वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, क़तर की राजधानी दोहा में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे हैं.
United Nations/Khava Mukhieva

हम सभी अफ़ग़ानिस्तान में शान्ति चाहते हैं – यूएन प्रमुख, दोहा बैठक में

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान प्रशासन द्वारा महिलाओं व लड़कियों पर थोपी गई पाबन्दियों को जल्द से जल्द हटाए जाने की ज़रूरत है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, क़तर में वर्ष 2023 के दोहा फ़ोरम में अपनी बात कहते हुए. (फ़ाइल फ़ोटो)
UN/Florencia Soto Nino-Martinez

अफ़ग़ानिस्तान पर अन्तरराष्ट्रीय सक्रियता के बारे में दोहा सम्मेलन

अफ़ग़ानिस्तान के बारे में, अधिक ठोस, निरन्तर, समन्वित और ढाँचागत रूप में, अन्तरराष्ट्रीय सक्रियता बढ़ाने के तरीक़ों पर विचार करने के लिए, रविवार और सोमवार को, क़तर की राजधानी दोहा में एक विशेष सम्मेलन हुआ है.

दुनिया भर में एयरकंडीशनिंग और फ़्रिज जैसे शीतलन उपकरणों का, जलवायु परिवर्तन में, विशाल हिस्सा है.
© Unsplash/Sergei A

शहरी कार्बन उत्सर्जन में कमी करते हुए, शीतलन के नुस्ख़े

वर्ष 2050 तक शीतलन उपकरणों की वैश्विक स्थापित क्षमता तीन गुनी होने के अनुमान हैं, जिनके संचालन पर बिजली की खपत भी दोगुनी से अधिक होने का अनुमान है. ऐसे में, वातावरण ठंडा रखने के लिए ऊर्जा की बेइन्तहा खपत करने वाले वाताकूलन उपकरणों (Air conditioners) के मुक़ाबले, निष्क्रिय शीतलन के कुछ विकल्पों पर बात...

यूएन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान में महिलाएँ अपनी गिरफ़्तारी के डर का सामना कर रही हैं.
UNAMA

अफ़ग़ानिस्तान में महिला अधिकारों के लिए, निरन्तर बिगड़ती स्थिति

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान की किसी नए आदेश की घोषणा के साथ ही, महिलाओं के लिए गिरफ़्तारी, उत्पीड़न और दंड का जोखिम भी बढ़ जाता है.

ग़ाज़ा युद्ध में लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और उनके पास, भरपेट भोजन के लिए भी साधन उपलब्ध नहीं हैं.
© UNICEF/Omar Al-Qattaa

WHO: ग़ाज़ा हमलों में ढह रहा है, जीवनरक्षक चिकित्सा ढाँचा

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी – WHO ने ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े – रफ़ाह में, इसराइल के तीव्र हमलों की ख़बरों के बीच, शुक्रवार को चेतावनी दी कि दक्षिणी इलाक़े में सबसे बड़ा बाक़ी बचा अस्पताल "मुश्किल से कार्य कर पा रहा" है और हमलों में चिकित्सा देखभाल व्यवस्था ढह रही है.

ऐलेक्सई नवालनी, 20 फ़रवरी 2021 को मॉस्को की एक अदालत में पेशी के दौरान.
© Evgeny Feldman

रूस: विपक्षी नेता ऐलेक्सई नवालनी की जेल में मौत पर गहरा क्षोभ

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने शुक्रवार को रूस में विपक्षी नेता ऐलेक्सई नवालनी की जेल में मौत होने की ख़बर पर स्तब्धता व क्षोभ प्रकट किया है. उन्होंने इस मामले की एक निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से स्वतंत्र जाँच कराए जाने की अपील की है.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, म्यूनिख़ सुरक्षा सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए, यूएन चार्टर का पालन किए जाने का आहवान किया. (16 फ़रवरी 2024)
United Nations/Stephanie Tremblay

‘मौजूदा वैश्विक प्रशासन से भड़क रहा है विभाजन और असन्तोष’, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने वैश्विक प्रशासन के वर्तमान स्वरूप को विभाजन बढ़ाने वाला और असन्तोष को बढ़ावा देने वाला बताया है. 

ग़ाज़ा में आपातकालीन टीमें अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर रही हैं.
© WHO

ग़ाज़ा – ख़चाख़च भरे अस्पतालों में मरीज़ बेहाल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, रफ़ाह के अन्य सभी अस्पतालों की तरह, अल-नज्जर अस्पताल भी ख़चाख़च भरा हुआ है. 65 बिस्तरों वाले अस्पताल में 300 से अधिक मरीज हैं. डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि टकराव बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने की उसकी क्षमता पर गम्भीर असर पड़ेगा. एक वीडियो.

बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहरी इलाक़े में, झुग्गी बस्ती से होकर बहती एक प्रदूषित नहर.
© UNICEF/Farhana Satu

एशिया-प्रशान्त में सतत विकास लक्ष्य, मंज़िल से बहुत दूर

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में, एशिया-प्रशान्त क्षेत्र के लिए एक चिन्ताजनक स्थिति सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक़, क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में, 2062 तक की देर हो सकती हैजो कि निर्धारित समय सीमा से 32 साल अधिक है.

1967 से इसराइली क़ब्ज़े वाले फ़लस्तीनी क्षेत्र में मानवाधिकारों की स्थिति पर विशेष रैपोर्टेयर, फ़्रांसेस्का अल्बानीज़ मानवाधिकार परिषद में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर रही हैं.
UNTV CH

इसराइल में प्रवेश पर पाबन्दी के कारण, 'ग़ाज़ा में हालात से ध्यान भटकने नहीं देना होगा'

संयुक्त राष्ट्र की स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ फ़्रांसेस्का अल्बानीज़ ने कहा है कि इसराइल में उनके प्रवेश पर पाबन्दी लगाए जाने का निर्णय कोई नई बात नहीं है, और इस घोषणा से ग़ाज़ा में हो रही बर्बरताओं से ध्यान नहीं हटने देना होगा.