वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

साक्षात्कार

Raghuveer Sharma

‘प्रार्थना करते हैं कि सूडान में हालात, जल्द ही सामान्य हो जाएँ’

सूडान में शीर्ष सैन्य नेतृत्व के बीच जारी घातक सत्ता संघर्ष से देश में गम्भीर स्थिति बनी हुई है. ऐसे में बहुत से देशों ने सूडान से अपने नागरिकों को बाहर निकालने के अभियान चलाए हैं, जिनमें भारत का 'कावेरी अभियान' भी शामिल है. इस अभियान के तहत साढ़े तीन हज़ार से ज़्यादा भारतीय नागरिकों को सूडान से सुरक्षित बाहर निकालकर, भारत वापिस पहुँचाया गया है. इन्हीं भारतीय नागरिकों में से एक हैं - राजस्थान के रघुवीर शर्मा, जिन्होंने हमारी सहयोगी, अxशु शर्मा के साथ एक बातचीत में, सूडान के भयावह हालात का आँखों देखा हाल सुनाया... (ऑडियो)

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34'2"
UN News

टिकाऊ ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, 'युवाओं का साथ ज़रूरी'

आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) के वार्षिक युवा फ़ोरम में विश्व भर से युवा प्रतिनिधि, एक सतत भविष्य के लिए ऊर्जा स्रोतों में बदलाव की अहमियत पर चर्चा के लिए जुटे हैं. सर्वजन के लिए टिकाऊ, भरोसेमन्द और आधुनिक ऊर्जा को सुनिश्चित किया जाना, मानव विकास और 2030 एजेंडा के सातवें टिकाऊ विकास लक्ष्य के लिए अत्यावश्यक है. इस अवसर पर, युवा प्रतिनिधि आशना अग्रवाल ने कोविड-19 से पुनर्बहाली की गति में तेज़ी लाने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को फिर से पटरी पर लाने के विषय पर केन्द्रित एक सत्र में हिस्सा लिया. यूएन न्यूज़ की शिवानी काला के साथ उनकी एक बातचीत...
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8'46"
UN News

'विश्व आबादी को एक संसाधन, एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए'

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के भारत कार्यालय में आबादी मामलों के विशेषज्ञ डॉक्टर संजय कुमार का कहना है कि क़रीब आठ अरब हो चुकी विश्व जनसंख्या को एक संसाधन, और अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए.

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भांग के ग़ैर-चिकित्सा प्रयोग के गम्भीर स्वास्थ्य परिणाम - इंटरव्यू

अन्तरराष्ट्रीय नारकोटिक्स नियंत्रण बोर्ड (INCB) ने अपनी नई वार्षिक रिपोर्ट में, कुछ देशों की सरकारों द्वारा कैनेबिस (भांग) के ग़ैर-चिकित्सा प्रयोग को क़ानूनी मान्यता दिए जाने पर चिन्ता व्यक्त की है.

इस रिपोर्ट में कैनेबिस के इस्तेमाल से होने वाले जोखिमों को उजागर किया गया है, जिसके अनुसार, इस पौधे पर जाँच अभी जारी है और इस ड्रग का सेवन करने वाल लोगों को गम्भीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.

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14'2"
UN News

विकास की अग्रदूत महिलाएँ – तकनीक व नवाचार के ज़रिए उन्नति के पथ पर अग्रसर

संयुक्त राष्ट्र की महिला संस्था - यूएन वीमैन ने अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में भारत में कोने-कोने से महिला उद्यमियों को आमंत्रित करके, उनकी सफलता का जश्न मनाया है. भारत के चुने हुए आकांक्षी ज़िलों की निवासी इन महिलाओं की कहानियाँ, आकांक्षाओं को केन्द्र में रखते हुए, टिकाऊ विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर साकार करने की दिशा में, भारत सरकार और यूएन वीमैन के दृढ़ प्रयासों के उदाहरण पेश करती हैं. 

इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमारी सहयोगी अंशु शर्मा ने बात की, भारत में UN Women की उप-प्रतिनिधि, कान्ता वर्मा से...

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UN News/Anshu Sharma

भारत: डिजिटल चुनाव अभियान की तैयारी

भारत में ओडिशा राज्य की जेमामणि सोरेन, एक गृहिणी, एक माँ और ठाकुरमुंडा ग्राम पंचायत की पूर्व- मुखिया हैं. उन्होंने अपनी शिक्षा को गुप्त रूप से दोबारा शुरू करके, 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तैयारी की. शिक्षा जारी रखने के लिए उन्होंने सक्रिय रूप से व्हाट्सएप और यूट्यूब मंचों का उपयोग करना सीखा. अपने डिजिटल कौशल के बारे में आश्वस्त जेमामणि सोरेन, अब 2027 के पंचायत चुनावों के लिए डिजिटल तरीक़े से प्रचार करना चाहती हैं.

उनसे एक संक्षिप्त बातचीत, हमारी सहयोगी अंशु शर्मा के साथ...

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UN News/Anshu Sharma

डिजिटल माध्यम से जागरूकता का प्रसार

इस बार अन्तरारष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है – ‘DigitALL: Innovation and technology for gender equality’ यानि सभी के लिए डिजिटल, नवाचार व तकनीक के ज़रिए लैंगिक समानता की प्राप्ति.’ इसी कड़ी में भारत में यूएन वीमैन ने कुछ महिला उद्यमियों को उनकी उपलब्धियों का जश्न मानने के लिए आमंत्रित किया, जिन्होंने नवाचार व डिजिटल के माध्यम से अपने काम को व अपने अभियान को आगे बढ़ाया है. इनमें से एक हैं, दिल्ली की वन्दना.

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UN News/Anshu Sharma

भारत: सामुदायिक पत्रकारिता प्रशिक्षण के ज़रिए जागरूकता का प्रसार

इस बार अन्तरारष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है – ‘DigitALL: Innovation and technology for gender equality’ यानि सभी के लिए डिजिटल, नवाचार व तकनीक के ज़रिए लैंगिक समानता की प्राप्ति.’ इसी कड़ी में भारत में यूएन वीमैन ने कुछ महिला उद्यमियों को उनकी उपलब्धियों का जश्न मानने के लिए आमंत्रित किया, जिन्होंने नवाचार व डिजिटल के माध्यम से अपने काम को व अपने अभियान को आगे बढ़ाया है. इन्ही में से एक हैं, वाराणसी की स्वाति सिंह.

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36'15"
© UNEP/Diego Rotmistrovksy

डॉक्टर पूर्णिमा बर्मन: पर्यावरणीय समझ और उद्यमी दूरदृष्टि

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के 2022 के ‘चैम्पियन्स ऑफ़ द अर्थ’ पुरस्कारों की घोषणा हाल ही में की गई, जिनमें ‘व्यवसायिक दूरदृष्टि’ श्रेणी में भारत की डॉक्टर पूर्णिमा देवी बर्मन को भी सम्मानित किया गया है. डॉक्टर पूर्णिमा देवी बर्मन एक वन्यजीव जीवविज्ञानी हैं, जिन्होंने ‘ग्रेटर एडजुटेंट स्टॉर्क’ सारस पक्षी को विलुप्त होने से बचाने के लिये, संरक्षण आन्दोलन चलाया हुआ है. यहाँ महिलाएँ, वस्त्रों पर पक्षी के चित्र उकेरकर, उन्हें बेचती हैं, जिससे उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता तो मिलती ही है, साथ ही प्रजाति के

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FAO India

रोगाणु-रोधी प्रतिरोध एक बड़ी चुनौती, रोकथाम ज़रूरी

रोगाणु-रोधी प्रतिरोध (Anti-microbial Resistance/AMR) आम लोगों, पशुओं, पौधों और पर्यावरण के लिये एक ऐसा ख़तरा है, जिसकी वजह से एंटीबायोटिक और अन्य जीवनरक्षक दवाएँ अनेक प्रकार के संक्रमणों पर असर नहीं कर पाती हैं.

इन दवाओं के बेअसर होने से प्रभावितों की मौत होने का ख़तरा बढ़ जाता है. 

इस वर्ष, 18 से 24 नवम्बर तक मनाए जाने वाले रोगाणु-रोधी प्रतिरोध सप्ताह की थीम है: "एक-साथ मिलकर रोगाणु-रोधी प्रतिरोध की रोकथाम."

अवधि
16'29"