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मानवाधिकार

अफ़ग़ानिस्तान की संसद में महिला सांसद, निर्णय निर्धारक भूमिकाओं में महिलाओं के विषय पर एक बैठक में हिस्सा ले रही हैं.
UN Women/ Nangyalai Tanai

निर्णय-निर्धारण प्रक्रिया में महिलाओं के समावेश की सुनिश्चितता पर बल

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि निर्णय-निर्धारण प्रक्रिया में महिलाओं की समान एवं सार्थक भागेदारी ना केवल स्वयं में एक अधिकार है, बल्कि सार्वजनिक निर्णय लिए जाते समय, उनके मानवाधिकारों व हितों का सम्मान किए जाने की अनिवार्य शर्त भी है.

 

मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त वोल्कर टुर्क, विएना घोषणा पत्र और कार्य योजना +30 संगोष्ठी को संबोधित करते हुए.
UNIS Vienna

सर्वजन के लिए मानवाधिकारों की सुनिश्चितता का 'कार्य अभी जारी है'

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त, वोल्कर टर्क ने वैश्विक समझौते व उसके तहत स्थापित हुए मानवाधिकार कार्यालय की 30वीं वर्षगाँठ के अवसर पर कहा है कि सर्वजन के लिए मानवाधिकारों की पूर्ण प्राप्ति का "कार्य अभी जारी" है. उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों पर अब तक हुई प्रगति, नाटकीय ढंग से पलट रही है. ऐसे में, विश्व को मौजूदा हालात के अनुरूप अपनी सोच बदलनी होगी.

अमेरिका के वाशिंगटन डीसी शहर में, अक्टूबर 2021 में, गर्भपात अधिकारों के समर्थन में प्रदर्शन
© Unsplash/Gayatri Malhotra

USA: गर्भपात प्रतिबन्ध से लाखों महिलाओं व लड़कियों पर जोखिम

संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में, जून 2022 में गर्भपात का संवैधानिक अधिकार ख़त्म किए जाने के बाद से, लाखों महिलाओं व लड़कियों को, यौन व प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल हासिल करने में चिन्ताजनक गिरावट का सामना करना पड़ा है.

अमेरिका के कोलोराडो में नस्लवाद के विरोध में प्रदर्शन. (फ़ाइल)
© Unsplash/Colin Lloyd

नस्लभेद के लिए हमारी दुनिया में कोई जगह नहीं, यूएन प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि जातिवाद और नस्लीय भेदभाव का हमारी दुनिया में कोई स्थान नहीं है – ख़ासतौर पर संयुक्त राष्ट्र में तो बिल्कुल भी नहीं. नस्लवाद विरोधी रणनीति पर संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों के लिए एक वीडियो सन्देश में उन्होंने कहा कि इस संकट को ख़त्म करना हमारी पहचान का आधार है - और विश्व में अपने मिशन की पूर्ति के लिए आवश्यक है. (वीडियो)

युगांडा की राजधानी कम्पाला का एक दृश्य.
IMF/Esther Ruth Mbabazi

युगांडा: समलैंगिकता-विरोधी क़ानून पर गहरी चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने युगांडा में एक समलैंगिकता-विरोधी दंडात्मक क़ानून के वजूद में आने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है.

अफ़्रीकी मूल के लोगों पर स्थाई फ़ोरम के दूसरे सत्र के दौरान, यूएन महासभागार में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम (30 मई 2023).
UN Photo/Loey Felipe

नस्लभेद: समाजों के इस गहरे दाग़ को जड़ से मिटाने की ज़रूरत

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी ने मंगलवार को कहा है कि नस्लभेद एक वैश्विक समस्या है, और हर एक देश को, इसके विरुद्ध कड़ा रुख़ अपनाना होगा. उन्होंने दुनिया भर में अफ़्रीकी मूल के लोगों की सुरक्षा और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए यूएन मंच की नवीनतम बैठक को सम्बोधित करते हुए ये बात कही है.

चाड पहुँचे सूडानी शरणार्थियों को, WFP की खाद्य सहायता का वितरण.
© WFP/Jacques David

सूडान: नाज़ुक युद्धविराम क़ायम, यूएन एजेंसियाँ सहायता पहुँचाने में सक्रिय

संयुक्त राष्ट्र और मानवीय सहायता साझीदार, सूडान में यथासम्भव अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच बनाने में सक्रिय हैं, इस बीच कमज़ोर डोर की तस्वीर पेश करने वाले युद्धविराम पर, युद्धरत पक्ष अभी क़ायम हैं.

रवांडा में जातीय जनसंहार के दौरान कुछ लोगों ने शवों के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई थी.
UNICEF/UNI55086/Press

रवांडा जनसंहार के शीर्ष भगोड़े की गिरफ़्तारी, न्याय होने की प्रतीक

रवांडा में युद्धापराधों की जाँच कर रहे संयुक्त राष्ट्र ट्राइब्यूनल ने गुरूवार को कहा है कि दुनिया के सबसे वांछित जनसंहार भगोड़ों में से एक – फ़ुलजेंस काईशेमा को, दो दशक से भी ज़्यादा समय तक फ़रार रहने के बाद, गिरफ़्तार कर लिया गया है.

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क.
Volker Türk

विश्व भर में, मानवाधिकारों के लिए ख़तरनाक रुझानों में वृद्धि पर चिन्ता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) वोल्कर टर्क ने दुनिया भर में मानवाधिकारों के लिए बढ़ते ख़तरों पर चिन्ता जताते हुए, उनकी रक्षा के लिए प्रयासों मेंं निवेश किए जाने पर बल दिया है. उनके अनुसार, हर स्थान पर एक मानवाधिकार कार्यालय स्थापित किया जाना अहम है ताकि अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके. 

 स्पेन के मैड्रिड में एक प्रदर्शन में महिला कार्यकर्ता
© Unsplash/Mari Vlassi

यौन, लिंग और लैंगिक पहचान पर, भय रहित अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुकार

संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ रीम अलसालेम ने यौन सम्बन्धों एवं यौन रुझान पर अपने विचार व्यक्त करने वाली महिलाओं को, डराने-धमकाने की घटनाओं पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है.