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अफ़ग़ानिस्तान: काबुल के एक स्कूल के नज़दीक बम हमले की कठोर निन्दा

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में पुल-ए-ख़ेश्ती मस्जिद.
UNAMA/Freshta Dunia
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में पुल-ए-ख़ेश्ती मस्जिद.

अफ़ग़ानिस्तान: काबुल के एक स्कूल के नज़दीक बम हमले की कठोर निन्दा

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के एक हाई स्कूल के बाहर हुए घातक बम हमले की निन्दा की है. इस हमले में कम से कम 30 लोगों के मारे जाने की ख़बर है, जिनमें अनेक स्कूली बच्चे भी हैं.  संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की प्रमुख हेनरीएटा फ़ोर ने कड़े शब्दों में कहा है कि स्कूलों में या उसके आस-पास हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता.

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बताया गया है कि हताहतों में अधिकाँश लड़कियाँ हैं, जोकि स्कूल की छुट्टी होने पर इमारत से बाहर आ रही थीं.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फ़ोर ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर इस हमले की कड़े शब्दों में निन्दा की है.

“यूनीसेफ़, आज अफ़ग़ानिस्तान के काबुल में सैयद उल-शुहदा हाई स्कूल के पास हुए इस भयावह हमले की कठोर शब्दों में निन्दा करता है.”

“इस हमले में अनेक स्कूली बच्चों की जानें गई हैं, जिनमें अधिकाँश लड़किया हैं और अनेक अन्य गम्भीर रूप से घायल हुए हैं.”

यूनीसेफ़ प्रमुख ने कहा कि स्कूलों में या उसके आस-पास हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

“स्कूल, शान्ति की शरणगाह होने चाहिएं जहाँ बच्चे खेल, पढ़ और सुरक्षित ढँग से घुल-मिल सकें.”

यूनीसेफ़ प्रमुख ने दोहराया कि बच्चों को कभी भी हिंसा में निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.

उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान में युद्धरत पक्षों के नाम अपील जारी करते हुए आगाह किया है कि अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय क़ानूनों का पालन किया जाना होगा, और सभी बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण को सुनिश्चित करना होगा.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर ने अपने एक ट्वीट सन्देश में, इस हमले को घृणास्पद और कायरतापूर्ण हमला क़रार दिया है.

यूएन महासभा प्रमुख ने इस हमलें में मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति गहरा दुख जताया है, विशेष रूप से युवा छात्रों के प्रति. साथ ही उन्होंने मासूम, आम नागरिकों को निशाना बनाये जाने की निन्दा की है.

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA) ने बम हमले को क्रूरतापूर्ण बताया है.

यूएन मिशन ने अपने ट्वीट सन्देश में गहरा क्षोभ ज़ाहिर करते हुए इस हमले के पीड़ितों के प्रति सम्वेदनाएँ व्यक्त की हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.

सैयद उल-शुहदा हाई स्कूल, पश्चिम काबुल में दश्त-ए-बर्ची इलाक़े में स्थित है, जहाँ हज़ारी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं, जो मुख्यत: शिया मुस्लिम हैं.

अभी तक किसी गुट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी लेने का दावा नहीं किया है.