वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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मध्य पूर्व

दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ाह में एक अस्थाई शिविर में कुछ बच्चे.
© WHO

रफ़ाह में इसराइली हमले से क़त्लेआम की आशंका, यूएन सहायता एजेंसी की चेतावनी

मानवीय सहायता मामलों के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) ने आगाह किया है कि दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ाह शहर में, इसराइली हमले से क़त्लेआम होने और पूरे ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय राहत प्रयासों को गहरी चोट पहुँचने की आशंका है.

ग़ाज़ा के फ़लस्तीनी टीवी पत्रकार मुस्तफ़ाह अल बायेद को, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार (2024) से सम्मानित किया गया है.
© UNDP PAPP/Abed Zagout

फ़लस्तीनी पत्रकार, यूनेस्को प्रैस स्वतंत्रता सम्मान के विजेताओं में शामिल

ग़ाज़ा में विनाशकारी युद्ध की कवरेज करने वाले फ़लस्तीनी पत्रकारों को, यूनेस्को/गुइलरमो कैनो विश्व प्रैस स्वतंत्रता पुरस्कार के विजेताओं में चुना गया है.

ग़ाज़ा में विकट हालात के बीच लाखों विस्थापित गंदगीपूर्ण माहौल में शरण लेने के लिए मजबूर हैं.
UNICEF and UNDP PAPP/Abed Zagout

ग़ाज़ा: मलबे में 10 हज़ार से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका

मानवीय सहायता मामलों में संयोजन के लिए यूएन कार्यालय (OCHA) का कहना है कि ग़ाज़ा पट्टी में पिछले सात महीनों से जारी युद्ध से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और मलबे के नीचे 10 हज़ार से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है. यूएन एजेंसी ने ग़ाज़ा में स्वास्थ्य प्रशासन से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह बात कही है.

इसराइली सैन्य बलों की वापसी के बाद ख़ान यूनिस शहर, जहाँ लड़ाई में भारी बर्बादी हुई है.
© UNOCHA/Themba Linden

बर्बादी के ढेर पर फ़लस्तीनी अर्थव्यवस्था, ग़ाज़ा युद्ध ने विकास को दो दशक पीछे धकेला

ग़ाज़ा पट्टी में युद्ध और अनवरत इसराइली बमबारी ने फ़लस्तीन के सामाजिक-आर्थिक विकास को 20 वर्ष पीछे धकेल दिया है. गुरूवार को प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में संकटग्रस्त ग़ाज़ा में मौजूदा आर्थिक हालात का आकलन किया गया है.

यूएन महासभा हॉल का विहंगम दृश्य.
UN Photo/Manuel Elias

फ़लस्तीन की यूएन सदस्यता के लिए नाकाम हुए प्रयास पर महासभा में चर्चा

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता हासिल करने के लिए, फ़लस्तीन का हाल का प्रयास नाकाम होने के मुद्दे पर, बुधवार को चर्चा की है.

कई महीनों से जारी बमबारी की वजह से उत्तरी ग़ाज़ा में भीषण बर्बादी हुई है.
© WFP/Ali Jadallah

ग़ाज़ा: जोखिमों से घिरे फ़लस्तीनियों को, युद्धविराम का बेसब्री से इन्तज़ार

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने, इसराइल से ग़ाज़ा में अपनी सैन्य कार्रवाई पर संयम बरते जाने की अन्तरराष्ट्रीय पुकार और बुधवार को हुए उसके घातक हमलों के बीच, युद्ध के विनाशकारी असर पर गहरा क्षोभ प्रकट किया है. उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाक़ों में फँसे लोगों तक जल्द से जल्द मानवीय राहत पहुँचाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है.

ग़ाज़ा युद्ध के विरोध में, न्यूयॉर्क के मैनहैटन इलाक़े में स्थित कोलम्बिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन काफ़ी मुखर रहे हैं.
UN Photo/Evan Schneider

अमेरिकी विश्वविद्यालयों में ग़ाज़ा प्रदर्शनों पर अत्यधिक बल प्रयोग पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने, संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ विश्वविद्यालयों में, ग़ाज़ा युद्ध के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों और प्रदर्शनकारियों पर अत्यधिक बल प्रयोग पर चिन्ता व्यक्त की है. ऐसे कुछ मामलों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए अनेक कड़े उपायों का प्रयोग किए जाने की ख़बरें हैं.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश, ग़ाज़ा स्थिति के बारे में, मुख्यालय में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए.(30 अप्रैल 2024)
UN Photo/Eskinder Debebe

इसराइल और हमास से, गुटेरेश की युद्ध ख़त्म करने की अपील

ग़ाज़ा हर दिन हालात बद से बदतर होने के बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, मंगलवार को एक बार फिर इसराइल और हमास से युद्धविराम के लिए सहमति की अपील की है. गुटेरेश की यह अपील ऐसे समय में जारी की गई है जब इसराइल और हमास के दरम्यान इस समय युद्धविराम समझौते के लिए बातचीत चल रही है.

लेबनान में लाखों परिवार अपनी दैनिक ज़रूरतें पूरी करने में अक्षम हैं, जिससे बच्चों पर भी व्यापक भीषण असर पड़ रहा है.
© UNICEF/Fouad Choufany

ग़ाज़ा युद्ध के लेबनान में भी निर्बल जन व बच्चों पर भीषण प्रभाव

संयुक्त राष्ट्र के बाल मामलों पर विशेषज्ञों ने कहा है कि लेबनान में दक्षिणी सीमा पर इसराइल के साथ बढ़ती युद्धक गतिविधियों और मानवीय धन सहायता की भारी कमी के कारण मानवीय, बच्चों के लिए जोखिम वाले हालात उत्पन्न हो गए हैं जिनमें चार साल तक की उम्र के बच्चों को भी आय अर्जित करने के लिए काम करना पड़ रहा है.

ग़ाज़ा युद्ध में भीषण तबाही के बीच, लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और बहुत दयनीय हालात में रहने को विवश हैं.
© UNRWA

ग़ाज़ा: ख़ान यूनिस में अफ़रा-तफ़री के बीच व्यापक पलायन, UNRWA

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA ने कहा है कि ग़ाज़ा के ख़ान यूनिस इलाक़े में इसराइल के सम्भावित हमले की आशंका को देखते हुए, लोग अफ़रा-तफ़री के बीच बड़े पैमाने पर पलायन कर गए हैं.