भारत: चन्द्रयान-3 की असाधारण यात्रा और पड़ाव, वैश्विक बधाइयाँ
संयुक्त राष्ट्र ने, भारत के अन्तरिक्ष मिशन चन्द्रयान-3 के, चन्द्रमा के दक्षिणी धुव पर सफलतापूर्वक पहुँचने को, एक महत्वपूर्ण उपलब्धि क़रार देते हुए बधाई दी है.
संयुक्त राष्ट्र ने, भारत के अन्तरिक्ष मिशन चन्द्रयान-3 के, चन्द्रमा के दक्षिणी धुव पर सफलतापूर्वक पहुँचने को, एक महत्वपूर्ण उपलब्धि क़रार देते हुए बधाई दी है.
भारत का चन्द्रयान, बुधवार, 23 अगस्त को, चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचा है, जोकि एक असाधारण सफलता है. भारत के इस मिशन को, अन्तरिक्ष रहस्य सुलझाने और चांद से जानकारी एकत्र करने के लिए, एक अहम उपलब्धि माना जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि, रुचिरा काम्बोज ने, बुधवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि भारत, चन्द्रमा पर उतरने वाला चौथा देश और दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है. एक वीडियो रिपोर्ट...
महान क्रिकेटर रह चुके सचिन तेन्दुलकर ने, यूनीसेफ़ के दक्षिण-एशिया सदभावना दूत के रूप में, श्रीलंका का दौरा किया है. सचिन ने साबरागामूवा प्रान्त में यूनीसेफ़ द्वारा संचालित कार्यक्रमों का जायज़ा लिया. सचिन तेन्दुलकर का मानना है कि बच्चों की शिक्षा और पोषण में संसाधन निवेश करके, हम ना केवल उनके भविष्य में, बल्कि हर एक देश के भविष्य में निवेश कर रहे हैं. (वीडियो)
बुधवार, 9 अगस्त को पूरे विश्व में, आदिवासी जन का अन्तरराष्ट्रीय दिवस (International day of the world's indigenous peoples) मनाए जाने के दौरान "आत्मनिर्णय के लिए परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में आदिवासी युवजन" का विषय, संयुक्त राष्ट्र के सभी समारोहों के केन्द्र में रहेगा.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के दक्षिण-एशिया क्षेत्र के लिए सदभावना दूत और दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी रहे सचिन तेन्दुलकर ने बच्चों का चौतरफ़ा विकास सुनिश्चित करने के लिए, बच्चों की शिक्षा व पोषण कार्यक्रमों में और ज़्यादा संसाधन निवेश की पुकार लगाई है.
यूनीसेफ़ के अनुसार, कोलम्बिया और पनामा के दरम्यान सीमा पर डेरियन जंगल पार करने वाले बाल प्रवासियों की संख्या 2023 में तेज़ी से बढ़ी है. 2023 में अभी तक बाल प्रवासियों की संख्या, 2022 का कुल आँकड़ा पार कर चुकी है. साल 2023 के पहले छह महीनों में, 40 हज़ार से अधिक बच्चे डेरियन अन्तराल पार करने के लिए ख़तरनाक यात्रा कर चुके हैं. ऐसे में यूनीसेफ़, सरकारों व भागीदारों के साथ मिलकर, प्रवास मार्गों पर बच्चों व उनके परिवारों को जीवनरक्षक सहायता प्रदान करने के प्रयासों में जुटा है. (वीडियो)
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने सोमवार को कहा कि दक्षिण एशिया में तीन-चौथाई बच्चे, तीव्र गर्मी की चपेट में हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर तीन में से एक बच्चा ही, अत्यधिक तापमान से प्रभावित है. उन्होंने देशों की सरकारों से, गर्मी से बच्चों की रक्षा करने के लिए अधिकाधिक क़दम उठाने का आग्रह किया है.
विस्थापन समस्याओं, शिक्षण केन्द्रों में आग लगने और चक्रवात मोका के बावजूद, स्कूल खुलने के पहले दिन, बांग्लादेश के रोहिंज्या शरणार्थी शिविरों की कक्षाएँ उत्साहित बच्चों से भरी नज़र आईं. (वीडियो)