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सीरिया व तुर्कीये में भूकम्प के एक साल बाद भी, बच्चों पर तबाही का साया

पश्चिमोत्तर सीरिया में भूकम्प के कारण हज़ारों विस्थापित परिवारों को, मानवीय सहायता पर निर्भर बना दिया.
© UNICEF/Joe English
पश्चिमोत्तर सीरिया में भूकम्प के कारण हज़ारों विस्थापित परिवारों को, मानवीय सहायता पर निर्भर बना दिया.

सीरिया व तुर्कीये में भूकम्प के एक साल बाद भी, बच्चों पर तबाही का साया

मानवीय सहायता

तुर्किये और सीरिया में हाल के इतिहास के सबसे घातक भूकम्प आने के एक वर्ष बाद, इस आपदा का असर बच्चों पर अब भी जारी है. सीरिया में रहने वालों के लिए यह प्रभाव, देश में व्याप्त वृहत्तर मानवीय संकट के कारण और भी बढ़ गया है.

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा है कि 6 फ़रवरी 2023 को दो शुरुआती विनाशकारी भूकम्प आए, जिसके बाद हज़ारों झटके भी आए थे. इन भूकम्पों के कारण तुर्कीये और सीरिया में हज़ारों बच्चे मारे गए और घायल हुए, हज़ारों परिवार बेघर हो गए.

हज़ारों लोग, सुरक्षित पानी, शिक्षा और चिकित्सा देखभाल सहित आवश्यक सेवाओं तक पहुँच से वंचित हो गए. कमज़ोर  हालात वाले बच्चों के लिए सुरक्षा सम्बन्धी जोखिम बढ़ गया. 

मानवीय सहायता ने एक हद तक कुछ सहारा दिया है, मगर विशेष रूप से सीरिया में बच्चों के लिए, टकराव और संकट के लगातार चक्र, बच्चों के जीवन और कल्याण को ख़तरे में डाल रहे हैं.

यूनीसेफ़ के अनुसार, पूरे सीरिया में, लगभग 75 लाख बच्चों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है. 

तुर्किये में, 32 लाख बच्चों को अब भी आवश्यक सेवाओं की आवश्यकता है.

यूनीसेफ़ ने वर्ष 2024 में सबसे कमज़ोर परिस्थितियों वाले 17 लाख बच्चों तक पहुँच बनाने की योजना बनाई है.

यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसैल का कहना है, “एक साल पहले तुर्किये और सीरिया में आए भूकम्प ने, एक मिनट के भीतर ही, लाखों बच्चों के जीवन को उलट-पुलट करके रख दिया. हज़ारों लोगों की जान चली गई, जबकि घर, स्कूल और स्वास्थ्य केन्द्र नष्ट हो गए, साथ ही बहुत से बच्चों के लिए भी सुरक्षा का अहसास टूट गया था.''

उन्होंने शुरुआती भूकम्प के कुछ ही सप्ताहों बाद, दोनों देशों का दौरा किया था. 

उन्होंने कहा है, “सरकारी सहायता और मानवीय प्रयासों ने, परिवारों को धीरे-धीरे अपने जीवन को फिर से व्यवस्थित करने में मदद की है और बच्चों को अपने दर्दनाक अनुभवों को जज़्ब करने का एक तरीक़ा प्रदान किया है. लेकिन विशेषकर सीरिया के उत्तरी हिस्से में, बहुत से परिवार, अब भी मानवीय संकट से प्रभावित हैं, जिसका कोई अन्त नहीं नज़र रहा है.''

हिंसक टकराव, विनाश और मानवीय संकटों की निरन्तरता

सीरिया में, लगभग 13 वर्षों के हिंसक टकराव, विनाश और निरन्तर मानवीय संकटों ने, बच्चों को दुनिया की सबसे जटिल आपात स्थितियों में से एक के बीच में डाल दिया है. 

यूनीसेफ़ के अनुसार, बिगड़ते आर्थिक संकट, जारी स्थानीय टकराव, बड़े पैमाने पर विस्थापन और ढहते सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे के कारण, लगभग 75 लाख बच्चों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है, अनेक बुनियादी सेवाएँ ढहने के कगार पर हैं. 

“वर्षों से बहुत कम या कोई निवेश नहीं होने के कारण, जल और स्वच्छता प्रणालियाँ व सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएँ, अत्यधिक दबाव में हैं. इससे बच्चों में बार-बार बीमारी फैलने का ख़तरा पैदा हो गया है, साथ ही लम्बे समय तक सूखा और जल संकट व खाद्य असुरक्षा भी बढ़ गई है, जिससे बाल कुपोषण और मृत्यु दर में वृद्धि हुई है.”

देश में लगभग 90 प्रतिशत परिवार निर्धनता में रहते हैं, जबकि 50 प्रतिशत से अधिक परिवार खाद्य असुरक्षित हैं.

यूनीसेफ़ की प्रैस विज्ञप्ति में कहा गया है कि चल रहा आर्थिक संकट नकारात्मक मुकाबला तंत्र को भी खराब कर रहा है और विशेष रूप से महिला प्रधान परिवारों को प्रभावित कर रहा है, जबकि लिंग आधारित हिंसा और बाल शोषण को सामान्य बनाने में योगदान दे रहा है.

सहायता ज़रूरतों के विभिन्न रूप

फ़रवरी 2023 में आए भूकम्प (फ़ाइल) के बाद, तुर्कीये और सीरिया में बाल श्रम बढ़ने की आशंका है.
© UNICEF

तुर्किये में, भूकम्प ने 40 लाख से अधिक बच्चों की शिक्षा को बाधित कर दिया. यूनीसेफ़ ने इनमें से लगभग दस लाख बच्चों को, औपचारिक और ग़ैर-औपचारिक शिक्षा तक पहुँच प्रदान करने में सहायता की है.

अलबत्ता, शिक्षा तक पहुँच बढ़ाने के लिए बड़े प्रयास किए गए हैं, मगर तुर्किये के प्रभावित क्षेत्रों में बहुत से बच्चे अब भी स्कूल से बाहर हैं.

यूनीसेफ़ 24 लाख बच्चों सहित 47 लाख लोगों की तत्काल और दीर्घकालिक ज़रूरतों के लिए सहायता कार्रवाई करने के लिए, सरकार और नागरिक समाज भागीदारों के साथ काम कर रहा है. 

इसमें 15 लाख से अधिक बच्चों और देखभाल करने वालों को, मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता प्रदान करना, व 30 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित पानी पहुँचाना शामिल है.

तुर्किये में यूनीसेफ़ ने, भूकम्प से प्रभावित बच्चों की सहायता के लिए अपना काम जारी रखने और दीर्घकालिक विकास के लिए एक सहनसक्षम बुनियाद बनाने के लिए, 11.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता अपील जारी की है.

सीरिया में, यूनीसेफ़ की, वर्ष 2024 की अपील में 54 लाख बच्चों सहित 85 लाख लोगों को, आवश्यक जीवन रेखा प्रदान करने के लिए 40.17 करोड़ अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता है. 

सबसे बड़ी धन आवश्यकताएँ, जल और स्वच्छता, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए हैं, जबकि सुरक्षा एक उच्च प्राथमिकता बनी हुई है.

कैथरीन रसैल ने कहा है, "तुर्कीये में प्रभावित बच्चों की स्थिति में सुधार जारी है, मगर अब भी बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है."

“सीरिया में, बच्चों और परिवारों के लिए मानवीय स्थिति लगातार ख़राब होती जा रही है. शिक्षा, पानी और स्वच्छता प्रणालियों जैसी आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के लिए, अगर अधिक मानवीय प्रयास नहीं किए गए और संसाधनों का प्रबन्ध नहीं किया गया तो, देश में बच्चे अभाव और संकट के दुष्चक्र का सामना करना जारी रखेंगे.”