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तुर्कीये-सीरिया में भूकम्पों का एक साल: अभी ख़त्म नहीं हुई है प्रभावितों की पीड़ा

तुर्कीये के हताय में परिवारों को अस्थाई शिविरों में रहना पड़ रहा है, जिन्हें कम्बल और मलबे से बनाया गया है.
© UNICEF/Cihan Çoker/ASAM
तुर्कीये के हताय में परिवारों को अस्थाई शिविरों में रहना पड़ रहा है, जिन्हें कम्बल और मलबे से बनाया गया है.

तुर्कीये-सीरिया में भूकम्पों का एक साल: अभी ख़त्म नहीं हुई है प्रभावितों की पीड़ा

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवीय सहायता समन्वय अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने मंगलवार को आगाह किया है कि तुर्किये और सीरिया में फ़रवरी 2023 में आए विनाशकारी भूकम्पों से बचे हज़ारों परिवार, अब भी अनेक मोर्चों पर उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

6 फ़रवरी, 2023 के शुरुआती घंटों में, दोनों देशों के बीच सीमा क्षेत्र में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकम्प आया था, जिसमें तुर्किये में 50 हज़ार से अधिक लोगों की जान चली गई थी और सीरिया में 5 हज़ार 900 से अधिक लोग मारे गए थे. उनके अलावा हज़ारों अन्य लोग घायल भी हुए थे.

संयुक्त राष्ट्र आपातकालीन राहत समन्वयक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने एक वक्तव्य में कहा है, “हज़ारों परिवार अब भी, तबाही के प्रभाव से उबर नहीं पाए हैं., जीवित बचे लोग उन भयावह दिनों के नुक़सान और आघात के साथ जी रहे हैं.

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“आज फिर से, हमारी सँवेदनाएँ, पीड़ित लोगों और उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. और जिन लोगों को अब भी मानवीय सहायता की आवश्यकता है, हमारी प्रतिज्ञा है कि हम मदद जारी रखने के लिए हरसम्भव प्रयास करेंगे.''

इस आपदा ने सीरिया में पहले से ही गम्भीर मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है, जहाँ वर्ष 2024 के दौरान, लगभग 1.67 करोड़ लोगों को सहायता की आवश्यकता होगी. इसके अतिरिक्त, लगभग साढ़े 17 लाख सीरियाई शरणार्थी, तुर्किये के भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे हैं.

उन भूकम्पों में, दोनों देशों में, पूरे के पूरे समुदाय तहस-नहस हो गए और स्कूल, अस्पताल, मस्जिद और चर्च सहित हज़ारों इमारतें या तो पूरी तरह तबाह हो गईं, गम्भीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं.

नई और तत्काल स्वास्थ्य आवश्यकताएँ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि इस आपदा के परिणाम लोगों को, आने वाले कई वर्षों तक प्रभावित करते रहेंगे और बहुत से लोग अब भी अस्थाई आश्रयों में हैं.

यूएन स्वास्थ्य स्वास्थ्य एजेंसी के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने कहा कि तुर्किये में, भूकम्प ने शरणार्थी और मेज़बान आबादी दोनों के लिए, नई और तत्काल स्वास्थ्य आवश्यकताएँ पैदा कर दीं.

प्रवक्ता ने जिनीवा में एक प्रैस वार्ता में संवाददाताओं से कहा, "आपदा ने मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण, ग़ैर-संचारी रोग प्रबन्धन, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, विकलांगता और पुनर्वास सेवाओं सहित, स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच बाधित कर दी."

उन्होंने कहा, सीरिया में, भूकम्प ने उन समुदायों को प्रभावित किया, जो पहले से ही 13 साल लम्बे युद्ध-संचालित संकट के दौरान गहराई से प्रभावित हुए थे. इस हिंसक टकराव में बार-बार विस्थापन के कारण, खाद्य असुरक्षा, बीमारी का प्रकोप और गम्भीर रूप से कमज़ोर स्वास्थ्य प्रणाली देखने को मिले हैं.

डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य साझीदार एजेंसियाँ, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, हैज़ा और अन्य प्रकोपों की रोकथाम, शारीरिक पुनर्वास, मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता के लिए, स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना जारी रखे हुए हैं.

तारिक जसारेविक ने कहा कि सीरिया में बेहद आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना जारी रखने के लिए, डब्ल्यूएचओ और साझीदारों के लिए अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन महत्वपूर्ण है.