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इसराइल-फ़लस्तीन: बढ़ती हिंसा व आतंक कृत्यों की तीखी निन्दा

यूएन महासचिव ने हेती और त्रिनिदाद व टौबेगो की अपनी हाल की यात्राओं व मध्य पूर्व में युद्धक हालात पर प्रैस के साथ बात की. (6 जुलाई 2023)
UN Photo/Loey Felipe
यूएन महासचिव ने हेती और त्रिनिदाद व टौबेगो की अपनी हाल की यात्राओं व मध्य पूर्व में युद्धक हालात पर प्रैस के साथ बात की. (6 जुलाई 2023)

इसराइल-फ़लस्तीन: बढ़ती हिंसा व आतंक कृत्यों की तीखी निन्दा

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने इसराइल और फ़लस्तीन में बढ़ती हिंसा में जान-माल के बढ़ते नुक़सान की तरफ़ गुरूवार को ध्यान खींचते हुए, आतंक की गतिविधियों सहित, आम लोगों के विरुद्ध हिंसा के तमाम कृत्यों की तीखी निन्दा की है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, इसराइल द्वारा उसके क़ाबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र पश्चिमी तट के जेनिन में किए गए हमले का ज़िक्र करते हुए कहा, “भीड़ भरे शरणार्थी शिविर में इसराइल के हवाई हमले और ज़मीनी अभियान, पश्चिमी तट में, अनेक वर्षों में भीषण हिंसा का रूप थे.”

जेनिन पर सोमवार को शुरू हुए और दो दिन तक चले इसराइली सैन्य अभियान में, हवाई हमले किए गए और ड्रोन विमानों से मिसाइल भी दागे गए.

फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उस इसराइली हमले में 12 लोगों की मौत हुई, जिनमें तीन बच्चे भी थे. 

इसराइल ने इन हमलों को, आतंकवाद विरोधी अभियान बताया है. उनमें कम से कम 120 लोग घायल हुए, जिनमें 20 लोगों की हालत गम्भीर बताई गई है.

इसराइली सेनाओं और फ़लस्तीनी चरमपंथियों के बीच बन्दूक युद्ध शुरू हो गया था, जिसमें कुछ सड़कें भी ध्वस्त हो गईं, और बहुत से घरों और इमारतों को भी क्षति पहुँची. कम से कम तीन हज़ार लोगों को अपने घर छोड़कर अन्यत्र जाने के लिए विवश होना पड़ा.

जेनिन में इसराइली हमले के सम्भवतः विरोध स्वरूप, देश के सबसे बड़े शहर तेल अवीव में एक कार से हमला किया गया, जिसमें नौ लोग घायल हुए. उस कार को चलाने वाले जिस फ़लस्तीनी व्यक्ति ने कार पैदल चलने वालों पर चढ़ा दी थी, उसे वहीं गोलियों से मार दिया गया.

इसराइल ने गुरूवार को कहा कि लेबनान के दक्षिणी हिस्से से एक रॉकेट, इसराइली क्षेत्र में दागा गया, जिसके जवाब में तोपों की गोलाबारी की गई.

संयम बरतने की पुकार

जेनिन शरणार्थी शिविर जेनिन नगरपालिका की सीमा में पश्चिमी तट  में सबसे उत्तरी शिविर है.
© UNRWA/Dominiek Benoot

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को यूएन मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में ध्यान दिलाया कि जेनिन में स्कूल व अस्पताल का विध्वंस हुआ है और बिजली व पानी आपूर्ति के नैटवर्क भी तबाह हुए हैं.

उन्होंने कहा, “घायलों को चिकित्सा देखभाल मुहैया कराना बहुत ज़रूरी है, और मानवीय सहायता कर्मियों को भी ज़रूरतमन्द लोगों तक पहुँचने की सुविधा देनी होगी.”

यूएन प्रमुख ने कहा, “मैं एक बार फिर इसराइल से अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के तहत अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने का आहवान करता हूँ, जिनमें संयम बरतने और आनुपातिक बल प्रयोग की ज़िम्मेदारी भी शामिल है. इन ज़िम्मेदारियों में नुक़सान व चोटों को कम से कम रखना, मानव जीवन का सम्मान करना और उसकी हिफ़ाज़त करना भी शामिल है.”

एंतोनियो गुटेरेश ने इसराइली हमलों को, क़ानून लागू करने के अभियानों के संचालन से बेमेल क़रार दिया, और इसराइल को याद दिलाया कि एक क़ाबिज़ शक्ति होने के नाते, ये सुनिश्चित करना उसकी ज़िम्मेदारी है कि आम लोगों को, हिंसा के तमाम कृत्यों से सुरक्षा हासिल हो.

अधिक हिंसा, कोई समाधान नहीं है

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि वो सुरक्षा को लेकर, इसराइल की चिन्ताओं को भी समझते हैं: मगर हिंसा में तेज़ी, कोई उत्तर नहीं है. इससे केवल विद्रोह को उकसावा मिलता है और इससे हिंसा व रक्तपात के एक गहरे चक्र का रास्ता निकलता है.

उन्होंने कहा कि ये इसराइल के ही दीर्घकालीन हित में है कि वो दो राष्ट्रों की स्थापना वाले समाधान के लिए संकल्पबद्ध हो, जिसमें उसके निकट एक स्वतंत्र फ़लस्तीनी राष्ट्र की स्थापना शामिल है.

यूएन प्रमुख ने कहा, “एक सार्थक राजनैतिक प्रक्रिया में फ़लस्तीनी लोगों की आशाओं की पुनर्बहाली, और उससे दो राष्ट्रों की स्थापना वाला समाधान निकलना व इसराइली क़ब्ज़े की समाप्ति, दरअसल, इसराइल की स्वयं की सुरक्षा के लिए एक अनिवार्य योगदान है.”