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ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UNTV screen grab

76वाँ सत्र: ईरान ने कहा, प्रतिबन्ध हैं युद्ध लड़ने का अमेरिकी तरीक़ा

ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रईसी ने यूएन महासभा में उच्चस्तरीय जनरल डिबेट के दौरान अपने सम्बोधन में, अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबन्धों को, युद्ध लड़ने का एक तरीक़ा क़रार दिया है. ईरानी नेता ने अमेरिका से इन प्रतिबन्धों का अन्त किये की माँग की है. 

दक्षिण अफ़्रीका के डरबन शहर में 31 अगस्त से 7 सितम्बर 2001 तक यह सम्मेलन आयोजित किया गया.
UN Photo/Pendl

'डरबन घोषणापत्र व कार्रवाई कार्यक्रम' - ऐतिहासिक सम्मेलन की 20वीं वर्षगाँठ

संयुक्त राष्ट्र महासभा, ऐतिहासिक डरबन सम्मेलन की 20वीं वर्षगाँठ के अवसर पर, बुधवार, 22 सितम्बर को एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन कर रही है. इस बैठक की थीम “मुआवज़ा, नस्लीय न्याय और अफ़्रीकी मूल के लोगों के लिये समानता” रखी गई है. एक नज़र ‘डरबन घोषणापत्र और कार्रवाई कार्यक्रम’ की पृष्ठभूमि पर... 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Cia Pak

76वाँ सत्र: वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिये, अमेरिकी राष्ट्रपति का नए कूटनैतिक युग का संकल्प

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वैश्विक महामारी कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और बढ़ती असुरक्षा सरीखे संकटों से निपटने के लिये, वैश्विक एकता के एक नए युग की शुरुआत का आहवान किया है. यह पहली बार है जब जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र को सम्बोधित किया है.

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो, यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Cia Pak

76वाँ सत्र: पर्यावरण व जलवायु मुद्दे पर ‘ब्राज़ील ने पेश किया उदाहरण’ 

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए, पर्यावरणीय संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में अपने देश के प्रयासों को रेखांकित किया है. 

 यूएन न्यूज़ की ऐसम्पटा मसोई, यूएन महासचिव के साथ विशेष बातचीत करते हुए (सितम्बर 2021)
UN News/Leah Mushi

इण्टरव्यू: यूएन महासभा के 76वें सत्र के मौक़े पर, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन न्यूज़ को दिये एक विस्तृत इण्टरव्यू में अनेक मुद्दों पर बातचीत की है और विश्व नेताओं से, "बेख़याली से जागने, अपने देशों के भीतर और विदेश में अपनी राह तुरन्त बदलने, और एकजुट होने" की पुकार लगाई है. यूएन प्रमुख ने कहा है, “हमारे पास जो संस्थान हैं, उनके पास कोई शक्तियाँ नहीं हैं. और कभी-कभी जब उनके पास शक्तियाँ होती भी हैं, जैसाकि सुरक्षा परिषद के मामले में है, तो उनमें उन शक्तियों का इस्तेमाल करने की कोई ख़ास इच्छा नहीं होती है.”

इण्टरव्यू वीडियो ...

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Cia Pak

76वाँ सत्र: भरोसे की पुनर्बहाली और आशा का संचार, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि मानवता, ग़लत दिशा में आगे बढ़ते हुए रसातल के मुहाने पर पहुँच चुकी है. उन्होंने मंगलवार को यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए दुनिया को नीन्द से जागना होगा. 

यूएन महासभा का 76वाँ सत्र.
UN Photo/JC McIlwaine

76वीं यूएन महासभा की 'जनरल डिबेट', 21 सितम्बर 2021

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें वार्षिक सत्र के दौरान आम चर्चा (जनरल डिबेट) 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चली. वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनज़र, यूएन महासभा में इस वर्ष की जनरल डिबेट, मिले-जुले रूप (हाइब्रिड) में आयोजित हुई. कुछ देशों के नेताओं ने जनरल डिबेट में, वर्चुअल शिरकत की, जबकि अन्य नेतागण ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, यूएन महासभागार से विश्व समुदाय को सम्बोधित किया. 

जनरल डिबेट की, 21 सितम्बर की रिकॉर्डिंग यहाँ उपलब्ध है...

UN News/Leah Mushi

यूएन प्रमुख का विश्व नेताओं को सन्देश: 'बेख़याली से जागें, राह बदलें और एकजुट हों'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन न्यूज़ को दिये एक विस्तृत इण्टरव्यू में अनेक मुद्दों पर बातचीत की है और विश्व नेताओं से, "बेख़याली से जागने, अपने देशों के भीतर और विदेश में अपनी राह तुरन्त बदलने, और एकजुट होने" की पुकार लगाई है. यूएन प्रमुख ने कहा है, “हमारे पास जो संस्थान हैं, उनके पास कोई शक्तियाँ नहीं हैं. और कभी-कभी जब उनके पास शक्तियाँ होती भी हैं, जैसाकि सुरक्षा परिषद के मामले में है, तो उनमें उन शक्तियों का इस्तेमाल करने की कोई ख़ास इच्छा नहीं होती है.”

केनया में, टिड्डियों के एक दल का दृश्य. इन कीटों में फ़सलें तबाह करने की क्षमता मौजूद है जिनसे कृषि पर निर्भर परिवारों की आजीविकाएँ भी तबाह हो जाती हैं.
FAO/Sven Torfinn

टिड्डियों से लेकर चक्रवातों तक: आपस में जुड़ी आपदाओं की मानवीय क़ीमत

चरम पर्यावरणीय घटनाओं का लोगों के जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है, और संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ है कि उनमें से अनेक घटनाओं के अन्तर्निहित कारण समान और आपस में जुड़े हुए हैं.  इस रिपोर्ट के परिपेक्ष्य में, एक केनयाई किसान पर टिड्डियों के झुण्ड के प्रभाव का अवलोकन किया गया, और एक भारतीय कामगार पर चक्रवात अम्फ़ान का जायज़ा लिया.