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संयुक्त राष्ट्र महासभा

संयुक्त राष्ट्र महिला संस्था (UNWOMEN) की कार्यकारी निदेश व संयुक्त राष्ट्र की सहायक महासचिव, अनिता भाटिया ने 'महिला, तकनीक और एसडीजी: परिवर्तन के रास्ते को दोबारा आकार देना' शीर्षक पर आयोजित एक चर्चा में हिस्सा लिया.
UN News

एसडीजी पर चर्चा: महिलाओं, डिजिटल कौशल और समावेशी, हरित विकास को गति

भारत में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, रिलायंस फाउण्डेशन व ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउण्डेशन ने, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में, महासभा की उच्चस्तरीय जनरल डिबेट सप्ताह के दौरान शुक्रवार को, मिलकर दो कार्यक्रम आयोजित किये, जिसमें एसडीजी प्राव्ति में भारत के अनुभवों पर विस्तार से चर्चा हुई और हरित विकास के लिये बेहतर वित्तपोषण का आहवान किया गया.

UN News

महिलाएँ, टैक्नॉलॉजी और टिकाऊ विकास लक्ष्य

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें वार्षिक सत्र के अवसर पर दुनिया भर से सभी क्षेत्रों की अग्रणी हस्तियाँ न्यूयॉर्क में एकत्र हुईं. इस दौरान, भारत में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने रिलायंस फ़ाउण्डेशन व ऑब्ज़र्वर रिसर्च फ़ाउण्डेशन के साथ मिलकर, 23 सितम्बर को, 'महिला, प्रौद्योगिकी और एसडीजी: परिवर्तन के रास्ते को फिर से आकार देना' विषय पर, न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम आयोजित किया.

इस चर्चा में महिलाओं की प्रगति के लिये, टैक्नोलॉजी की महत्ता पर ज़ोर देते हुए, ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं की प्रौद्योगिकी तक पहुँच हासिल करने के उपायों के बारे पर विस्तार से चर्चा हुई.

ऑडियो
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संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल (फाइल)
UN Photo/Manuel Elias

UNGA77: महासभा के 77वें सत्र के बारे में 5 अहम तथ्य

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के उद्घाटन में कुछ ही सप्ताह शेष हैं, कोविड-19 के कारण दो साल के व्यवधान के बाद, संयुक्त राष्ट्र राजनयिक समुदाय और न्यूयॉर्क शहर के निवासी, दुनिया भर से राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के वार्षिक आगमन के लिये तैयार हैं. अभी बहुत से विवरणों की पुष्टि किया जाना बाक़ी है, लेकिन 13 से 26 सितम्बर के बीच होने वाले इस उच्च स्तरीय सत्र के बारे में जानने योग्य पाँच प्रमुख तथ्य इस प्रकार हैं.

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में पुल-ए-ख़ेश्ती मस्जिद.
UNAMA/Freshta Dunia

अफ़ग़ानिस्तान: काबुल के एक स्कूल के नज़दीक बम हमले की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल के एक हाई स्कूल के बाहर हुए घातक बम हमले की निन्दा की है. इस हमले में कम से कम 30 लोगों के मारे जाने की ख़बर है, जिनमें अनेक स्कूली बच्चे भी हैं.  संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की प्रमुख हेनरीएटा फ़ोर ने कड़े शब्दों में कहा है कि स्कूलों में या उसके आस-पास हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता.

यूएन महासभा हॉल का एक विहंगम दृश्य. वर्ष 2020-2021 के लिये महासभा अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर ने 75वें सत्र की पहली बैठक की अध्यक्षता की.
UN Photo/Evan Schneider

यूएन महासभा: 75वें सत्र में उच्चस्तरीय कार्यक्रमों का झरोखा

संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ पर विश्व नेता वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण वर्चुअल माध्यम से विश्व मंच पर मौजूदा चुनौतियों और समाधानों पर अपनी बात रखेंगे, और ऐसा इतिहास में पहली बार होगा. इस दौरान जनरल डिबेट यानि आम चर्चा के साथ-साथ अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किये जाएँगे जिनका उद्देश्य दुनिया को एक ज़्यादा सुरक्षित, स्वस्थ्य शान्तिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में अग्रसर करना है. एक नज़र अहम कार्यक्रमों पर...

यूएन महासभा के 74वें सत्र में उच्चस्तरीय खंड की शुरुआत.
UN Photo/Cia Pak

74वीं 'जनरल डिबेट' की विशेष कवरेज

विश्व भर से नेता एक बार फिर यूएन महासभा के 74वें वार्षिक सत्र के लिए न्यूयॉर्क में एकत्र हुए (24 सितंबर – 30 सितंबर 2019) जहां वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों पर दुनिया भर की नज़रें लगी रहीं. 

संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल का एक विहंगम दृश्य (यूएन फ़ोटो)
UN Photo/Amanda Voisard

महासभा का 74वां सत्र

संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल वार्षिक सत्र के लिए एकत्र होती है जिसमें देशों के प्रतिनिधि अपनी-अपनी बात बाक़ी प्रतिनिधियों के सामने रखते हैं. हर देश के प्रतिनिधि को बिना किसी बाधा के अपनी बात रखने का मौक़ा मिलता है. यही वो जगह है जहाँ इतिहास बनता है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र की अध्यक्षता संभालेंगे तिजानी मोहम्मद-बांडे.
UN Photo/Evan Schneider

संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष चुने गए तिजानी मोहम्मद-बांडे

संयुक्त राष्ट्र में नाइजीरिया के स्थाई प्रतिनिधि तिजानी मोहम्मद-बांडे को यूएन महासभा के 74वें सत्र के लिए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है. यूएन महासभा के अगले सत्र में वह वर्तमान अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डा एस्पिनोसा का स्थान लेंगे. नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों को अपनी प्राथमिकताओं में गिनाया है और कहा है कि विश्व में शांति और सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र आशा का स्रोत है.

2019 के लिए अपनी योजना को साझा करते महासचिव गुटेरेश.
UN Photo/Eskinder Debebe

'वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए तेज़ गति से प्रयास करने होंगे'

संयुक्त राष्ट्र महासभा में सदस्य देशों को अपने संबोधन में महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने  21वीं शताब्दी की तीन मुख्य चुनौतियों - जलवायु परिवर्तन, टिकाऊ विकास, और नई तकनीक का प्रसार - से निपटने के लिए नई ऊर्जा के साथ प्रयास करने पर बल देते हुए कहा कि यूएन बेहतर तरीक़ों से लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डो एस्पिनोसा.
UN Photo/Mark Garten

बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने पर ही आधारित है यूएन का काम

संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष मारिया फ़र्नान्डो एस्पिनोसा ने कहा है कि दुनिया में बहुपक्षीय और क़ानून आधारित व्यवस्था तभी मज़बूत बन सकती है जब यूएन में नई ऊर्जा का संचार किया जाए. सदस्य देशों को अपनी प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कि यही उनकी पहली प्राथमिकता है.