Skip to main content

UN News

दक्षिण सूडान में यूएन मिशन में सेवारत, मेजर रितु मलिक.

शान्ति स्थापना के मार्ग पर आगे बढ़ने में, हर एक शान्तिरक्षक की अहम भूमिका

दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNMISS) के तहत, मालाकल में तैनात भारतीय शान्तिरक्षक मेजर रितु मलिक का कहना है कि हिंसक टकराव और असुरक्षा से जूझ रहे देशों में, यूएन शान्तिरक्षक, शान्ति स्थापना के विशाल लक्ष्य को पाने में बूंद-बूंद, अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. उन्होंने बताया कि एक शान्तिरक्षक के रूप में तैनाती के दौरान उन्होंने थोड़े ही समय में बहुत कुछ सीखा है, और चुनौतियों के बावजूद, विविध पृष्ठभूमियों व देशों से आए शान्तिरक्षकों के साथ, यूएन के झंडे तले सेवाएँ प्रदान करना एक शानदार अनुभव है. 29 मई को 'अन्तरराष्ट्रीय यूएन शान्तिरक्षक दिवस' के अवसर पर, मेजर रितु मलिक के साथ यूएन न्यूज़ की एक ख़ास बातचीत...

विशेष

एसडीजी अफ़्रीकी महाद्वीप पर यातायात दुर्घटनाएँ, युवाओं की मौत होने का एक प्रमुख कारण है. इसके मद्देनज़र, अफ़्रीकी देशों की सरकारों ने 15 से 21 मई तक मनाए जाने वाले ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’ के अवसर पर, सुरक्षा उपायों के लिए समन्वित रूप से आगे बढ़ने का संकल्प लिया है.

ये भी ख़बरों में

संस्कृति और शिक्षा संयुक्त राष्ट्र बाल कोष - UNICEF, श्रीलंका में व्याप्त आर्थिक संकट के बीच, देश की सरकार के साथ मिलकर, प्री-स्कूल भोजन कार्यक्रम के ज़रिए छोटे बच्चों की शिक्षा और पोषण तक निरन्तर पहुँच सुनिश्चित कर रहा है.
शान्ति और सुरक्षा ऐबयेई में संयुक्त राष्ट्र के अन्तरिम सुरक्षा बल (UNISFA) में तैनात, घाना की एक यूएन शान्तिरक्षक कैप्टेन सिसिलिया ऐरज़ुआह को,  वर्ष 2022 के, यूएन सैन्य लैंगिक पैरोकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार महिलाओं, शान्ति और सुरक्षा पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 1325 के सिद्धान्तों को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है. सम्पर्क प्लाटून कमांडर, कैप्टन सिसीलिया ऐरज़ुआह ने ऐबयेई में यूएन अन्तरिम सुरक्षा बल (UNISFA) में अपनी तैनाती के दौरान, लैंगिक समानता की ज़ोरदार पैरोकारी की है और समुदायों को पूरी तरह से साथ लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. (वीडियो)