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कोविड-19: यूएन हिन्दी कवरेज

कोविड-19: अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा – यूएन हिन्दी न्यूज़ कवरेज
पहली बार इन मामलों की जानकारी, दिसम्बर 2019 में चीन के वूहान में मिली.

चीन सहित दुनिया के कई देश नॉवल कोरोनावायरस (कोविड-19) के ख़तरे का सामना कर रहे हैं. चीन सहित अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हालात पर क़ाबू पाने के लिए विशेषज्ञों, सरकारों व साझीदार संगठनो के साथ मिलकर काम करता रहा है ताकि नए वायरस के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को पुख़्ता बनाया जा सके, उसके फैलने और घातकता में कमी लाई जाए और प्रभावित देशों व व्यक्तियों को सेहत का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी क़दम सुनिश्चित किए जा सकें.

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मलावी में, कुछ बच्चे, कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूल फिर से खोले जाने पर, शिक्षा प्राप्ति के लिये गए.
© UNICEF/Malumbo Simwaka

कोविड-19: डेल्टा वैरिएंट का तेज़ फैलाव, तीसरी लहर के ‘शुरुआती संकेत’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेबरेयेसस ने बुधवार को कहा है कि कोरोनावायरस के कई रूपों (वैरिएंट) के फैलाव, सामाजिक पाबन्दियों में ढील और सार्वजनिक स्वास्थ्य के उपाय लागू करने में अनियमितता, जैसे कारकों से संक्रमण के मामलों व मौतों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है जिसमें तीसरी लहर के शुरुआती संकेत नज़र आने लगे हैं.

यूगाण्डा के कामुली ज़िले में, एचआईवी संक्रमित माता-पिता और अभिभावक, एक क्लीनिक में सहायता सत्र में शिरकत करते हुए.
© UNICEF/Jimmy Adriko

यूएन एड्स की पुकार, कोविड को उखाड़ फेंकने के लिये ख़त्म करनी होंगी विषमताएँ

एचआईवी-एड्स के ख़िलाफ़ लड़ाई में वैश्विक नेतृत्व मुहैया करा रही यूएन एजेंसी – यूएन एड्स की बुधवार को जारी एक नई रिपोर्ट में दिखाया गया है कि एचआईवी के साथ जीने वाले लोगों को इस वायरस और कोविड-19 की दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि विषमताओं के बढ़ते दायरे के कारण उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता से वंचित होना पड़ रहा है. 

म्याँमार के यंगून शहर में, लोग, देश के लिये अपना समर्थन प्रदर्शित करते हुए.
Unsplash/Saw Wunna

म्याँमार में बदतर हुए हालात, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता का आग्रह

म्याँमार के लिये स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ टॉम एण्ड्रयूज़ ने आगाह किया है कि कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट के तेज़ फैलाव, संक्रमण मामलों में उछाल और बदहाल स्वास्थ्य प्रणाली के बीच म्याँमार में संकट, और ज़्यादा गहरा हो रहा है.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक हैनरिएटा फ़ोर हाँडूरास के एक स्कूल में बच्चों के साथ.
UNICEF/Bindra

यूनीसेफ़ प्रमुख हैनरिएटा फ़ोर ने "भारी मन से" इस्तीफ़ा दिया

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ की अध्यक्ष हैनरिएटा फ़ोर ने अपने पति की देखभाल करने के लिये पूरा समय ख़र्च करने के इरादे से, मंगलवार को, अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. उनके पति किसी ऐसी तकलीफ़ से गुज़र रहे हैं जिन्हें, हैनरिएटा फ़ोर ने एक गम्भीर स्वास्थ्य मुद्दा बताया है.

मलावी में, कुछ बच्चे, कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूल फिर से खोले जाने पर, शिक्षा प्राप्ति के लिये गए.
© UNICEF/Malumbo Simwaka

महामारी के दौर में हुए शिक्षा नुक़सान का आकलन करने और स्कूल फिर खोलने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों और उनके साझीदार संगठनों ने मंगलवार को कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण स्कूल बन्द होने से छात्रों की शिक्षा का जो नुक़सान हुआ है उसकी भरपाई के लिये लगभग एक तिहाई देशों में अभी तक कोई उपचारात्मक कार्यक्रम लागू नहीं किये गए हैं.

ब्राज़ील समेत अनेक देशों में बड़ी संख्या में आबादी का टीकाकरण नहीं हो पाया है.
© UNICEF/PAHO/Karina Zambrana

डेल्टा वैरिएंट का बढ़ता क़हर, वैक्सीन आपूर्ति में विषमता से दिखती मानवीय दरारें

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने सोमवार को कहा है कि कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट दुनिया भर में बहुत तेज़ रफ़्तार से फैल रहा है जिससे संक्रमण और मौतों के मामलों में नया उछाल आ रहा है. इससे वैक्सीन की उपलब्धता व आपूर्ति में मौजूद गहरी विषमता और खाई भी उजागर हो रही है.

केनया के तवेता इलाक़े में, एक खेत में काम करती हुई महिला.
© FAO/Fredrik Lerneryd

संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 के कारण, ज़्यादा लोग भुखमरी की चपेट में

संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने सोमवार को चेतावनी भरे शब्दों कहा है कि दुनिया भर में संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी के प्रभावों के कारण, भुखमरी आसमान छूने वाली रफ़्तार से बढ़ रही है और दुनिया भर में हर 5 में से एक यानि लगभग 20 प्रतिशत बच्चे नाटेपन के शिकार हैं. 

तिमोर लैस्ते को सुआई क्षेत्र में, एक महिला अपने नवजात शिशु के साथ.
UN Photo/Martine Perret

सभी के लिये प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार सुनिश्चित करने की ज़रूरत

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के भीषण प्रभावों में – महिलाओं के प्रजनन अधिकारों में भारी गिरावट होना भी देखा गया है.

ब्राज़ील में एक स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 वैक्सीन लगाने की तैयारी कर रहा है.
PAHO/Karina Zambrana

कोविड-19 वैक्सीनें और मायोकार्डाइटिस: जोखिम कम, फ़ायदे ज़्यादा

कोविड-19 टीकाकरण के बाद हृदय में सूजन के मामलों का अध्ययन कर रहे यूएन विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन से होने वाला फ़ायदा, उससे जुड़े जोखिमों की तुलना में कहीं अधिक है. इसके ज़रिये अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या और संक्रमण की वजह से होने वाली मौतों में कमी लाना सम्भव हुआ है.

WFP/Badre Bahaji

यूएन न्यूज़ हिन्दी बुलेटिन, 9 जुलाई 2021

9 जुलाई 2021 के साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...

  • बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों से, टीकाकरण योजना की आगुवाई करने की पुकार.
  • कोविड-19 से मृतक संख्या 40 लाख के पार, वैरिएंट दौड़ रहे हैं वैक्सीनों से आगे.
  • दुनिया भर के लगभग आधे बच्चों को है - ऑनलाइन व ऑफ़लाइन हिंसा का सामना.
  • म्याँमार में सैन्य सत्ता विरोधियों पर बढ़ रहा है चौतरफ़ा हमलों का दायरा.
  • भारत के एक मानवाधिकार कार्यकर्ता स्टैन स्वामी की, जेल में मौत पर दुख और व्यथा.
     
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