वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान में बहुत से स्कूलों को, लम्बे समय से चले आ रहे संघर्ष का दंश झेलना पड़ा है.
© UNICEF/Marko Kokic

यूएन अफ़ग़ान मिशन (UNAMA) की अवधि, एक वर्ष के लिये बढ़ी

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफ़ग़ानिस्तान में, यूएन विशेष राजनैतिक मिशन की अवधि एक और साल के लिये बढ़ा दी है. ग़ौरतलब है कि अगस्त 2021 में देश की सत्ता पर तालेबान का नियंत्रण होने के सात महीने बाद, सुरक्षा परिषद के इस निर्णय में, अफ़ग़ानिस्तान में राजनैतिक मिशन के लिये अनेक प्राथमिकताएँ निर्धारित की हैं, जिनमें मानवीय सहायता जारी रखने से लेकर, मानवाधिकारों की निगरानी और सम्वाद में मध्यस्थता करना तक शामिल हैं.

अफ़ग़ानिस्तान में, महिलाएँ और उनकी बेटियों को, सर्दी से बचने का सामान वितरित किये जाते हुए. इसमें आटा, चावल, कम्बल, गर्म कपड़े और बाल्टियाँ वग़ैरा शामिल थे.
© UNICEF/Omid Fazel

अफ़ग़ानिस्तान: 'शान्ति प्राप्ति के लिये, महिलाओं को नेतृत्व का मौक़ा ज़रूरी', मिशेल बाशेलेट

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाशेलेट ने ज़ोर देकर कहा कि अफ़ग़ानिस्तान को शान्ति और प्रगति हासिल करनी है तो, अफ़ग़ान महिलाओं को नेतृत्व करने के लिए स्थान दिया जाना होगा जबकि वो चाहे शान्ति निर्माता, मानवतावादी या निर्णायक ताक़तों के रूप में साहसपूर्वक अपने समुदायों को आगे बढ़ा रही हैं.