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अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान को वापिस लौटने वाले लोगों में, बहुत से लोग विकलांग, महिलाएँ, बच्चे और बुज़ुर्ग भी हैं.
Mehrab Afridi

अफ़ग़ानिस्तान लौटने वाली महिलाओं व बच्चों को सीमा पर ही मदद की पुकार

विश्व स्वास्थ्य संगठन – WHO ने ईरान और पाकिस्तान से अफ़ग़ानिस्तान वापिस लौटने वाले लोगों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य ज़रूरतों के बारे में गहरी चिन्ता व्यक्त की है और उन्हें सीमा पर ही मदद मुहैया कराए जाने का आहवान किया है.

ईरान से अफ़ग़ानिस्तान लौट रहे अफ़ग़ान शरणार्थी, इस्लाम क़ला सीमा पर पहुँचे हैं.
© UNHCR/Faramarz Barzin

ईरान से अफ़ग़ानिस्तान के लिए, विशाल निर्वासन से बच्चों पर मुसीबतें

जून 2025 में ईरान से अफ़ग़ानिस्तान लौटने वालों की संख्या में अचानक तेज़ उछाल आया, जहाँ केवल हेरात के पास इस्लाम-क़ला सीमा से ही 2 लाख  56 हज़ार से अधिक अफ़ग़ान नागरिकों की वापसी दर्ज की गई. अभी तक वापिस लौटने वालों में अधिकतर अकेले युवा पुरुष होते थे, मगर अब बड़ी संख्या में परिवार और छोटे बच्चे भी लौट रहे हैं - जो एक चिन्ताजनक रुझान है. (वीडियो)

अफ़ग़ानिस्तान में अब अनियमित और चरम मौसम की घटनाएँ आम होती जा रही हैं.
© UNOCHA/Sayed Habib Bidell

अफ़ग़ानिस्तान में, भीषण सूखे के भय के बीच परिवारों के लिए अन्तरराष्ट्रीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र ने, अफ़ग़ानिस्तान में सूखा पड़ने के बढ़ते भय के बीच, ज़रूरतमन्द समुदायों को राहत पहुँचाने के लिए, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) को 17 लाख डॉलर की वित्तीय सहायता मुहैया कराई है. यह सहायता ऐहतियाती कार्रवाई (early action) के तहत दी गई है ताकि परिवारों को गम्भीर संकट में फँसने से पहले ही मदद पहुँचाई जा सके.

ईरान से अफ़ग़ानिस्तान वापिस पहुँच रहे अफ़ग़ान, इस्लाम क़ला सीमावर्ती इलाक़े में एकत्र हो रहे हैं.
© UNHCR/Faramarz Barzin

इंटरव्यू: त्रासदी से जूझ रहा अफ़ग़ानिस्तान, 'अपने देश लौट रहे लोगों के लिए तैयार नहीं है'

हर दिन, और कभी-कभी हर कुछ एक घंटे बाद, अफ़ग़ानिस्तान-ईरान की सीमा पर पहुँचने वाली बसों से हताश, थके हुए अफ़ग़ान परिवार अपने सामान के साथ उतरते हैं. इनमें से बहुत से लोग जिस देश में वापिस लौट रहे हैं, वे उसके बारे में बहुत कम जानते हैं. उन्हें, लम्बा समय ईरान में बिताने के बाद,  जबरन देश से बाहर कर दिया गया है. ईरान और इसराइल के बीच हाल के दिनों में युद्ध के हालात से वापिस लौटने वाले अफ़ग़ान शरणार्थियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है, जबकि धन कटौती के कारण मानवीय सहायता प्रयास चुनौतीपूर्ण हो गए हैं.

वर्ष 2025 के दौरान, पाकिस्तान और ईरान से लाखों अफ़ग़ान शरणार्थी स्वदेश वापिस लौटने को मजबूर हुए हैं.
© IOM

ईरान में कठिन हालात के बीच, अफ़ग़ान शरणार्थियों की स्वदेश वापसी में तेज़ी

मध्य पूर्व में इसराइल और ईरान के दरम्यान हाल ही में युद्धक हालात बनने के बाद, वहाँ पहले से रह रहे लाखों अफ़ग़ान शरणार्थियों की स्वदेश वापसी में तेज़ बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने शनिवार को आगाह किया है कि शरणार्थियों की इस वापसी से, अफ़ग़ानिस्तान में पहले से ही जारी नाज़ुक स्थिति और भी अस्थिर हो सकती है.

अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं व लड़कियों पर अनेक तरह के प्रतिबन्धों पर, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय चिन्ता व्यक्त करता रहा है.
UNDP Afghanistan/Elise Blanchard

इसराइल-ईरान टकराव से, अफ़गानिस्तान में संकट गहराया

अफ़ग़ानिस्तान पहले से ही भारी मानवीय और आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है, जबकि ईरान पर इसराइल और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद बढ़ती अस्थिरता, अफ़ग़ान संकट को और अधिक जटिल बना रही है.

UNFPA के लिए धन कटौती से, अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं व लड़कियों के स्वास्थ्य के लिए गम्भीर जोखिम उत्पन्न होंगे.
© IOM/Léo Torréton

अफ़ग़ानिस्तान में धन कटौती का मतलब है ‘ज़िन्दगियों का नुक़सान और छोटी जिन्दगियाँ’

अफ़ग़ानिस्तान के बामियान प्रान्त के एक दूरदराज़ गाँव के क्लीनिक में, कुछ किशोर लड़कियों को प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अहम जीवनरक्षक सलाह दी गई. ये लड़कियाँ, माहवारी सम्बन्धी सामान की छोटी किट देखकर भी उत्साहित महसूस कर रही थीं...

टॉम फ़्लैचर, जो संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों और आपातकालीन राहत समन्वयक हैं, अफ़ग़ानिस्तान के कुंदुज़ में लोगों से मिलते हुए.
UNOCHA

घटती अन्तरराष्ट्रीय मदद से बिगड़ सकता है मानवीय संकट, टॉम फ़्लैचर की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र के आपात सहायता समन्वयक टॉम फ़्लैचर ने, वैश्विक सहायता प्रणाली में बड़े बदलाव की माँग की है. उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान की लगभग तीन सप्ताह की यात्रा के दौरान कहा कि अब 'मानवीय पुनर्गठन' की ज़रूरत है ताकि सहायता ज़्यादा असरदार बन सके. अमेरिका जैसी बड़ी शक्तियों द्वारा धन-कटौती का सीधा असर ज़रूरतमंदों पर पड़ रहा है. (वीडियो)

पाकिस्तान से ट्रकों में सामान लाद कर, अफ़ग़ान नागरिक अपने देश वापसी कर रहे हैं.
© IOM

एक महीने में, पाकिस्तान से, एक लाख से अधिक अफ़ग़ान नागरिकों की वापसी

पाकिस्तान से स्वदेश वापसी कर रहे अफ़ग़ान नागरिकों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है, जिसके मद्देनज़र, अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने सीमावर्ती व उसके पास स्थित इलाक़ों में समर्थन व सेवाओं को मज़बूत किए जाने की अपील की है.

टॉम फ़्लैचर, जो संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों और आपातकालीन राहत समन्वयक हैं, अफ़ग़ानिस्तान के कुंदुज़ में लोगों से मिलते हुए.
UNOCHA

अन्तरराष्ट्रीय सहायता धनराशि जल्द मिलने के बहुत कम आसार, टॉम फ़्लैचर

संयुक्त राष्ट्र के आपात सहायता समन्वयक टॉम फ़्लैचर ने आगाह करते हुए कहा है कि वैश्विक सहायता व्यवस्था का अब एक "मानवीय पुनर्गठन" किए जाने की ज़रूरत है, जिसके तहत, इसे कहीं अधिक प्रभावी बनाना होगा. और साथ ही, धन जुटाने के नए स्रोत तलाश करने होंगे, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई बड़े दाता देश, आर्थिक सहायता राशि में भारी कटौती कर रहे हैं.