पर्क स्थापित किया जा सके.
“जवाबी कार्रवाई के तौर पर, मानवीय राहत संगठन देश भर में अतिरिक्त कर्मचारी तैनात कर रहे हैं और यूक्रेन के भीतर व बाहर विभिन्न केन्द्रों के भण्डारों में सामान पहुँचा रहे हैं.”
बताया गया है कि संयुक्त राष्ट्र और उसके साझीदार संगठनों ने पाँच लाख से ज़्यादा लोगों को किसी ना किसी रूप में मानवीय सहायता प्रदान की है. इसमें भोजन, आश्रयस्थल, कम्बल, चिकित्सा सामग्री समेत अन्य प्रकार की मदद है.
यूएन प्रवक्ता के अनुसार यदि व्यापक स्तर पर मानवीय सहायता सुलभता सुनिश्चित की जाती है तो इससे कहीं अधिक संख्या में लोगों तक मदद पहुँचाई जा सकती है.
यूएन शरणार्थी एजेंसी ने बताया है कि बुधवार तक, मध्य यूक्रेन के विनित्सिया में स्थित केन्द्रों में 85 मीट्रिक टन मानवीय सहायता सामग्री वितरित की गई है.
पूर्वी यूक्रेन में हिंसक टकराव से जान बचाने के लिये लोग, घर छोड़कर इस इलाक़े में पहुँच रहे हैं.
स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने गहरी चिन्ता जताई है कि यूक्रेन में हिंसक संघर्ष का असर खाद्य सुरक्षा पर पड़ने की आशंका है और हिंसा प्रभावित इलाक़ों में परिवारों के लिये भरपेट भोजन की व्यवस्था कर पाना मुश्किल होता जा रहा है.
विश्व खाद्य कार्यक्रम की योजना 31 लाख लोगों तक मदद पहुँचाने की है, और इसके तहत यूक्रेन के शहरों में भोजन, ब्रैड और अन्य खाद्य सामग्री का प्रबन्ध किया जाएगा.
यूएन प्रवक्ता ने कहा, “खाद्य सहायता की खेप हर रोज़ पहुँच रही है, WFP उन इलाक़ों में भोजन की पहले से व्यवस्था करने में तेज़ी से प्रयास कर रहा है, जहाँ लड़ाई भड़कने की आशंका है.”
इस बीच, खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने आगाह किया है कि आने वाले हफ़्ते बेहद अहम होंगे, चूँकि मार्च के मध्य में सब्ज़ियाँ बोने के लिये किसान अपने खेत तैयार करते हैं.
यूक्रेन विश्व के सबसे बड़े अनाज निर्यातक देशों में है.
आम र पर फ़रवरी और मई महीनों के दौरान, यूक्रेनी किसान गेहूँ, जौ, मक्का और सूरजमुखी की बुआई के लिये अपने खेत तैयार करते हैं.
यूएन एजेंसी ने सचेत किया है कि हिंसक संघर्ष के दौरान भी, पैदावार व मवेशियों की रक्षा के लिये हरसम्भव प्रयास किये जाने होंगे.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने गुरूवार को बताया है कि अब तक 10 लाख से अधिक बच्चे यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं.
यूक्रेन में रहने वाले बच्चों की रक्षा व मदद के लिये, छह ट्रकों के ज़रिये 70 टन सामग्री भेजी गई है, जिसमें निजी सुरक्षा उपकरण व मेडिकल किट भी हैं.
“साझीदारों के साथ काम करते हुए, यूनीसेफ़ की टीमों ने यूक्रेन में देश के पाँच अलग-अलग हिंसा प्रभावित इलाक़ों के 22 अस्पतालों में मेडिकल आपूर्ति वितरित की है, ताकि 20 हज़ार बच्चों और माताओं तक लाभ पहुँच सके.”
इनमें से कुछ ट्रक कोपेनहागेन से भेजे गए हैं जोकि योरोप में यूनीसेफ़ का सबसे बड़ा मानवीय राहत भण्डारण केन्द्र है.
इन ट्रकों में आरम्भिक बचपन में विकास, मनोरंजन व साफ़-सफ़ाई सम्बन्धी किट भेजी गई हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 81 मीट्रिक टन आपूर्ति वितरित की है और यूक्रेन में स्वास्थ्य केन्द्रों तक मदद पहुँचाना जारी रखने के लिये इन्तज़ाम किये जा रहे हैं.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने अपने आपात कोष से एक करोड़ डॉलर की रक़म जारी की है और कर्मचारी तैनात किये हैं ताकि बेहद कठिन हालात से गुज़र कर पहुँचने वाले शऱणार्थियों को अति-आवश्यक देखभाल मुहैया कराई जा सके.
यूक्रेन में मौजूदा घटनाक्रम के मद्देनज़र जारी की गई औचक अपील के तहत, अब तक 10 करोड़ 90 लाख डॉलर की व्यवस्था की जा चुकी है, जोकि कुल आवश्यक रक़म का लगभग साढ़े नौ प्रतिशत है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 1 मार्च को यूक्रेन के भीतर मानवीय राहत अभियान के लिये, एक अरब 10 करोड़ डॉलर की सहायता अपील जारी की थी.