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76वाँ सत्र: पर्यावरण व जलवायु मुद्दे पर ‘ब्राज़ील ने पेश किया उदाहरण’ 

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो, यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.
UN Photo/Cia Pak
ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो, यूएन महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए.

76वाँ सत्र: पर्यावरण व जलवायु मुद्दे पर ‘ब्राज़ील ने पेश किया उदाहरण’ 

यूएन मामले

ब्राज़ील के राष्ट्रपति जयअ बॉलसेनारो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को सम्बोधित करते हुए, पर्यावरणीय संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई में अपने देश के प्रयासों को रेखांकित किया है. 

ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में महासभा सभागार में उच्चस्तरीय सप्ताह की शुरुआत के अवसर पर अपनी बात रखी. 

पिछले वर्ष कोरोनावायरस संकट के कारण, यूएन महासभा में उच्चस्तरीय सत्र का आयोजन वर्चुअल रूप से आयोजित किया गया था.

मगर, इस वर्ष यह मिलेजुले स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है – कुछ विश्व नेता, महासभा सत्र में शिरकत के लिये न्यूयॉर्क पहुँच रहे हैं, जबकि अन्य नेतागण वर्चुअल माध्यम से अपनी बात रखेंगे.

ब्राज़ील वर्ष 1955 से चर्चा की शुरुआत करता आया है.

ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में वर्ष 2060 से 2050 तक कार्बन तटस्थता के लक्ष्य को हासिल करने की आशा जताई है. 

उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय एजेंसियों को मज़बूती प्रदान करने के लिये मानवीय व वित्तीय संसाधनों को दोगुना किया गया है ताकि ग़ैरक़ानूनी ढँग से वनों की कटाई पर क़ाबू पाया जा सके.

पर्यावरण व जलवायु कार्रवाई 

राष्ट्रपति बॉलसेनारो ने बताया कि जलवायु मुद्दे पर ब्राज़ील की कार्रवाई के परिणाम दिखाई देने लगे हैं. ऐमेज़ोन जंगलों में अगस्त महीने में, पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में, वनों की कटाई में 32 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.

उन्होंने कहा कि ऊर्जा उत्पादन में भी उनका देश एक उदाहरण पेश कर रहा है, और 83 फ़ीसदी ऊर्जा, नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त हो रही है. 

स्कॉटलैण्ड के ग्लासगो शहर में इस वर्ष यूएन के वार्षिक जलवायु सम्मेलन से पहले, उन्होंने औद्योगिक देशों से जलवायु वित्तीय संकल्पों को कारगर ढँग से पूरा किये जाने की आशा जताई है.

ब्राज़ील के राष्ट्रपति के मुताबिक़ उनके देश में कृषि सैक्टर, दुनिया भर में एक अरब लोगों को भोजन प्रदान करता है, जबकि इसके लिये महज़ आठ फ़ीसदी प्राकृतिक क्षेत्र का ही इस्तेमाल किया जाता है.

उन्होंने भरोसा दिलाया कि विश्व में किसी अन्य देश के पास इस तरह से पूर्ण पर्यावरणीय क़ानून मौजूद नहीं हैं और कहा कि ब्राज़ील का 'वन कोड' अन्य देशों के लिये एक उदाहरण प्रस्तुत करता है.  

हालांकि, राष्ट्रपति बॉलसेनारो ने माना कि ब्राज़ील को बड़ी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिये भी चूँकि यह एक बेहद विशाल देश है. 

ऐमेज़ोन इलाक़े का क्षेत्रफल ही, पूरे पश्चिमी योरोप के क्षेत्रफल के बराबर है. 

उन्होंने कहा कि हरित रोज़गारों का भविष्य ब्राज़ील में है: नवीकरणीय ऊर्जा, टिकाऊ कृषि, निम्न-उत्सर्जन उद्योग, बुनियादी साफ़-सफ़ाई, जल शोधन एवँ पर्यटन.

वैश्विक महामारी और रोज़गार

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार, 20 सितम्बर तक, ब्राज़ील में कोविड-19 संक्रमण के दो करोड़ 10 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है और पाँच लाख 90 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई है.

इससे ज़्यादा संख्या में मौतें केवल अमेरिका में ही हुई हैं.  

राष्ट्रपति बॉलसेनारो ने कहा कि वर्ष 2020 में महामारी ने हर किसी को हैरत में डाल दिया और ब्राज़ील व शेष दुनिया में हुई सभी मौतों पर उनके प्रशासन को खेद है.

उन्होंने स्पष्ट किया कि वह हमेशा वायरस और बेरोज़गारी से एक साथ मिलकर, बराबर ज़िम्मेदारी के साथ लडने के फ़ैसले का बचाव करते आए हैं. 

उनके मुताबिक सामाजिक एकाकीपन और तालाबन्दी उपायों से मुद्रास्फीति, विरासत में मिली है, विशेष रूप से खाद्य वस्तुओं की क़ीमतों में. 

17 सितम्बर तक ब्राज़ाली में कोविड-19 वैक्सीन की 20 करोड़ से अधिक ख़ुराकों को दिया जा चुका है, यानी लगभग 66 फ़ीसदी आबादी को कम से कम एक ख़ुराक मिल चुकी है.

राष्ट्रपति ने कहा कि नवम्बर महीने तक, जो भी व्यक्ति टीकाकरण के लिये इच्छुक है, उसे सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी होगी.

शान्तिरक्षा व शरणार्थी

राष्ट्रपति बॉलसेनारो ने स्वेज़ से लेकर काँगो और हेती व लेबनान में यूएन शान्तिरक्षा अभियानों में ब्राज़ील की भागीदारी का उल्लेख किया.

उन्होंने कहा कि ब्राज़ील ने हमेशा शरणार्थियों का स्वागत किया है और कि पिछले कुछ वर्षों से चार लाख से अधिक वेनेज़्वेला के नागरिक वहाँ रह रहे हैं. 

अफ़ग़ानिस्तान के भविष्य पर गहरी चिन्ता प्रकट करते हुए, उन्होंने भरोसा दिलाया कि अफ़ग़ान ईसाईयों, महिलाओं व बच्चों को उनका देश मानवीय आधार पर वीज़ा मुहैया कराएगा. 

वर्ष 2022 में, ब्राज़ील, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का, दो वर्ष के लिये अस्थाई सदस्य बनने जा रहा है.

इसके बावजूद, राष्ट्रपति बॉलसेनारो ने अपने सम्बोधन के समापन में सुरक्षा परिषद में सुधारों की वकालत की है और स्थाई सदस्यता की माँग की है.