वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

यूनीसेफ़

विश्व के कुछ धनी देशों में, बाल निर्धनता में ख़ासी वृद्धि हुई है.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

UNICEF: 40 सर्वाधिक धनी देशों में, 20% बच्चे जी रहे हैं निर्धनता में

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के वैश्विक अनुसन्धान केन्द्र, इनोसेंटी (Innocenti) ने बुधवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसके अनुसार, दुनिया के 40 सबसे धनी देशों में, 2014 और 2021 के बीच, बाल निर्धनता में तेज़ वृद्धि दर्ज की गई थी और 20 प्रतिशत बच्चे निर्धनता में जीवन जी रहे हैं. यानि पाँच में से एक बच्चा, निर्धनता की चपेट में है.

ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़े में स्थित अल-शिफ़ा अस्पताल में बच्चों का उपचार.
© UNICEF/Eyad El Baba

ग़ाज़ा में बच्चों की स्थिति भयावह - यूनीसेफ़

यूएन बाल कोष - यूनीसेफ़ ने कहा है कि फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, 24 नवम्बर को शुरू हुए मानवीय युद्ध-ठहराव के बीच, वहाँ युद्ध में घायल बच्चों की पीड़ा सामने आ रही है, जो अपनी ज़िन्दगियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. (वीडियो)

यूनीसेफ़ के सदभावना दूत, डेविड बेकहम ने अपनी भारत यात्रा के दौरान उन किशोरियों से भेंट की, जिन्होंने रूढ़िवादिता की बेड़िया तोड़कर समाज में लैंगिक समानता की दिशा में क़दम आगे बढ़ाए हैं.
© UNICEF/Anindita Mukherjee

डेविड बेकहम की भारत यात्रा, लड़कियों के लिए समानता व सशक्तिकरण का पैग़ाम

यूनीसेफ़ के सदभावना दूत और इंगलैंड के पूर्व फ़ुटबॉल सितारे डेविड बेकहम ने, इस सप्ताह भारत की यात्रा की है, जिसमें उन्होंने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप सेमीफ़ाइनल में यूनीसेफ़ के क्षेत्रीय सदभावना दूत, सचिन तेन्दुलकर के साथ मिलकर, लड़कियों के लिए #BeAChampion अभियान में हिस्सा लिया. भारत में उन्होंने उन लड़कियों व युवा महिलाओं से भी भेंट की, जो विशाल बाधाओं का सामना करते हुए, अपने समुदायों में बदलाव लाने के प्रयास कर रही हैं.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक, कैथरीन रसैल ने ख़ान यूनिस के अल नासेर अस्पताल में शरण लेने वाले लोगों से मुलाक़ात की.
© UNICEF/UNI470988/

Gaza: 'अस्पताल युद्धस्थल नहीं हैं', मानवीय सहायता कर्मियों की पुकार - बच्चों का उत्पीड़न रोका जाना होगा,

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने, बुधवार को ग़ाज़ा पट्टी की यात्रा के बाद कहा कि वहाँ मौजूद दस लाख बच्चों के लिए, ग़ाज़ा में कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है. उन्होंने बताया कि उन्होंने वहाँ जो कुछ भी देखा व सुना, वह अत्यन्त ‘भयावह’ था. इस बीच ग़ाज़ा में ईंधन की भीषण क़िल्लत के बीच, बुधवार को मानवीय सहायता अभियान पूरी तरह थम गए हैं.

यूनीसेफ़ के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सदभावना दूत, सचिन तेंदुलकर ने विश्व कप क्रिकेट मैच के दौरान लड़कियों के अधिकारों के लिए 'वन डे फॉर चिल्ड्रन' अभियान का नेतृत्व किया.
ICC via Getty Images

भारत: विश्व कप क्रिकेट मैच के दौरान, बाल अधिकारों की गूंज

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ़) और अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की एक साझेदारी के तहत, गुरूवार, 2 नवम्बर, को 2023 विश्व कप में भारत-श्रीलंका क्रिकेट मैच के दौरान, बाल अधिकारों और लैंगिक समानता के समर्थन में मुम्बई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम को नीले रंग से रौशन किया गया. इस अवसर पर, दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सदभावना दूत और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लड़कियों के अधिकारों के पक्ष में आवाज़ बुलन्द करने के लिए 'वन डे फ़ॉर चिल्ड्रन' नामक मुहिम का नेतृत्व किया.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशिक, कैथरीन रसैल.
UN Photo/Eskinder Debebe

यूनीसेफ़ - कैथरीन रसैल की भारत यात्रा

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक, कैथरीन रसैल, भारत की चार दिवसीय यात्रा पर भारत पहुँचीं. भारत में उन्होंने, कमज़ोर बच्चों के स्वास्थ्य सम्बन्धी जीवन रक्षक प्रगति का जायज़ा लिया. साथ ही उन्होंने वैश्विक नेताओं से, बच्चों में निवेश को प्राथमिकता देते हुए, सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने का आहवान किया. एक वीडियो रिपोर्ट. 

यूथहब ऐप लॉन्च कार्यक्रम में, यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक, कैथरीन रसैल, अभिनेता व यूनीसेफ़ सदभावना दूत, आयुष्मान खुराना व अन्य भागीदार.
UNICEF India/Priyanka Parashar

भारत: 'यूथहब' से, रोज़गार अवसरों तक पहुँच आसान करने के प्रयास, यूनीसेफ़

भारत में यूनीसेफ़ ने भागीदारों के साथ मिलकर, यूथहब नामक एक नया ऐप जारी किया है, जिसका मक़सद कमज़ोर वर्ग के युवाओं को रोज़गार व कौशल के अवसरों तक पहुँच हासिल करवाना है. यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल ने, अपनी हाल ही की भारत यात्रा के दौरान, इस डिजिटल मंच का उदघाटन किया. 

गुआटेमाला ऐसे देशों में है जहाँ, कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या, दुनिया भर में सर्वाधिक है.
© UNICEF/Daniele Volpe

दुनिया भर में, 33.3 करोड़ बच्चे, चरम निर्धनता में

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ और विश्व बैंक की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में लगभग 33 करोड़ 30 लाख बच्चे, चरम निर्धनता में जीवन जी रहे हैं, और हर छह में से औसतन एक बच्चे को, प्रतिदिन $2.15 से भी कम रक़म पर गुज़र-बसर करनी पड़ती है.

तेज़ हवाओं और ऊँचे तापमान के कारण जंगलों में लगी आग ने, ग्रीस की राजधानी एथेंस के कुछ इलाक़ों को अपनी चपेट में लिया. (फ़ाइल)
© Unsplash/Anasmeister

ग्रीस के जंगलों में भीषण आग, बच्चों की सहायता सुनिश्चित करने का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने ग्रीस के जंगलों में धधक रही आग की चपेट में आए बच्चों के लिए तत्काल सहायता सुनिश्चित किए जाने की पुकार लगाई है. वर्ष 2000 के बाद पहली बार योरोप में इतने बड़े पैमाने पर ऐसी आपदा का सामना करन पड़ा है.

युद्ध, यूक्रेन के बच्चों और उनके परिवारों के लिए विनाशकारी साबित हुआ है.
© UNICEF

यूक्रेन: युद्ध और कोविड-19 के कारण बड़े पैमाने पर शिक्षा हानि

संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी की एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यूक्रेन के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई को व्यापक स्तर पर नुक़सान के संकेत दिखाई दे रहे हैं. पहले कोविड​​​​-19 महामारी और फिर रूसी आक्रमण के कारण उन्हें लगातार चौथे वर्ष, शिक्षा में बाधा का सामना करना पड़ रहा है.