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कोविड-19: यूएन हिन्दी कवरेज

कोविड-19: अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा – यूएन हिन्दी न्यूज़ कवरेज
पहली बार इन मामलों की जानकारी, दिसम्बर 2019 में चीन के वूहान में मिली.

चीन सहित दुनिया के कई देश नॉवल कोरोनावायरस (कोविड-19) के ख़तरे का सामना कर रहे हैं. चीन सहित अनेक देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हालात पर क़ाबू पाने के लिए विशेषज्ञों, सरकारों व साझीदार संगठनो के साथ मिलकर काम करता रहा है ताकि नए वायरस के बारे में वैज्ञानिक जानकारी को पुख़्ता बनाया जा सके, उसके फैलने और घातकता में कमी लाई जाए और प्रभावित देशों व व्यक्तियों को सेहत का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी क़दम सुनिश्चित किए जा सकें.

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एक महिला का कोविड-19 संक्रमण जाँचने के लिए परीक्षण किया जा रहा है.
© WHO

कोविड-19 के दौरान एंटीबायोटिक दवाओं के अनावश्यक इस्तेमाल पर चिन्ता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिन्ता जताई है कि कोविड-19 महामारी के दौरान, अस्पतालों में भर्ती संक्रमितों के उपचार में एंटीबायोटिक दवाओं का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल किया गया. इससे मरीज़ों की स्थिति में कोई विशेष सुधार तो नहीं हुआ मगर रोगाणुरोधी प्रतिरोध (antimicrobial resistance) का ख़तरा बढ़ने की आशंका पनप गई, जिसमें एंटीबॉयोटिक्स दवाएँ कई तरह के संक्रमण को रोकने में बेअसर साबित होती हैं.